मंगलवार, 15 जनवरी 2013

राजधानी में चल रहा चिटफंड कारोबार ्र-डीजीपी को दी चंगुल में फसे लोगों ने शिकायत,भोपाल

राजधानी में चिटफंड का कारोबार चल रहा है। पुलिस प्रशासन चिटफंड धारियों को दबो नहीं पा रहा है। चिटफंडियों के चंगुल में फंसी करीब आधा दर्जन महिलाओं ने मंगलवार को पुलिस महानिदेशक से कंपनी एजेंट को गिरफ्तार करने की शिकायत दर्ज कराई। महिलाओं ने बताया एजेंटों की बातों में आ हमने राशि जमा कराई थी, लेकिन यह लोग झांसा दे गायब हो गए। एडीजीपी ने संबंधित पुलिस अधिकारी को दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 
पीडि़त महिला खेरूनिशा, शरीफा, सबा निवासी जहांगीराबाद ने आवेदन में बताया कि नेसेंट डिटेल लिमिटेड कंपनी की एजेंट प्रमिला सिंह ने उनसे 7880 रुपए जमा कराए थे। एजेंटों ने कहा, पांच साल में उन्हें पांच-पांच लाख रुपए मिलेंगे। इसके बाद प्रमिला ने खेरूनिशा की अन्य पहचान वालों से भी पैसा जमा कराए थे। प्रमिला ने जिन महिलाओं से पैसा लिया था, उन्हें डुप्लीकेट रसीद थमा दी थी। जब प्रमिला के बारे में पीडि़त महिलाओं को पता चला तो उन्होंने उससे पैसा वापस लिया था। जब उसने पैसा देने से इंकार कर दिया तो पीडि़तों ने कंपनी प्रबंधक शैलेन्द्र कुमार से संपर्क किया। शैलेन्द्र ने पीडि़ताओं की कोई मदद करने से इंकार कर दिया। महिलाओं की समस्या सुनने के बाद एडीजीपी यूके लाल ने महिला थाना प्रभारी सोनाली सूना को महिला एजेंट प्रमिला सिंह एवं कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है है कि पहले भी एक दर्जन से अधिक लोग आरएमपी कंपनी के खिलाफ ठगी की शिकायत हो चुकी है। बावजूद इसके पुलिस ने चिटफंडियों के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू नहीं की। 

-22 की समस्या सुनी
जनसुनवाई के दौरान 22 लोगों ने अपनी समस्याएं मुख्यालय के अधिकारियों को दी। जहां अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक यूके लाल और श्रीमती अरुणामोहन राव ने उनकी समस्य सुनी और समस्याओं के निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। अधिकांश शिकायत चिटफंड, पारिवारिक विवाद, धमकी, सूदखोरी, तेजाबी हमलावारों पर कार्यवाही, बहू प्रताडऩा, किरायेदारी, धोखेबाजी, झूठे प्रकरण समाप्त करने, चोरी, रिश्वतखोरी आदि से संबंधित थी। 

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