मंगलवार, 28 जनवरी 2014

सत्य धर्म में निहित है प्रकृति की सुरक्षा : जयंत पोतदार

पंच साधन मार्ग है अग्निहोत्र का सच्चा और सार्थक प्रचार तंत्र 
माधव आश्रम में तीन दिवसीय जनसेवक सभा का समापन
भोपाल। 
सत्य सनातन धर्म का पालन और नित्य अग्निहोत्र का आचरण आज ाी पर्यावरण सुरक्षा और मानव रक्षा का प्रमु ा साधन है। प्रकृति को प्रदूषण से मुक्त र ाने के लिए जिस तरह सनातन काल में ऋषि-मुनियों लारा यज्ञ-हवन और तप साधना की जाती थी, उसी तरह आधुनिक समय में नित्य अग्निहोत्र प्रकृति का सुरक्षा कवच सिद्ध हुआ है। ये विचार सीहोर रोड स्थित माधव आश्रम में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक जनसेवक स मेलन में आश्रम प्रमु ा प्रचारक जयंत पोतदार ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि यह विशुद्ध तौर पर ईश्वर कार्य है और ईश्वर के प्रति हमें समर्पित होना होगा। अगर आप ईश्वर के प्रति समर्पित हैं तो आपकी हर छोटी-बड़ी समस्या का निदान स्वत: हो जाएगा। इस अवसर पर आश्रम की संचालिका नलिनी माधवजी पोतदार ने कहा कि साहब लारा यज्ञ, दान, तन, कर्म और स्वाध्याय ये पंच साधन ही जीवन की सार्थकता के प्रतीक है और यही नित्य अग्निहोत्र का सच्चा और सार्थक प्रचार तंत्र है। इस अवसर पर नन्हें प्रचारक विनय पोतदार और वरुण पोतदार ने अपनी मासूम आवाज में संगीतमय ाजनों की प्रस्तुति देकर स ाी को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रचार स ाा का संचालन करते हुए विजया पोतदार ने प्रचार तंत्र को और सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया। इसी तरह डॉ. विवेक पोतदार के अलावा कानपुर से आए कृषि वैज्ञानिक प्रो. रामाश्रय मिश्र, जयपुर के कैलाश गंगवाल, मुंबई से आईं नीला किरकिरे, ललितपुर के श्री जायसवाल तथा राम िालावन यादव, मदुरै से आए दीपक परमार सहित रमेश तोलंबिया, जीपी मालवीय, प्रदीप ाांजोड़े, सरोज ाांजोड़े, अलका कुशवाह, डॉ. हर्षद परमार, हर ाजन मीना अग्निहोत्री, बीएल मारण, रामनारायण मीणा, और अन्य प्रचारकों ने अपने विचार व्यक्त किये। स मेलन में बदनसिंह ठाकुर, हरीराम रैकवार, वृंदावन मीना अग्निहोत्री, गीता राजपूत, कैलाशी मीना और पुणे, जयपुर, विदिशा, होशंगाबाद, रायसेन, रतलाम, मंदसौर, कानपुर, जबलपुर सहित उड़ीसा, महाराष्ट्र, उप्र, राजस्थान सहित   देश ार के वि िान्न प्रांतों से आये महिला-पुरुष प्रचारक शामिल हुए।
विधायक ने की सहयोग की पेशकश : स मेलन में तीसरे दिन मंगलवार को विशेष रूप से शामिल हुए बैरसिया विधायक विष्णु ात्री ने पर्यावरण सुरक्षा के लिए नित्य अग्निहोत्र आचरण को महत्वपूर्ण बताते हुए दुनिया ार में इसके प्रचार का आह्वान किया। उन्होंने मानवधर्म संदेष्टा माधव आश्रम में आवश्यक संसाधन जुटाने के लिए हरसं ाव सहयोग की पेशकश की | 

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