मंगलवार, 9 जुलाई 2013

पुलिस नहीं सुनती, बेटी की आबरू बचा लो

-दो माताओं ने जनसुनवाई में लगाई गुहार 
भोपाल। 
केस-1 
वार्ड-14, बैरसिया रोड निवासी निक्की विश्वकर्मा पति संतोष विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि उनका भाई बेटी प्रार्थना से जबरिया शादी करना चाहता है। जबकि दोनों के बीच भांजी और मामा का रिश्ता है। निक्की ने कहा, उसका भाई प्रवेश विश्वकर्मा शराब पीकर घर में घुसता है और बेटी प्रार्थना से अश्लील हरकतें करता है। मोबाइल पर गंदे मैसेज भेजता है। हालांकि इस मामले में की गई रिपोर्ट के बाद वह थाने भी जा चुका है।   लेकिन जमानत पर बाहर आते ही वह फिर वही भद्दी हरकतें करने लगा है। 

केस-2 
बालविहार, आनंद नगर इलाके की ललिता देवी और उनके परिजन ने शिकायत की है कि उनकी बेटी को सरेआम मोहल्ले का एक गुंडा रास्ते में रोककर व घेरकर जबरिया शादी करने के लिए धमका रहा है। गुंडे के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने के बाद भी कारर्वाई नहीं हो रही है। अब तो वह शादी नहीं करने पर उठा ले जाने तक की धमकी दे रहा है। 

पुलिस न लोगों को डर है न वह हमारी सुनती है साहब! मेरी बेटी की आबरू बचा लो। कलेक्टर की जनसुनवाई में दो माताओं ने आवेदन देते हुए बेटियों को सुरक्षा देने की गुहार लगाई। पहले मामले में जहां मामा के द्वारा जबरिया शादि रचाने की बात कही। दूसरे में मां ने कहा, मेरी बेटी को एक बदमाश धमका रहा है। 
दोनों केस को सुनने के बाद कलेक्टर निशांत वरवड़े ने पहले मामले में जहां गोविंदपुरा एसडीएम को जांच के निर्देश दिए हैं वहीं दूसरे में डीआईजी पुलिस को कड़ी कारर्वाई के लिए तत्काल प्रकरण भेजा गया है। इसमें कलेक्टर से साफ तौर पर लिखा है कि यह मामला स्पष्ट तौर पर प्रताड?ा है, जिस पर तत्काल कारर्वाई की जाए।

-गलत प्लाट की कर दी रजिस्ट्री - 
 कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में कुल 75 शिकायती आवेदन प्राप्त हुए। अहमदपुर कलां निवासी अ िालेश कुमार सिंह ने अपने शिकायती आवेदन में बताया है कि एसबी कमर्चारी सोसायटी से उन्हें वर्ष 2002 में प्लॉट मिला था, लेकिन तत्कालीन अध्यक्ष सुरेश राय ने उन्हें गलत प्लॉट की रजिस्ट्री करा दी। रजिस्ट्री में हाथ से लिखकर हेराफेरी की गई है जो स्पष्ट दि ााई दे रही है। तब से अ ाी तक सहकारिता वि ााग और जिला प्रशासन में कई बार शिकायत गई लेकिन अ ाी तक कोई कारर्वाई नहीं हुआ। कलेक्टर ने उपायुक्त सहकारिता को जांच और कारर्वाई के लिए लिखा है।

-बैंक खाते से गायब हुए डेढ़ लाख 
बैरसिया के झिकरिया गांव निवासी गोरेलाल ने अपने आवेदन में बताया कि उन्होंने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक बैरसिया में एक ला ा रूपए जमा कराए थे। जरूरत होने पर वह पैसे निकालने गए तो पता चला कि यह पैसे तो उनके खाते में जमा ही नहीं हुए। उन्होंने बैंक प्रबंधन पर हेराफेरी का आरोप लगाते हुए पैसे वापिस दिलाने की मांग की। 

-अंतर की राशि का दिलाएं भुगतान - लक्ष्मीनारायण पाल ने अपने आवेदन में बताया कि उनके बेटे की  सागर कॉलेज में शंटिंग का काम करने के दौरान दुर्घटना में मौत हो गई थी। सहायक श्रम आयुक्त ने उनकी मौत के दो महीनें बाद 27 हजार रुपए का चैक प्रदान किया,जबकि शासन की ओर से मुआवजा एक लाख रुपए मिलता है। इस अंतर की राशि का भी भुगतान कराया जाए। 
 

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