सोमवार, 21 जनवरी 2013

ऊर्जीकरण योजना की अधिकारियों ने निकली ऊर्जा


-ठेकेदारों बोले मनमानी करते हैं अधिकारी
-फसलें सूखने की कगार पर
भोपाल। 
  मप्र शासन द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई पंप ऊर्जीकरण योजना की विद्युत कंपनी के अधिकारी ऊर्जा निकाल रहे हैं। इस योजना के तहत जिन किसानों ने महीनों पहले अपने हिस्से की राशि कंपनी में जमा करदी, उनके प्रकरणों पर छह और आठ महीने बाद भी काम शुरू नहीं हुआ है। अब किसानों की फसलें सूखने पर आ गई है।
योजना से जुड़े विद्युत ठेकेदारों ने काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। दूसरी तरफ एसटीसी से जुड़े विद्युत ठेकेदारों ने अधिकारियों पर मनमानी और आर्थिक शोषण का आरोप लगाया है। इनके अनुसार योजना के तहत संभाग के हजारों किसानों ने अपनी अंश राशि तो जमा करा दी, लेकिन अधिकारियों ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया। कारण प्रकरण अटके पड़े हैं। मंगलवार को ठेकेदार ऊर्जा राज्यमंत्री को मिल प्रकरणों को निराकृत करने संबंधित पत्र देंगे।

-सीएम का गृह जिला भी प्रभावित
बिजली ठेकेदारों और स्टेट ट्रांसमिशन कंस्ट्रक्शन से जुड़े कार्यों को बंद किए जाने से लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का गृह जिला भी अछूता नहीं है। जानकारी के अनुसार सीहोर विद्युत संभाग में बकतरा, आष्टा, नसरुल्लागंज, रेहटी, इछावर आदि क्षेत्रों में ठेकेदारों ने कामबंद करके आंदोलन करन शुरू कर दिया है।

-यहां बंद हुआ काम
भोपाल संभाग -सूखी सेवनियां, ईंटखेड़ी, गुनगा, बैरसिया, ललरिया, नजीराबाद आदि।
सीहोर संभाग- बकतरा, आष्टा, सोनकच्छ, नसरुल्लागंज, रेहटी, शाहगंज आदि।
विदिशा संभाग- गंज बासौदा, शमशाबाद, लटेरी, सिरोंज आदि।
रायसेन संभाग- बेगमगंज, उदयपुरा, देवरी, गैरतगंज, औबेदुल्लागंज, बाड़ी, बरेली, देवरी आदि।

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