मंगलवार, 21 जनवरी 2014

लोकसभा में बढ़ेगी पोलिंग बूथ की संख्या

-73 हजार ने नाम जुड़वाने दिए आवेदन 
भोपाल। 
लोकसभा निर्वाचन के दौरान शहर में पोलिंग बूथों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके पीछे जिले में युवा मतदाताओं की संख्या में इजाफा होना है। जिला निर्वाचन आयोग को 73 हजार मतदाताओं ने वैध मतदाता फार्म-6 भरकर दिया है। 
जिला निर्वाचन अब जनसंख्या बढ़ती देख इस समस्या से निजाद पाने मतदान केंद्रो का युक्तियुक्तकरण करने का निर्णय लिया है। जहां जिस केंद्र पर 1600 से अधिक मतदाता होंगे। उसे अन्य नजदीकी केंद्र पर शि ट किया जाएगा।
य शिफ्टिंग एक-दो मतदाताओं की नहीं बल्कि पूरे अनुभाग को ही दूसरे केंद्र में रख दिया जाएगा, ताकि दिक्कतें न हो। यही नहीं विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत देखने के बाद ऐसे पोलिंग बूथ चिन्हित किए गए हैं, जहां महिलाओं का वोटिंग परसेंटेज कम रहा है, और जेडर रेशो भी गड़बड़ है। उसमें सुधार के लिए कै प लगाने के अतिरिक्त अन्य प्रयास किए जाएंगे ताकि लोकसभा में महिलाएं भी अधिक से अधिक सं या में वोट कर सकें।
 यह जानकारी सोमवार को कलेक्टर निशांत वरवड़े व उपजिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए दी। उन्होंने बताया कि जहां महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत कम रहा है, ऐसे क्षेत्रों में बीएलओ के अतिरिक्त आरओ व एआरओ भी जाकर महिलाओं को जागरूक करने का प्रयास करेंगे। श्री सिंह ने बताया कि नाम जुड़वाने के लिए समयसीमा खत्म नहीं हुई है। मतदाता अभी भी आवेदन कर सकता है। उसे अपना आवेदन संबंधित क्षेत्र के आरओ के पास जमा करना होगा।

-एक सप्ताह में कंट्रोल रूम हो जाएगा शुरू 
लोकसभा निर्वाचन -2014 के दृष्टिगत जिला स्तरीय कंट्रोल रूम की स्थापना कलेक्टर कार्यालय के कक्ष क्रमांक -146 में की जा रही है। यह आगामी एक सप्ताह में काम करना शुरू कर देगा। यही नहीं मतदाताओं की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर - 18002331830 भी स्थापित किया जा रहा है।

-घर-घर जाकर करेंगे जांच 
श्री सिंह ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान ऐसे मतदाता जो बीएलओ या बीएलए द्वारा मतदान के लिए वितरित की गई मतदाता पर्ची के दौरान नियम भवनों पर निवासरत नहीं पाए गए। ऐसे मतदाताओं की जांच पुन: संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान कराई गई है। जो नियत स्थान पर नहीं पाए गए उनके नाम सूची से हटाने की कायर्वाही की जा रही है। इसके अतिरिक्त घर-घर जांच अभियान चलाया जाएगा। इसके माध्यम से जो मृत हो चुके है या अन्य जगह रहने लगे हैं, उनके भी नाम एक सूची से दूसरी सूची में जोड़े जाएंगे। यही नहीं इस जांच अभियान में उस केंद्रों को विशेष तौर पर शामिल किया जाएगा, जहां सबसे कम मतदान हुआ है।

-ईव्हीएम मशीनों की एफएलसी 23 से 
श्री सिंह ने बताया कि लोकसभा निर्वाचन -2014 के मद्देनजर करीब 5000 ईव्हीएम मशीनों की एफएलसी(फर्स्ट लेवल चेकिंग) 23 जनवरी से शुरू हो जाएगी। यह 28 जनवरी तक चलेगी। इस सीमा को बढ़ाने की मांग की जा रही है। हालांकि पहले यह सीमा 8 फरवरी तय की गई थी।

-नगरीय निकाय में होगा ईव्हीएम को उपयोग 
लोकसभा ही नहीं बल्कि नगरीय निकाय निर्वाचन एवं पंचायत निर्वाचन -2015 में ईव्हीएम   मशीनों का उपयोग होगा। यही नहीं चुनाव में मतदाताओं की पहचान के लिए फोटोयुक्त मतदाता सूची का भी उपयोग किया जाएगा।

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