हरदिल अजीज थे हरवंश: शिवराज
प्रशासनिक संवाददाता, भोपाल
विधानसभा में सोमवार को विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह, पूर्व उप मु यमंत्री सुभाष यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल और अन्य दिवंगत नेताओं को उनके निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सदन की कायर्वाही मंगलवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन में दिवंगतों को श्रद्धांजलि देते हुए मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज भारी मन से हम सदन में बैठे हैं। हरवंश सिंह हर दिल अजीज नेता थे। वह प्रदेश में कांग्रेस के स्तंभ थे। उन्होंने कहा कि सिंह कुशल संगठन होने के साथ सफल प्रशासक और लोकप्रिय नेता थे। उनका सबसे बड़ा गुण सफलतापूर्वक सामंजस्य बनाना था। मु यमंत्री ने कहा कि सुभाष यादव प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ और बडे़ जनाधार वाले नेता थे। उन्होंने कहा कि वे सहकारिता आंदोलन के पुरोधा थे और महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए हमेशा किसानों और पिछड़े वर्ग के हित में काम किया। चौहान ने कहा कि विद्याचरण शुक्ल सौ य व्यक्ति और लोकप्रिय नेता थे। वे लगातार महासमुंद क्षेत्र से लगातार नौ बार लोकसभा चुनाव जीत। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले में शुक्ल सहित पूर्व मंत्री महेन्द्र कुमार कर्मा, नंदकुमार पटेल उदय मुदलियार शहिद हुए है। कर्मा ने नक्सलियों के खिलाफ दमदारी से लड़ाई लड़ी और हमलों का सामना करते हुए सलमा जुडू़म आंदोलन चलाया।
741 यात्री लापता:
मु यमंत्री ने उत्तराखंड प्राकृतिक आपदा को शताव्दी की सबसे बड़ी त्रासदी बताते हुए कहा कि बड़ी सं या में तीर्थ यात्री मौत के शिकार हुए और हजारों लोग तबाह हो गए है। उन्होंने कहा कि इस आपदा में फंसे प्रदेश के हजारों तीर्थ यात्रियो को राज्स सरकार राहत एवं बचाव कार्य के माध्यम से सुरक्षित निकाल कर लायी है लेकिन अभी भी प्रदेश के 741 यात्री लापता हैं।
किसानों के शुभचिंतक थे: अजय
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हरवंश सिंह प्रभावी समन्वयक के साथ एक सूत्र में बांधने वाले कुशल संगठक और किसानों के शुभचिंतक थे। वे कांग्रेस विधायकों के कुशल मार्गदर्शक और सदन का सफ लतापूर्वक संचालन करने वाले नेता थे। उनकी कमी पार्टी को हमेशा खलती रहेगी। उन्होंने कहा कि यादव ने प्रदेश में सहकारिता के ढांचे को खड़ा करने में सबसे बडा योगदान दिया है। वे जमीन से जुड़े नेता होने के साथ किसानों और पिछड़े वर्ग के मसीहा थे। यादव ने प्रदेश के निमाड़ क्षेत्र में कृषि क्षेत्र में अहम योगदान दिया। सिंह ने छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद हुए शुक्ल को चुंबकीय व्यक्तित्व वाला नेता बताते हुए कहा कि वे प्रभावी प्रशासक थे। उन्होंने महेन्द्र कर्मा को छग का टाइगर बताते हुए कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लड?े वाले प्रभावी नेता थे। उन्होंने उत्तराखंड की प्राकृतिक आपदा को शताब्दी की बड़ी घटना बताते हुए कहा कि चार धाम की यात्रा करने वाले हजारों तीर्थ यात्री इसके शिकार हुए हंै। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को प्रदेश के अब तक लापता तीर्थ यात्रियो के संबंध में समय सीमा निर्धारित मुआवजे देने की कायर्वाही करना चाहिए।
बसपा विधायक दल के नेता रामलखन सिंह, उपनेता चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी, विधायक आत्मराम पटेल, चौधरी मेर सिंह, भगवान सिंह राजपूत और पारस सखलेचा ने दिवंगत नेताओं और तीर्थ यात्रियों को श्रद्धांजलि दी।
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सिंह लोकप्रिय नेता थे: रोहाणी
विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी ने वर्षाकालीन सत्र के पहले दिन कायर्वाही शुरू होने पर हरवंश सिंह सुभाष यादव, विद्याचरण शुक्ल, महेन्द्र कर्मा, नंदकुमार पटेल, चन्द्रमणि त्रिपाठी, कुसुमकांत जैन, गौरीशंकर कौशल, उदय मुदलियार, अनंतराम वर्मा, सुप्यार सिंह, भावना चीखलिया, अनंतराम वर्मा व उत्तराखंड की प्राकृतिक आपदा में शिकार हुए तीर्थ यात्रियों का जिक्र करते हुए सदन की तरफ से श्रद्धांजलि दी।
दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देते हुए रोहाणी ने कहा कि हरवंश सिंह लोकप्रिय नेता थे और सदन का संचालन बेहतर तरीके से करते थे। सिंह ने मंत्री सहित अन्य पदों का निर्वहन करते हुए लोक कल्याण के कार्य किए। उन्होंने कहा कि यादव प्रदेश में सहकारिता आंदोलन के अग्रणी नेता थे और किसानों और पिछड़े वर्ग के हितों की लड़ाई लड़ते रहे। उन्होंने कहा कि शुक्ल के रूप में देश और प्रदेश ने कुशल प्रशासक एवं प्रभावी नेता खो दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा में बड़ी मात्रा में जान-माल का नुकसान हुआ है। उन्होंने सभी दिवंगत नेताओं और तीर्थ यात्रियों को सदन की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद अध्यक्ष ने दो मिनट का मौन रखवाने के बाद सदन की कायर्वाही मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
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