सोमवार, 28 जनवरी 2013

अग्निहोत्र करता है प्राणियों और पर्यावरण की रक्षा : नलिनी

-देश भर से जुटे सीहोर रोड स्थित माधव आश्रम में आचरणकर्ता-प्रचारक
भोपाल। 
अग्निहोत्र महयज्ञ न केवल एक यज्ञ है, बल्कि पर्यावरण और मानव के लिए सुरक्षा कवच भी है। प्रतिदिन सुबह और शाम को संधिकाल के दौरान मात्र दो आहुतियां छोड़कर हम जहां ईश्वर के समीप पहुंचने का मार्ग प्रशस्त करते हैं, वहीं तेजी से पैर पसार रहे प्रदूषण से वायुमंडल को मुक्ति दिलाने में भी सहायक होते हैं। ये विचार बैरागढ़ स्थित माधव आश्रम में रविवार को प्रारंभ हुई दो दिवसीय वार्षिक प्रचारक सभा के प्रथम सत्र में आश्रम की संचालिका पूज्य नलिनी माधव ने व्यक्त किए। उन्होंने अग्निहोत्र आचरणकर्ताओं से आव्हान किया कि इस महायज्ञ को निश्चित रूप से अपने दैनिक जीवन में आत्मसात करते हुए इस ईश्वरीय संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लें। इस अवसर पर वरिष्ठ आचरणकर्ता भैया जयंत पोतदार ने कहा कि अग्निहोत्र आचरण का संदेश ईश्वरीय कार्य और मानव सेवा है। उन्होंने कहा कि आज विश्व के हर देश में अग्निहोत्र का आचरण होता है, हालांकि पाश्चात्य देशों में होम थैरेपी अथवा अग्निहोत्र थैरेपीआदि विभिन्न नामों से जाना जाता है। प्रचारक सभा के शुभरंभ में नन्हें प्रचारक विनय पोतदार ने राष्ट्रभक्ति गीत भारत माता तेरे रक्षक हैं हम की प्रस्तुति दी। 

प्रस्तुत की प्रगति रिपोर्ट 
इस अवसर पर आश्रम के वरिष्ठ सहायक विवेक पोतदार ने स्वागत वक्तव्य देते हुए वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसी तरह मप्र सहित उत्तरप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, तमिलनाडु, बिहार आदि प्रदेशों से आए सैकड़ों प्रचारकों ने अपनी प्रचार प्रगति से अवगत कराया। 

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