मंगलवार, 2 जुलाई 2013

बनी फसल बर्बाद होने की नौबत

खेतों से निकालें पानी, वर्ना मिट्टी में मिल जाएगी बोवनी 
भोपाल। 
पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से निचले व बिना ढलान के खेतों में पानी भर गया है। इसको लेकर कृषि विभाग ने जिले के किसानों को दलहनी और तिलहनी फसलों में अधिक वर्षा से बचाने के उपाय बताए हैं। 
कृषि वैज्ञानिकों ने कहा है, सोयाबीन और दलहनी फसलों की बौनी के बाद बीते दो दिनों से हो रही बारिश से खेतों में पानी भर गया है। जहां पानी भर गया है उसे तत्काल निकालें इससे फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है। किसानों को चाहिए कि वह फसलों वाले खेत में पानी के भराव की स्थिति को नियंत्रण में लें। जहां बतर नहीं है वहां नहीं करें। बौनी खरीफ फसलों की जिन किसानों ने अब तक बौनी नहीं की है और हाल में हो रही वर्षा से खेत में बतर नहीं आया है उनको कृषि विभाग की सलाह है कि वह धीरज रखें। जहां बतर नहीं वहां बौनी नहीं करें । बतर आने पर ही बौनी करें । यदि बतर आने में ज्यादा विलंब होता है तो जुलाई माह में ही सोयाबीन, उड़द, मूंग और अरहर की बौनी कर सकते हैं। 

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