जयपुर साहित्य समारोह में साहित्यकार आशीष नंदी द्वारा दिए विवादित को लेकर मंगलवार को राजधानी में दलित-पिछड़े संगठनों धरना-प्रदर्शन किया। एक जुट हो तमाम संगठनों के कार्यकर्ता-पदाधिकारी बोर्ड ऑफिस से रैली के रूप में हबीबगंज स्थित अजाक्स थाने पहुंचे। यहां इन्होंने कुबेर सिंह को संयुक्त ज्ञापन पत्र सौंप कर १५ दिनों में कार्रवाई की मांग की। इस पर श्री सिंह ने आश्वस्त किया कि विवेचना कराते हुए विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी। संगठानों ने आशीष के बयान को भारतीय दण्ड संहिता की धारा 506 और अनुसूचित जाति जनजाति (अत्याचार निकरण) अधिनियम 1989 की धारा 3-1-10 के तहत अपराध की श्रेणी के तहत दंडनीय माना है। प्रदर्शन में अजाक्स, अपाक्स, राष्ट्रीय मूल निवासी चेतना मिशन, अखिल भारतीय अनुसूचित जाति परिषद्, दलित मुक्ति सेना, आरपीआई एवं बहुजन शक्ति सेना शामिल थे।
इस दौरान संगठनों ने निर्णय लिया कि यह आंदोलन आरोपी साहित्यकार नंदी की गिरफ्तारी तक चलेगा। रैली में बहुजन शक्ति सेना के प्रमुख सुनील बोरसे, अजाक्स के प्रवक्ता विजय शंकर श्रवण, इंजी. एसएल सूर्यवंशी, महासचिव अजाक्स, डॉ. सीएल वंशकार, अध्यक्ष राष्ट्रीय मूलनिवासी चेतना मिशन, डॉ. मोहन पाटिल, पार्षद मुकेश गजभिये, पार्षद गिरीश शर्मा, महेन्द्र, दिलिप मस्के, पृथ्वीराज रायपुरे, बीपी बकोरिया, राजेश कीर, किशोर वायकर, निर्मला पाटिल, निगार वाघ, उषा खोबरागढ़े सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
इस दौरान संगठनों ने निर्णय लिया कि यह आंदोलन आरोपी साहित्यकार नंदी की गिरफ्तारी तक चलेगा। रैली में बहुजन शक्ति सेना के प्रमुख सुनील बोरसे, अजाक्स के प्रवक्ता विजय शंकर श्रवण, इंजी. एसएल सूर्यवंशी, महासचिव अजाक्स, डॉ. सीएल वंशकार, अध्यक्ष राष्ट्रीय मूलनिवासी चेतना मिशन, डॉ. मोहन पाटिल, पार्षद मुकेश गजभिये, पार्षद गिरीश शर्मा, महेन्द्र, दिलिप मस्के, पृथ्वीराज रायपुरे, बीपी बकोरिया, राजेश कीर, किशोर वायकर, निर्मला पाटिल, निगार वाघ, उषा खोबरागढ़े सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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