मंगलवार, 14 जनवरी 2014

ाव से जो तारे, वह ाागवत : स्वामी जगदीशनारायण

काछी बर ोड़ा में श्रीमद ाागवत कथा का श्रद्धापूर्ण समापन
सुदामा चरित्र की करुणामयी प्रस्तुति पर ााववि ोर हो गए श्रद्धालु
भोपाल। 
भागवत की है आरती, पापियों को पाप से है तारती। श्रीमद ाागवत ऐसा महान ग्रंथ है, जिसके श्रवण मात्र से अनेकों पापी और नराधम ावसागर से पार उतर गए। जिस हिरण्यकश्यप के क ाी ागवन नाम अपनी जुबां परनही आने दिया, वह अपने ही पुत्र प्रहलाद की ाक्ति का विरोध करने के बावजूद ागवननाम का सुमरन कर मोक्ष को प्राप्त हो गया। ये उद्गार बैरसिया रोड स्थित ग्राम काछी बर ोड़ा में श्रीमद ाागवत कथा ज्ञानयज्ञ के समापन अवसर पर मंगलवार को कथा आचार्य जगदीश नारायण स्वामी ने व्यक्त किये। निर्मल मन जन सो मोहि पावा, मोहि कपट छल छिद्र न ाावा। उन्होंने कहा कि कलियुग में प्र ाु को पाने के लिए तपस्या या वन में जाने की जरूरत नहीं, बल्कि दैनिक जीवन में अपने आजीविका संबंधी कार्यों के साथ ही निर्मल मन से प्र ाु का नाम स्मरण कर मानव प्र ाु की शरण पा सकता है। समापन के अवसर पर आचार्यश्री ने श्रीकृष्ण-सुदामा चरित्र का ाावपूर्ण संगीतमय वर्णन किया, जिस पर ाावुक श्रद्धालु अपने आंसुओं को रोक न सके। इस अवसर पर सहायक आचार्य पं. रामनिवास शर्मा, पं. राजू शर्मा, मु य यजमान नारायणसिंह चौकसे, सरपंच हरनामसिंह जाट सहित समाजसेवी मर्दनसिंह मीना, दिनेश जाट, ललित चौकसे, ग्राम पटेल नंदकिशोर जाट, रामनारायण पटेल, गजराजसिंह बाबा, हर ाजन मीना अग्निहोत्री, पटवारी निहालसिंह जाट, बर ोड़ी पटेल कमलसिंह मीना, जनपद सदस्य होतमसिंह मीना, नरेश, रामबाबू मीना, मदनसिंह जाट, पदमसिंह चौकसे, अनो ाीलाल जाट, गब्बरसिंह ठाकुर, संतोष जाट, घीसीलाल ठाकुर, मुन्नालाल जाट, सुशीला बाई चौकसे, गायत्री चौकसे, मोहनबाई जाट, सोनम मीना, सीताराम, रचना मीना, सीताबाई जाट, कलाबाई जाट और बड़ी सं या में महिला-पुरुष श्रद्धालु मौजूद थे।
ांडारे में उमड़े श्रद्धालु :
श्रीमद ाागवत कथा ज्ञानयज्ञ के अंतिम दिन मंगलवार को पहले पूर्णाहुति यज्ञ हुआ, जिसके उपरांत दोपहर 12 से 3 बजे तक कथा प्रवचन और अंत में तीन बजे से ांडारा शुरू हुआ, जिसमें राजधानी के करोंद, ाानपुर, छोला रोड सहित आसपास ग्राम जैतपुरा, मुड़िया ोड़ा, बर ोड़ी हज्जाम, हिनौती जागीर, कुठार, शाहपुर, देवपुर, ोड़ी, सागोनी,  नामदारपुरा, रतुआ, बेर ोड़ी, कलारा आदि गांवों से करीब चार हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

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