-सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस मुख्यालय तक रैली निकाली
-अजाक थाने में न हुई एफआईआर न सुनवाई
भोपाल। यह घृणित घटनाक्रम है जिले के अंतर्गत आने वाले इस्लाम नगर ग्राम पंचायत का। समस्याओं के निराकरण और योजनाओं पर चर्चा के लिए बुलाई गई ग्राम पंचायत की विशेष बैठक में पूर्व दलित पंच खुशीलाल (हरिजन) को सरपंच रमाकांत मालवीय ने भरी पंचायत में घसीट-घसीट कर मारा। गुस्साए ग्रामीणों ने अजाक थाने में रिपोर्ट दर्ज करानी चाही, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई। ग्रामीणों ने विरोध जताया तो थानेदार ने जांच की तारीख दे पल्ला झाड़ लिया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को इस संबंध में एसडीएम राजेश श्रीवास्तव से मुलाकात कर ज्ञापन देते हुए सरपंच को पद से हटाने की कार्रवाई करने की मांग की। इससे पहले सैकड़ों ग्रामीणों ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय तक रैली निकाली और सुरक्षा की गुहार लगाई। आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया अगर दोषी सरपंच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार नहीं किया गया, तो पुलिस मुख्यालय के सामने धरना दिया जाएगा। इस दौरान पीडि़त पूर्व पंच खुशीलाल धानक सहित मौजूदा पंच रमेश कुमार मांझी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. पीएस यादव, मुकेश कुमार, जगदीश अहिरवार, कामता प्रसाद, जगन्नाथ कुशवाह, नाथूराम, कालूराम शेटिया, आदिलराज, पुनिया बाई, काशी बाई, सुमित्रा बाई, मुन्नी बाई मौजूद थे।
रमाकांत ने फैला रखा है आतंक
सरपंच रमाकांत मालवीय का आतंक पूरे गांव में फैला हुआ है। जब ग्रामीण गांव में विकास कार्य न होने शिकायत करते हैं तो उनसे अभद्रता की जाती है। वहीं सरपंच धमकाता भी है। गांव में सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। खुदी हुई सड़कों पर फूटी गलियों का गंदा पानी भरा रहता है। सारे काम केवल कागजों पर हो रहे हैं। एतिहासिक धरोहरों पर सरपंच ने अतिक्रमण कर लिया है। वहीं तलाब पर भी मालवीय का कब्जा है। भूमिहीन गांववालों के लिए चरनोई की जमीन के पट्टे दिए जाने के लिए विशेष बैठक बुलाई गई, लेकिन 26 जनवरी को कोरम पूरा नहीं होने से स्थगित कर दी गई। इसके बाद 29 जनवरी को पंचायत भवन परिसर में विशेष बैठक बुलाई गई, जिसमें नियमानुसार कोरम पूरा होने पर प्रस्ताव पारित करके जनपद पंचायत और कलेक्टर को भेजने का तय किया गया। इससे नाराज सरपंच रमाकांत मालवीय ने गालियां देनी शुरु कर दी। इसका पूर्व पंच खुशीलाल धानक ने विरोध किया, जिस पर रमाकांत मालवीय ने जान से मारने की धमकी देते हुए मारते हुए घसीटने लगा। इस पर पंच रमेश मांझी और दूसरे गांववालों ने किसी तरह से खुशीलाल धानक को बचाया।
गोंड राजा किले पर कब्जा
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. पीएस यादव के अनुसार पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित घोषित गोंडराजा के किले पर सरपंच रमाकांत मालवीय ने अपने कब्जे में ले रखा है। इसकी लिखित शिकायत कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव को करने पर तत्काल हटाने के निर्देश एसडीएम को दिए गए थे, फिर भी अतिक्रमण नहीं हटा। पुरातत्व विभाग भी जिला प्रशासन और पुलिस को अतिक्रमण हटाने के बारे में लिख चुका है, लेकिन मिलीभगत के कारण कार्रवाई नहीं हो पाती है।
