-ग्रामीणों को एक छत के नीचे मिलेगी सुविधा
भोपाल।
नए पंचायत भवनों का निर्माण एक एकड़ से कम भूमि पर नहीं होगा। कम से कम एक एकड़ भूमि के साथ भूमि ग्राम पंचायत की ही होगी। पंचायत भवन के नीचे ही ग्राम वासियों को सारी सुविधाएं मिलेगी।
हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने जिला पंचायत की बैठक में पंचायत सचिवों को भवनों के लिए जमीन तलाशने के लिए विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास है कि ग्रामीणों को तहसील कार्यालय के चक्कर न लगाने पड़े। इसे ध्यान में रखते हुए पंचायत भवन को विकसित किया जाए। इस दिशा में सभी कदम धीरे-धीरे उठाए जाएंगे। बैठक में पंचायत सचिवों को करीब 22 मुद्दों पर कार्य करने के निर्देश दिए। वे बोले, केवल कागज या नाम के लिए पंचायतों में भवन निर्माण नहीं, बल्कि यथार्त में इसका निर्माण होना चाहिए। निर्माण के लिए 14 लाख की राशि में बढ़ौतरी की जाएगी।
-भवनों पर लिखें नम्बर
श्री शर्मा ने कहा, नए पंचायत भवन ठीक तरीके से बनें। इसके साथ ही पुराने पंचायत भवनों पर विधायक के साथ एसडीएम, तहसीलदार, आरआई, पटवारी, पीएचई व लोक निर्माण अधिकारी का मोबाइल नम्बर लिखें। ताकि ग्रामीण किसी भी समस्या पर सीधे अधिकारी-विधायक से बात कर सके। इन तक सीधे समस्या पहुंचेगी तो निराकृत भी जल्द होगी। श्री शर्मा ने सभी सचिवों को निर्देशित किया कि वह 21 जनवरी तक सभी तैयारियां पूरी करें।
-ये भी हैं निर्देश
- तालाब निर्माण, पुराने कुएं, बावड़ीयों की सफाई पर ध्यान दें।
- हर गांव में सोखता गढ्डा बनाया जाए।
- साप्ताहिक हाट के लिए स्थान चिन्हित किया जाए।
- सभी ग्राम पंचायत भवनों के लार पर एसडीएम, तहसीरदार, पंचायत सचिव, सरपंच, उपयंत्री, बिजली विभाग के यंत्री का नाम व मोबाइल नंबर लिए जाएं।
- पंचायतों की राजस्व वसूली पर विशेष ध्यान रखें।
- अनुसूचित जाति एवं जनजातियों के निवासियों को चिन्हित कर उनके विकास एवं कल्याण योजनाओं की जानकारी दी जाए।
- प्रत्येक पंचायतों में तालाब व बगीचे का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए जमीन की तलाश करें।
- किन गांवों में तालाब हैं और उनकी वतर्मान में क्या स्थिति है। इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
- शिकायत मिल रही है कि मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राही अव्यवस्थित रूप से घर बना रहे हैं। इन्हें पूरी प्लॉनिंग के तहत किए जाएं।
- पंचायतों को दिलाया जाएगा विशेष पुरस्कार
- सचिव ग्रामीणों से सीधा संवाद स्थापित करें।
- पंचायतों में रजिस्टर रखें जाएं। जहां लोग अपनी सुविधा-असुविधा लिख सकें।
- स्कूलों में मध्यान्ह ोजन की नियमित जांच की जाए।
- प्रत्येक पंचायत में हेल्थ क्लब का निर्माण किया जाए।
भोपाल।
नए पंचायत भवनों का निर्माण एक एकड़ से कम भूमि पर नहीं होगा। कम से कम एक एकड़ भूमि के साथ भूमि ग्राम पंचायत की ही होगी। पंचायत भवन के नीचे ही ग्राम वासियों को सारी सुविधाएं मिलेगी।
हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने जिला पंचायत की बैठक में पंचायत सचिवों को भवनों के लिए जमीन तलाशने के लिए विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास है कि ग्रामीणों को तहसील कार्यालय के चक्कर न लगाने पड़े। इसे ध्यान में रखते हुए पंचायत भवन को विकसित किया जाए। इस दिशा में सभी कदम धीरे-धीरे उठाए जाएंगे। बैठक में पंचायत सचिवों को करीब 22 मुद्दों पर कार्य करने के निर्देश दिए। वे बोले, केवल कागज या नाम के लिए पंचायतों में भवन निर्माण नहीं, बल्कि यथार्त में इसका निर्माण होना चाहिए। निर्माण के लिए 14 लाख की राशि में बढ़ौतरी की जाएगी।
-भवनों पर लिखें नम्बर
श्री शर्मा ने कहा, नए पंचायत भवन ठीक तरीके से बनें। इसके साथ ही पुराने पंचायत भवनों पर विधायक के साथ एसडीएम, तहसीलदार, आरआई, पटवारी, पीएचई व लोक निर्माण अधिकारी का मोबाइल नम्बर लिखें। ताकि ग्रामीण किसी भी समस्या पर सीधे अधिकारी-विधायक से बात कर सके। इन तक सीधे समस्या पहुंचेगी तो निराकृत भी जल्द होगी। श्री शर्मा ने सभी सचिवों को निर्देशित किया कि वह 21 जनवरी तक सभी तैयारियां पूरी करें।
-ये भी हैं निर्देश
- तालाब निर्माण, पुराने कुएं, बावड़ीयों की सफाई पर ध्यान दें।
- हर गांव में सोखता गढ्डा बनाया जाए।
- साप्ताहिक हाट के लिए स्थान चिन्हित किया जाए।
- सभी ग्राम पंचायत भवनों के लार पर एसडीएम, तहसीरदार, पंचायत सचिव, सरपंच, उपयंत्री, बिजली विभाग के यंत्री का नाम व मोबाइल नंबर लिए जाएं।
- पंचायतों की राजस्व वसूली पर विशेष ध्यान रखें।
- अनुसूचित जाति एवं जनजातियों के निवासियों को चिन्हित कर उनके विकास एवं कल्याण योजनाओं की जानकारी दी जाए।
- प्रत्येक पंचायतों में तालाब व बगीचे का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए जमीन की तलाश करें।
- किन गांवों में तालाब हैं और उनकी वतर्मान में क्या स्थिति है। इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
- शिकायत मिल रही है कि मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राही अव्यवस्थित रूप से घर बना रहे हैं। इन्हें पूरी प्लॉनिंग के तहत किए जाएं।
- पंचायतों को दिलाया जाएगा विशेष पुरस्कार
- सचिव ग्रामीणों से सीधा संवाद स्थापित करें।
- पंचायतों में रजिस्टर रखें जाएं। जहां लोग अपनी सुविधा-असुविधा लिख सकें।
- स्कूलों में मध्यान्ह ोजन की नियमित जांच की जाए।
- प्रत्येक पंचायत में हेल्थ क्लब का निर्माण किया जाए।
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