ठ्ठ एक माह में होगी कायर्वाही
ठ्ठ अपने ही विधायक के सवाल पर घिरी सरकार
ठ्ठ कांग्रेस का आरोप एग्रीमेंट के नाम पर लूट रही सरकार
राजनीतिक संवाददाता, भोपाल
विधानसभा में बुधवार को आजादी के बाद भोपाल रियासत से हुए विलय समझौते (मर्जर एग्रीमेंट) को लेकर सरकार अपने ही विधायक जितेंद्र डागा के सवाल पर घिर गई। कांग्रेस ने एग्रीमेंट के नाम पर सरकार पर लूट मचाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी ने इसे जनहित का मामला बताते हुए एक माह के भीतर इस प्रकरण को निपटाने के निर्देश दिए। प्रश्नकाल के दौरान भोपाल से जुड़े इस मामले को भाजपा विधायक जितेंद्र डागा ने उठाते हुए कहा कि उन्होंने मर्जर एग्रीमेंट के संबंध में कलेक्टर को पत्र लिखा था जिसका आज तक जवाब नहीं आया है। उन्होंने कलेक्टर पर भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने का आरोप लगाया। इस पर कांग्रेस विधायक आरिफ अकील ने भी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मर्जर एग्रीमेंट कहां है, सरकार ने इसे बैरागढ़ के लोगों को परेशान करने का माध्यम बना लिया है। उन्होंने कहा कि इसकी आड़ में लूट मचा रखी है और अरबों रुपए की जमीन को बर्बाद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बैरागढ के लोगों को उनका हक दिलाने की मांग करते हुए कहा कि इस समझौते के चलते अरबों रुपए की सम्पत्ति प्रभावित हो रही है और सरकार को एक निश्चत समय सीमा में इसकी जांच कराकर लोगों की समस्याओं का निराकरण करना चाहिए। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री बाबूलाल गौर ने बताया कि एक महीने में सब स्पष्ट हो जाएगा, क्योंकि यह कानूनी मुद्दा है और कैबिनेट लैंड रेवेन्यू एक्ट में संशोधन करने जा रही है। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि बैरागढ़ के लोगों को उनके हक देने के लिए परेशान किया जा रहा है। भाजपा विधायक डागा ने कहा कि कलेक्टर मेरे पत्रों का जवाब तक नहीं दे रहे हैं। स्पष्ट रूप से भ्रष्ट अधिकारियों को बचाया जा रहा है। जनहित का मामला है। इसकी जांच कराना चाहिए। राजस्व मंत्री वर्मा ने डागा के सवाल के जवाब में कहा कि 12 जुलाई को इस संबंध में मीटिंग रखी गई है। डागा को जवाब मिल जाएगा। अध्यक्ष ने विधायकों की भावनाओं से सहमति व्यक्त करते हुए सरकार से एक माह के भीतर प्रकरण को निपटाने को कहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें