शुक्रवार, 12 जुलाई 2013

विश्व जनसंख्या दिवस :

ेचौपाल पर किया जनसंवाद
भोपाल। 
विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर भारत सरकार के क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय, उज्जैन ने गांवों में चौपाल लगाई। चौपाल के जरिए ज्ञीतरखेड़ी एवं जलवा गांवों में बढ़ती जनसंख्या किस प्रकार भारत के लिए खतर है? विषय पर जानकारी दी। 
इस अवसर पर भारत सरकार के गीत एवं नाटक प्रभाग के दल ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। झीतरखेड़ी गांव में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रचार अधिकारी दिलीप सिंह परमार ने कहा, अल्पव्यस्क माताओं लारा बच्चों को जन्म देना खतरे से खाली नहीं होता। श्री परमार ने बताया, 15 से 18 की आयु की लगभग 1.5 करोड़ से अधिक लड़कियां प्रतिवर्ष बच्चों को जन्म देती हैं, जबकि 3.2 मीलियन असुरक्षित गभर्पात हो रहे हैं। यह बड़ी भयावह स्थिति है। इस अवसर पर ईश्वर भारती ने कहा, आबादी को तो कम नहीं किया जा सकता पर इसे स्थिर किया जा सकता है। नव दम्पति और युवाओं का आव्हान करते हुए कहा, वे अपने भावी परिवार को सीमित रखें। निदेशालय के अधिकारियों ने गांव में स्कूली बच्चों के बीच प्रश्न मंच भी आयोजित कराया। इस अवसर पर गीत नाटक प्रभाग की मालवा नाट्य मंच मंडली ने मन मोहक प्रस्तुति दी। ग्रामीण युवाओं के बीच जनसंवाद कार्यक्रम के जरिए सही आयु में विवाह व गर्भधारण की सलाह दी। अधिकारियों ने केंद्र सरकार द्वारा परिवार कल्याण एवं नियोजन पर चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। 

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