-जनसुनवाई में जेपी अस्पताल के सफाई कर्मचारियों ने की शिकायत
-82 शिकायती आवेदन आए जनसुनवाई में
भोपाल।
कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई में मंगलवार को 82 शिकायती आवेदन आए। इसमें जेपी अस्पताल के सफाई कर्मचारियों ने एक शिकायत देते हुए बताया कि बीते पांच साल से वे सफाई का काम कर रहे हैं। उनके वेतन से 700 रुपए काटा जा रहा है, लेकिन यह कहां कहा जमा किया जा रहा है। इस बारे में कोई बताने को तैयार नहीं।
पहले कहा जाता था कि यह पीएफ फंड में जमा किया जा रहा है, लेकिन जब पीएफ फंडा का नंबर मांगा तो बताने से इंकार कर दिया। जाने यह राशि आखिर कहां जा रही है। अस्पताल के आधा दर्जन सफाई कर्मचारियों ने यह राशि दिलाने की गुहार लगाई। मामले की सुनवाई डिप्टी कलेक्टर अविनाश तिवारी कर रहे थे। श्री तिवारी ने सीएमएचओ को जांच के निर्देश दिए। जनसुनवाई में विभा शर्मा पति गजेंद्र शर्मा निवासी विवेकानंद कॉलोनी अवधपुरी ने आवेदन देते हुए कहा, 2009 में अयोध्या नगर स्थित लवकुश गृह निर्माण सहकारी संस्था से लवकुश नगर में 15 बाई 30 का एक प्लाट खरीदा था। जिसकी रजिस्ट्री संस्था के तत्कालीन अध्यक्ष सरबजीत सिंह ने 7/9/2009 को करा दी। इसके बाद जब कब्जा लेने पहुंचे तो पता चला कि संस्था लारा टाउन एंड कंट्री प्लान में से पास कराए गए ले-आउट में 2-ए आकार का 15 बाई30 वर्गफिट का प्लाट ही नहीं है। तहसीलदार कोर्ट में सीमांकन का आवेदन लगाकर सीमांकन कराया तो पता चला कि जिस जगह की रजिस्ट्री हुई है वहां कॉलोनी का सामूहिक सेप्टिक टैंक है। मामला सामने आने के बाद उपायुक्त सहकारिता को शिकायती आवेदन दिए। आदेश हुए कि कॉलोनी में दूसरा प्लाट 15बाई 30 आकार का दिया जाए। साथ ही तत्कालीन अध्यक्ष के खिलाफ थाने में एफआईआर कराई जाए। पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
-82 शिकायती आवेदन आए जनसुनवाई में
भोपाल।
कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई में मंगलवार को 82 शिकायती आवेदन आए। इसमें जेपी अस्पताल के सफाई कर्मचारियों ने एक शिकायत देते हुए बताया कि बीते पांच साल से वे सफाई का काम कर रहे हैं। उनके वेतन से 700 रुपए काटा जा रहा है, लेकिन यह कहां कहा जमा किया जा रहा है। इस बारे में कोई बताने को तैयार नहीं।
पहले कहा जाता था कि यह पीएफ फंड में जमा किया जा रहा है, लेकिन जब पीएफ फंडा का नंबर मांगा तो बताने से इंकार कर दिया। जाने यह राशि आखिर कहां जा रही है। अस्पताल के आधा दर्जन सफाई कर्मचारियों ने यह राशि दिलाने की गुहार लगाई। मामले की सुनवाई डिप्टी कलेक्टर अविनाश तिवारी कर रहे थे। श्री तिवारी ने सीएमएचओ को जांच के निर्देश दिए। जनसुनवाई में विभा शर्मा पति गजेंद्र शर्मा निवासी विवेकानंद कॉलोनी अवधपुरी ने आवेदन देते हुए कहा, 2009 में अयोध्या नगर स्थित लवकुश गृह निर्माण सहकारी संस्था से लवकुश नगर में 15 बाई 30 का एक प्लाट खरीदा था। जिसकी रजिस्ट्री संस्था के तत्कालीन अध्यक्ष सरबजीत सिंह ने 7/9/2009 को करा दी। इसके बाद जब कब्जा लेने पहुंचे तो पता चला कि संस्था लारा टाउन एंड कंट्री प्लान में से पास कराए गए ले-आउट में 2-ए आकार का 15 बाई30 वर्गफिट का प्लाट ही नहीं है। तहसीलदार कोर्ट में सीमांकन का आवेदन लगाकर सीमांकन कराया तो पता चला कि जिस जगह की रजिस्ट्री हुई है वहां कॉलोनी का सामूहिक सेप्टिक टैंक है। मामला सामने आने के बाद उपायुक्त सहकारिता को शिकायती आवेदन दिए। आदेश हुए कि कॉलोनी में दूसरा प्लाट 15बाई 30 आकार का दिया जाए। साथ ही तत्कालीन अध्यक्ष के खिलाफ थाने में एफआईआर कराई जाए। पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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