प्रदेश भर की तहसीलों में अस्थाई रूप से नियुक्त प्रोसेस सर्वेयरों (वसूली भृत्यों) ने सरकार को अपनी शक्ति दिखाने संगठित होकर संगठन बनाया। राजस्व विभाग के अंतर्गत आने वाले यह प्रोसेस सर्वेयरों ने एक राय होकर यह निर्णय लिया।
एक औपचारिक बैठक में संगठन का अध्यक्ष संजय मालवीय को चुना गया। उन्होंने बताया, अब तक प्रोसेस सर्वेयरों संगठन न होने के चलते अपनी बात शासन-प्रशासन के पास नहीं रख पाते थे। 500 से अधिक प्रोसेस सर्वेयर प्रदेश भर की तहसीलों में पदस्थ हैं, जो तहसीलदार-नायब तहसीलदार के साथ 1 जनवरी से 30 जून के बीच होने वाली राजस्व वसूली में सहयोगी की भूमिका अदा करते हैं। बावजूद इसके न इन्हें स्थाई किया गया है और न ही वेतन मान में किसी प्रकार की बढ़ोतरी की गई। श्री मालवीय ने बताया, संगठन के जरिए प्रदेश भर के प्रोसेस सर्वेयरों की समस्याओं को शासन के ध्यान लाया जाएगा। सबसे पहले संगठन मुख्यमंत्री से मिलेगा। वहीं राजस्व विभाग के मंत्री व अफसरों को अपनी समस्याओं से अवगत कराया जाएगा। अगली बैठक इसी माह के अंत में आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रदेश भर के प्रोसेस सर्वेयर हिस्सा लेंगे। संगठन में उपाध्यक्ष बैतूल से राजेश यादव, सचिव दमोह के मदन मोहन पाठक, भोपाल से सुनील श्रीवास्तव को कोषाध्यक्ष बनाया है।
एक औपचारिक बैठक में संगठन का अध्यक्ष संजय मालवीय को चुना गया। उन्होंने बताया, अब तक प्रोसेस सर्वेयरों संगठन न होने के चलते अपनी बात शासन-प्रशासन के पास नहीं रख पाते थे। 500 से अधिक प्रोसेस सर्वेयर प्रदेश भर की तहसीलों में पदस्थ हैं, जो तहसीलदार-नायब तहसीलदार के साथ 1 जनवरी से 30 जून के बीच होने वाली राजस्व वसूली में सहयोगी की भूमिका अदा करते हैं। बावजूद इसके न इन्हें स्थाई किया गया है और न ही वेतन मान में किसी प्रकार की बढ़ोतरी की गई। श्री मालवीय ने बताया, संगठन के जरिए प्रदेश भर के प्रोसेस सर्वेयरों की समस्याओं को शासन के ध्यान लाया जाएगा। सबसे पहले संगठन मुख्यमंत्री से मिलेगा। वहीं राजस्व विभाग के मंत्री व अफसरों को अपनी समस्याओं से अवगत कराया जाएगा। अगली बैठक इसी माह के अंत में आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रदेश भर के प्रोसेस सर्वेयर हिस्सा लेंगे। संगठन में उपाध्यक्ष बैतूल से राजेश यादव, सचिव दमोह के मदन मोहन पाठक, भोपाल से सुनील श्रीवास्तव को कोषाध्यक्ष बनाया है।
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