रविवार, 14 जुलाई 2013

गांव और शहर की डगर पर होंगे अलग बस स्टॉप

-ग्रामीण यान सेवा के तहत चल रहा प्लान 
भोपाल। 
गांव और शहर की डगर पर अलग-अलग बस स्टॉप होंगे। ऐसा शहर से गांव को जोड़ने वाली सड़कों पर होगा। दरअसल, यह सब ग्रामीण यान सेवा के तहत किया जा रहा है। इन बसों के लिए अलग से स्टॉपेज होंगे, जिससे सिटी बस व ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत न आए। 
इतना ही नहीं ग्रामीण यान सेवा का विस्तार   करते हुए क्षेत्रीय परिवहन विभाग ने इसे शहर की सीमा से अब 5 की जगह 15 किमी तक चलाने का निर्णय ले लिया है। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) एमएल सोनी ने बताया, ग्रामीण यात्रियों को सिटी बस जैसी सुविधा मिल सके वह भी सुलभ तरीके से शहर व गांव में पहुंच सकें। इस लिहाज से इस सेवा को शुरू किए जाने की योजना है। उन्होंने बताया, बीते दिनों इस संबंध में जिला कलेक्टर निशांत बरवड़े की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी। जिसमें एएसपी ट्रैफिक अवधेश गोस्वामी, डीएसपी ट्रैफिक महेंद्र जैन सहित नगर निगम व पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में चर्चा की गई थी कि सिटी बसों के चलने के साथ ग्रामीण बसों का टकराव होगा। इससे यात्री भी भ्रमित हो सकते हैं। इसे देखते हुए स्टॉपेज अलग करने का निर्णय लिया गया। ऐसा होता है तो इनके संचालन में भी समस्या नहीं होगी। इन बसों के परमिट और टाइम-टेबल पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इन बसों का संचालन शहर की सीमाओं के आखिरी में होगा। स्टॉपेज बनने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी व नगर निगम को दी गई है। दोनों विभाग मिल कर इसे तैयार करेंगे, फिलहाल अधिकारी स्टॉपेज के लिए जगह तलाश रहे हैं। 

ऐसा है प्लान 
गांव के आने वाले यात्री को शहर में प्रवेश करना है तो वह ग्रामीण यान के जरिए शहर की सीमा तक आएगा। इन स्टॉपों के पास ही सिटी बस के स्टॉपेज होंगे, जिसके जरिए वह सिटी बस पकड़ सकेंगा। इसी प्रकार शहर से ग्रामीण क्षेत्र में जाने के लिए व्यवस्था होगी। ग्रामीण यान बस के स्टॉपेज तक पहुंचने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी। साथ ही स्टॉपेज का चयन यात्री बसों व सिटी बस, मैजिक आदि के पहुंच वाले रास्ते पर शहर की सीमा से दूर किया जाएगा, लेकिन इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि यात्री सहजता से इन स्टॉपेज तक पहुंच सके। 

-इधर देना होगा ध्यान 
ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण यान योजना से नवीन सुविधा मिलेगी, लेकिन शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र में अवैध रूप से मैजिक चल रहे हैं। अवैध रूप से इनका संचालन बिना अधिकारी और यातायात पुलिस की मिल भगत से नहीं हो सकता। बावजूद इसके किसी प्रकार का दखल किसी ने भी नहीं किया। बीते दो सालों से यह काम चल रहा है। हालांकि इस बारे में शिकायतें भी हुई, लेकिन कार्रवाई शून्य ही रही। 

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