राघवजी को भेजा जेल
-सीजीएम कोर्ट में 16 मिनट रहे पूर्व वित्तमंत्री
-24 जुलाई को होगी अगली सुनवाई
-अग्रिम जमानत याचिका हुई खारिज
भोपाल।
दिन भर चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद शाम 6.08 बजे जिला अदालत पहुंचे पूर्व वित्तमंत्री राघवजी सावला को न्यायालय ने जेल भेज दिया। करीब 16 मिनट सीजीएम कोर्ट में दोनों पक्षों के वकीलों की जिरह हुई। दलीलें सुन सीजीएम एसके पांडे ने राघवजी को जेल भेजने के आदेश देते हुए सुनवाई के अगली तारीख 24 जुलाई नियत की।
यौन शोषण में फंसे राघवजी को गांधी नगर, रोड स्थित सेंट्रल जेल के बेरक नम्बर-10 में रखा जाएगा। निज सेवक राजकुमार दांगी और घनश्याम कुशवाह से अप्राकृतिक कृत्य की सीडी सार्वजनिक होने के बाद से राघवजी भूमिगत चल रहे थे। कोर्ट में राघवजी की तरफ से अधिवक्ता पुरुषोत्म पंजवानी और अनुराग महेश्वरी उपस्थित थे। अधिवक्ताओं ने जमानत दिए जाने के लिए कोर्ट से निवेदन किया। इस पर दांगी और कुशवाह के वकील संजय गुप्ता, दीपचंद यादव और सिद्धार्थ गुप्ता ने बहस करते हुए कहा, कोर्ट सभी के लिए एक समान है। ऐसे कृत्य के बाद जमानत का सवाल ही नहीं उठता। इस पर बचाव पक्ष के वकीलों ने राघवजी की तबियत खराब होने का हवाला दिया। कोर्ट ने भी राघवजी से पूछा तो उन्होंने कहा, मुझे घबराहट होती है। विपक्षी वकीलों ने सामान्य कैदी के तौर पर मेडिकल सुविधाएं दिए जाने को कहा। कोर्ट ने बात मानते हुए जेल में ही सामान्य मेडिकल सुविधाएं देने को कहते हुए 24 जुलाई की पेशी देते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
इससे पहले पुलिस द्वारा राघवजी की गिरफ्तारी होने की सूचना मिली। करीब दोपहर 1.30 मिली इस सूचना के बाद हबीबंज थाने में मीडिया का हुजूम लग गया। हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस को भी हाईली ड्रामा करना पड़ा। आधे घंटे बाद एसपी नार्थ अरविंद सक्सेना एमपी-03-ए-8716 से हबीबगंज थाने पहुंचे। दोपहर 1.55 पर एमपी-03-ए-1574 से पुलिस राघवजी को थाने लाई। यहां भारी संख्या में पुलिस बल जुट चुका था। यहां करीब 1.30 तक राघवजी थाने में रहे और यहां से सीधे मेडिकल चेकअप के लिए हमीदिया अस्पताल ले जाया गया।
-भीतर थे राघव, गेट पर था ताला
एसपी अरविंद सक्सेना ने बताया, कोहेफिजा के राशिप्रभा अपार्टमेंट के द्वितीय तल के फ्लैट क्रमांक-102 से राघवजी की गिरफ्तार किया गया। यहां उनके साथ उनकी पत्नी मीरा बेन और भांजा विवेक सावला था। फ्लैट विवेक के नाम से बताया जा रहा है। श्री सक्सेना ने कहा, फ्लैट में बाहर से ताला लगा हुआ था। खबर पुख्ता होने पर फ्लैट का ताला तोड़ गया। इससे पहले कोहेफिजा क्षेत्र के ताले जड़े करीब 50 घरों के ताले तोड़े। भूमिगत हुए राघवजी की लोकेशन तलाने बीते तीन दिनों से पुलिस सर्चिंग कर रही थी। इस काम में 12 सदस्यीय टीम लगी थी, जिसमें एक एसपी, दो एडिशनल एसपी सहित अन्य पुलिस कर्मचारी शामिल थे।
-क्राइम ब्रांच की महत्वपूर्ण भूमिका
राघवजी की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका क्राइम ब्रांच की रही। पुलिस मुख्यालय के उच्च अधिकारियों के अनुसार राघवजी के मोबाइल से उनकी लोकेशन ट्रेस की जा रही थी। वहीं यह भी देखा जा रहा था कि उनके विदिशा स्थित घर में किस नंबर से कॉल आ रही है और जा रही है। इसमें साइबर सेल की मदद ली गई। उनके घर के कुछ मोबाइल नम्बरों पर लगातार नजर थी। कोहेफिजा थाना क्षेत्र में उनके होने की सूचना मिल रही थी। इसी आधार पर पुलिस की टीम ने दबिश दी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें