मंगलवार, 14 जनवरी 2014

अवैध दीवार हटाने की कायर्वाही अटकी

 - मामला आसाराम आश्रम लारा मास्टर प्लान में चिन्हित सड़क पर अतिक्रमण करने का
 - सीमांकन पूर्ण, फिर भी नहीं हो रही कायर्वाही
भोपाल। 
आसाराम आश्रम लारा मास्टर प्लान में चिन्हित की गई सड़क पर अतिक्रमण कर दीवार, पानी की टंकी आदि बना लिया है। इसको हटाने के लिए सीमांकन भी पूर्ण हो चुका है, लेकिन आगामी कायर्वाही क्यों नहीं हो रही? इसको लेकर अब सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। इधर जिला प्रशासन का कहना है कि वह नगर निगम के आदेश का इंतजार कर रहे हैं, वहीं नगर निगम के अधिकारी पुलिस बल न मिलने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि कारर्वाई लगातार टलने का मु य कारण राजनीतिक हस्तक्षेप है, जो इस मामले को लटकाने की कवायद में जुटा हुआ है।
गौरतलब है कि दिसंबर 2013 के अंतिम सप्ताह में जिला प्रशासन के बैरागढ़ वृत्त के तहसीलदार ने नगर निगम के अपर आयुक्त को कारर्वाई की तारी ा तय करने के लिए लि ाा था। इसमें उन्होंने साफ कहा था कि नगर निगम जब भी इस अतिक्रमण को हटाने की कायर्वाही करेगा, उस दौरान वह स्वयं उपस्थित रहकर इस कार्य में उनका सहयोग करेंगे,  लेकिन 20 दिन बीत जाने के बाद भी बावजूद कायर्वाही नहीं हो सकी है। इस बीत तहसीलदार लारा बनाई गई चार राजस्व निरीक्षकों की टीम गोदरमउ में स्थित इस जमीन और सड़क का पूरा जायजा लेकर सीमांकन कर उसे चिन्हित कर दिया है तथा रिपोर्ट भी तहसीलदार को सौंप दी गई है। इधर तहसीलदार ने भी रिपोर्ट नगर निगम को भेज दी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सड़क पर जो निर्माण कार्य हैं उन्हें हटाया जाना है। इस सड़क की जमीन पर बाउंड्रीवॉल, गेट और पानी की टंकी बनाई जा रही है। 

-डीआईजी को लिखा पत्र 
तहसीलदार जमील खान ने बताया, अब नगर निगम को तय करना है किस दिन अतिक्रमण हटाना है। हालांकि सीमांकन के दौरान विरोध प्रदशर्नों को दे ाते हुए कायर्वाही में कोई व्यवधान न हो, इसके लिए पर्याप्त पुलिस बल जरूरत होगी, इसके लिए डीआईजी पुलिस को लिखा गया है। 

-यह है मामला 
कलेक्टर की जनसुनवाई में तीन माह पूर्व शैलेष प्रधान ने आसाराम आश्रम लारा रास्ते पर अवैध अतिक्रमण की शिकायत की थी। इसमें उन्होंने पीछे जाने का रास्ता ाुलवाने की मांग की थी। आवेदन में बताया था कि गोदरमउ के ासरा नंबर- 415/1/1/2/3, 453/1/1/3/1 व अन्य पर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग लारा एप्रूव नक्शे में 12 मीटर रोड स्पष्ट दर्शाई गई है, लेकिन अब इस जमीन पर
आसराम आश्रम की बाउंड्रीवॉल बन चुकी है। इसके साथ गेट और पानी की टंकी ाी रोड के लिए छोड़ी गई सरकारी जमीन पर बन रहे हैं।

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