संभागायुक्त कार्यालय में अपर मुख्य सचिव एंटोनी डिसा ने कलेक्टर्स कांफ्रेंस में गेहूं के ई-उपार्जन के तहत की जा रही व्यवस्थाओं जानकारी ली। उन्होंने व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कलेक्टर को आवश्यक निर्देश दिए।
अपर मुख्य सचिव श्री डिसा ने निर्देश दिए कि कृषकों के पंजीयन की कार्यवाही निरंतर जारी रखें। अगर कहीं नए उपार्जन केन्द्र खोलने की जरूरत है तो खालें, लेकिन इसके लिए पर्याप्त आधार और औचित्य होना चाहिए। उन्होंने कलेक्टर्स से कहा, जिलों में ओले-पाले से जो फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनका रकबा फसल सहित ई-उपार्जन वेबसाइट पर डाली जाए। ताकि ई-उपार्जन में पूर्ण पारदर्शिता रखी जा सके। वे बोले कृषक से राहत आवेदन के साथ ऋण पुस्तिका भी लें, जिससे फसल का क्षति के अनुसार संभावित उपार्जन में संशोधन किया जा सके। श्री डिसा ने बारदानों की आवश्यकता एवं उपलब्धता की जानकारी हासिल करते हुए यथासमय शत-प्रतिशत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने भंडारण क्षमता की जानकारी भी ली। उन्होंने कलेक्टर्स से कहा, वे निर्माणाधीन कैप स्टोरज की हर सप्ताह समीक्षा करें। इससे काम समय पर पूर्ण होने के साथ गुणवत्ता पूर्ण होगा। उन्होंने कलेक्टर्स से कहा कि वे परिवहनकर्ताओं की बैठक आयोजित करें। परिवहन के कारण खरीदी में कोई व्यवधान नहीं आना चाहिए। वेयर हाऊस होल्डर्स के साथ बैठक आयोजित कर उन्हें अनुबंध करने हेतु प्रोत्साहित करें। कांफ्रेंस में संभागायुक्त प्रवीण गर्ग, आयुक्त खाद्य उमाकांत उमराव, प्रबंध निदेशक नागरिक आपूर्ति निगम चन्द्रहास दुबे, वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन के प्रबंधक निदेशक शिवशेखर शुक्ला, मार्कफेड के प्रबंध निदेशक अशोक वर्णवाल सहित पांचों जिलों के कलेक्टर व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
अपर मुख्य सचिव श्री डिसा ने निर्देश दिए कि कृषकों के पंजीयन की कार्यवाही निरंतर जारी रखें। अगर कहीं नए उपार्जन केन्द्र खोलने की जरूरत है तो खालें, लेकिन इसके लिए पर्याप्त आधार और औचित्य होना चाहिए। उन्होंने कलेक्टर्स से कहा, जिलों में ओले-पाले से जो फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनका रकबा फसल सहित ई-उपार्जन वेबसाइट पर डाली जाए। ताकि ई-उपार्जन में पूर्ण पारदर्शिता रखी जा सके। वे बोले कृषक से राहत आवेदन के साथ ऋण पुस्तिका भी लें, जिससे फसल का क्षति के अनुसार संभावित उपार्जन में संशोधन किया जा सके। श्री डिसा ने बारदानों की आवश्यकता एवं उपलब्धता की जानकारी हासिल करते हुए यथासमय शत-प्रतिशत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने भंडारण क्षमता की जानकारी भी ली। उन्होंने कलेक्टर्स से कहा, वे निर्माणाधीन कैप स्टोरज की हर सप्ताह समीक्षा करें। इससे काम समय पर पूर्ण होने के साथ गुणवत्ता पूर्ण होगा। उन्होंने कलेक्टर्स से कहा कि वे परिवहनकर्ताओं की बैठक आयोजित करें। परिवहन के कारण खरीदी में कोई व्यवधान नहीं आना चाहिए। वेयर हाऊस होल्डर्स के साथ बैठक आयोजित कर उन्हें अनुबंध करने हेतु प्रोत्साहित करें। कांफ्रेंस में संभागायुक्त प्रवीण गर्ग, आयुक्त खाद्य उमाकांत उमराव, प्रबंध निदेशक नागरिक आपूर्ति निगम चन्द्रहास दुबे, वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन के प्रबंधक निदेशक शिवशेखर शुक्ला, मार्कफेड के प्रबंध निदेशक अशोक वर्णवाल सहित पांचों जिलों के कलेक्टर व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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