रविवार, 19 जनवरी 2014

अपेक्स बैंक में हुआ पदोन्नति फर्जीवाड़ा

-अपनों को पहुंचाया लाभ 
भोपाल। 
अपेक्स बैंक में अपनों को नियम विरुद्ध तरीके से भर्ती और पदोन्नति देने का मामला सामने आया है। मामला सन 1997-98 में अपेक्स बैंक में लगभग आधा दर्जन निरीक्षण अधिकारियों की सीधी भर्ती का है। 
अब सारे नियमों को ताक पर रख, 16 साल बाद चहेतों को नियमित किया गया। सूत्रों के अनुसार अपेक्स बैंक के सेवा नियमों के तहत जो विज्ञापन प्रसारित किया गया, उसमें न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नात्कोत्तर डिग्री के साथ एमबीए होना जरूरी था। लेकिन भर्ती नियमों का पालन नहीं किया और पिछले दरवाजे से भर्ती किया गया। जिन्हें निरीक्षण अधिकारी बनाया गया उसमें आरबीएमएस पिल्लई तथा समीर सक्सेना मुख्यालय में कार्यरत हैं। करण यादव उज्जैन ब्रांच में कार्यरत हैं तथा विवेक मलिक एमपी नगर में शाखा प्रबंधक के रुप में कार्यरत हैं। 

-भवर ने किया कमाल 
सूत्रों के अनुसार अपेक्स बैंक के अध्यक्ष व विधायक भंवर सिंह शेखावत को जैसे ही विधानसभा चुनाव का टिकट मिला। चुनवी मैदान में आते ही उन्होंने नियमों को किनारे करते हुए 5 निरीक्षण अफसरों को नियमित कर दिया। अपेक्स बैंक प्रबंधन की इस मनमानी के कारण नियमित किए गए सभी अफसरों को 16 साल का एरीयर्स तथा  पदोन्नति का लाभ देने पर लाखों का भर आएगाा। इन सभी की पदोन्नति चुनाव पूर्व की है। जानकार कहते हैं, इन अफसरों को पदोन्नति लेने के लिए रजिस्ट्रार ने अनुमति नहीं दी है। 

-इन पर खड़े हुए सवाल 
पदोन्नति के इस मामले में अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक आरएस गर्ग की भूमिका संदिग्ध है। इन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। यह बैंक के प्रबंध संचालक स्टॉफ कमेटी के सदस्य सचिव हैं। प्रबंध सचालक ने किस कारण नियमों को ताक पर रखकर इसे स्टाफ कमेटी को प्रस्तुत किया। इसके बाद मान्य भी कर दिया। 

-वर्जन 
इस पदोन्नति में हमारी कोई भी भूमिका नहीं है। इन लोगों को स्टाफ कमेटी ने नियमित किया है। इसका जवाब भी कमेटी से लें। 
आरएस गर्ग, प्रबंध संचालक 

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