-अजाक थाने में न हुई एफआईआर न सुनवाई
भोपाल। यह घृणित घटनाक्रम है जिले के अंतर्गत आने वाले इस्लाम नगर ग्राम पंचायत का। समस्याओं के निराकरण और योजनाओं पर चर्चा के लिए बुलाई गई ग्राम पंचायत की विशेष बैठक में पूर्व दलित पंच खुशीलाल (हरिजन) को सरपंच रमाकांत मालवीय ने भरी पंचायत में घसीट-घसीट कर मारा। गुस्साए ग्रामीणों ने अजाक थाने में रिपोर्ट दर्ज करानी चाही, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई। ग्रामीणों ने विरोध जताया तो थानेदार ने जांच की तारीख दे पल्ला झाड़ लिया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को इस संबंध में एसडीएम राजेश श्रीवास्तव से मुलाकात कर ज्ञापन देते हुए सरपंच को पद से हटाने की कार्रवाई करने की मांग की। इससे पहले सैकड़ों ग्रामीणों ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय तक रैली निकाली और सुरक्षा की गुहार लगाई। आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया अगर दोषी सरपंच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार नहीं किया गया, तो पुलिस मुख्यालय के सामने धरना दिया जाएगा। इस दौरान पीडि़त पूर्व पंच खुशीलाल धानक सहित मौजूदा पंच रमेश कुमार मांझी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. पीएस यादव, मुकेश कुमार, जगदीश अहिरवार, कामता प्रसाद, जगन्नाथ कुशवाह, नाथूराम, कालूराम शेटिया, आदिलराज, पुनिया बाई, काशी बाई, सुमित्रा बाई, मुन्नी बाई मौजूद थे।
रमाकांत ने फैला रखा है आतंक
सरपंच रमाकांत मालवीय का आतंक पूरे गांव में फैला हुआ है। जब ग्रामीण गांव में विकास कार्य न होने शिकायत करते हैं तो उनसे अभद्रता की जाती है। वहीं सरपंच धमकाता भी है। गांव में सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। खुदी हुई सड़कों पर फूटी गलियों का गंदा पानी भरा रहता है। सारे काम केवल कागजों पर हो रहे हैं। एतिहासिक धरोहरों पर सरपंच ने अतिक्रमण कर लिया है। वहीं तलाब पर भी मालवीय का कब्जा है। भूमिहीन गांववालों के लिए चरनोई की जमीन के पट्टे दिए जाने के लिए विशेष बैठक बुलाई गई, लेकिन 26 जनवरी को कोरम पूरा नहीं होने से स्थगित कर दी गई। इसके बाद 29 जनवरी को पंचायत भवन परिसर में विशेष बैठक बुलाई गई, जिसमें नियमानुसार कोरम पूरा होने पर प्रस्ताव पारित करके जनपद पंचायत और कलेक्टर को भेजने का तय किया गया। इससे नाराज सरपंच रमाकांत मालवीय ने गालियां देनी शुरु कर दी। इसका पूर्व पंच खुशीलाल धानक ने विरोध किया, जिस पर रमाकांत मालवीय ने जान से मारने की धमकी देते हुए मारते हुए घसीटने लगा। इस पर पंच रमेश मांझी और दूसरे गांववालों ने किसी तरह से खुशीलाल धानक को बचाया।
गोंड राजा किले पर कब्जा
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. पीएस यादव के अनुसार पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित घोषित गोंडराजा के किले पर सरपंच रमाकांत मालवीय ने अपने कब्जे में ले रखा है। इसकी लिखित शिकायत कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव को करने पर तत्काल हटाने के निर्देश एसडीएम को दिए गए थे, फिर भी अतिक्रमण नहीं हटा। पुरातत्व विभाग भी जिला प्रशासन और पुलिस को अतिक्रमण हटाने के बारे में लिख चुका है, लेकिन मिलीभगत के कारण कार्रवाई नहीं हो पाती है।
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