-फिर चिन्हित किया शहरी व ग्रामीण क्षेत्र का 50 मीटर एरिया
भोपाल।
बड़े तलाब के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कैचमेंट एरिया में अब नगर निगम मुनारें लगाएगा। इसके लिए तालाब के ५० मीटर के दायरे को चिन्हित किया गया है। पहले शहरी क्षेत्र में निगम और ग्रामीण क्षेत्र में जिला पंचायत को मुनारें लगानी थीं। बड़े तालाब को संरक्षित करने के उद्देश्य से तालाब के कैचमेंट एरिया में मुनारें लगाने का कार्य इसी माह शुरू होने हो सकता है। निगम को मुनारें लगाने संबंधित निर्देश शासन ने दो सप्ताह पहले जारी कर दिए हैं। उल्लेखनीय है कि बारिश में जैसे ही बड़ा तालाब फुल हुआ, वैसे ही तालाब के कैचमेंट एरिया को चिन्हित करने की कार्रवाई शुरू की गई थी।
इसके लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में कुल 50 मीटर का दायरा कैचमेंट एरिया के रूप में चिन्हित किया गया। ग्रामीण एरिया को एसडीएम राजेश श्रीवास्तव के नेतृत्व में तथा शहरी क्षेत्र के दायरे को अन्य वृत्तों के अधिकारियों ने चिन्हित किया। इस सर्वे में अतिक्रमण भी सामने आए हैं, जिन्हें मुनारें लगाने के दौरान हटाए जाएगा।
-बैठक में लिया निर्णय
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कैचमेंट एरिया में मुनारें लगाने का काम पहले निगम व जिला पंचायत को देखना था। हालही में हुई बड़े तालाब को लेकर हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि अब दोनों क्षेत्रों की मुनारें लगाने का कार्य निगम देखेगा। वहीं निगम के अधिकारियों को समझ में नहीं आ रहा है कि मुनारें कैंसे लगाएं? कारण निचले क्रम के अधिकारियों का वर्तमान में (तालाब के देशांत-देशांतार) लॉगीट्यूट-लेटीट्यूट में ही उलझे हैं।
-५०० मीटर का दायरा बाकी
कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने सभी वृत्तों के एसडीएम और तहसीलदारों को उनके क्षेत्र में आने वाले तालाब व डेम के कैचमेंट एरिया के 50 मीटर दायरे को सर्वे कर चिन्हित करने के निर्देश दिए थे। वहीं बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया के आसपास के 500 मीटर के क्षेत्र का दायरा भी चिन्हित करने को कहा था। इस सर्वे कार्य में राजस्व के साथ निगम व टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से मुनारें लगाने का काम करना था। वर्तमान में केवल हुजूर ग्रामीण के अंतर्गत आने वाले तालाब के कैचमेंट एरिया का ५0 मीटर का दायरा चिन्हित किया गया है। अब 200 और 500 मीटर का दायरा चिन्हित किया जाना बाकी है। वहीं मास्टर प्लान में 500 मीटर के दायरे को इससे बाहर रखने का विचार चल रहा है।
-पहले आई ये परेशानी
बड़े तालाब के पूर्व में हुए 50 मीटर व 200 मीटर के सर्वे में सैकड़ों एकड़ भूमि चिन्हित की गई। इसमें कई गांव शामिल हैं। 50 मीटर के दायरे को लें तो जिले के कुल 24 ग्रामों की 472.900 हेक्टेयर भूमि आ रही है, वहीं 200 मीटर के एरिया में 24 ग्रामों की 1132.290 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है।
-ये करना होगा
कैचमेंट एरिया निर्धारित करने के लिए तालाब का बकायदा हवाई सर्वे होना चाहिए। कुछ राजस्व अधिकारियों के अनुसार वर्तमान दायरे को चिन्हित करने का काई वैज्ञानिक आधार नहीं है। इस हिसाब से इसका डिसमेजर मैंट नहीं किया जा सकता। गूगल की मदद से भी कैचमेंट एरिया का दायरा चिन्हित किया जा सकता है।
भोपाल।
बड़े तलाब के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कैचमेंट एरिया में अब नगर निगम मुनारें लगाएगा। इसके लिए तालाब के ५० मीटर के दायरे को चिन्हित किया गया है। पहले शहरी क्षेत्र में निगम और ग्रामीण क्षेत्र में जिला पंचायत को मुनारें लगानी थीं। बड़े तालाब को संरक्षित करने के उद्देश्य से तालाब के कैचमेंट एरिया में मुनारें लगाने का कार्य इसी माह शुरू होने हो सकता है। निगम को मुनारें लगाने संबंधित निर्देश शासन ने दो सप्ताह पहले जारी कर दिए हैं। उल्लेखनीय है कि बारिश में जैसे ही बड़ा तालाब फुल हुआ, वैसे ही तालाब के कैचमेंट एरिया को चिन्हित करने की कार्रवाई शुरू की गई थी।
इसके लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में कुल 50 मीटर का दायरा कैचमेंट एरिया के रूप में चिन्हित किया गया। ग्रामीण एरिया को एसडीएम राजेश श्रीवास्तव के नेतृत्व में तथा शहरी क्षेत्र के दायरे को अन्य वृत्तों के अधिकारियों ने चिन्हित किया। इस सर्वे में अतिक्रमण भी सामने आए हैं, जिन्हें मुनारें लगाने के दौरान हटाए जाएगा।
-बैठक में लिया निर्णय
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कैचमेंट एरिया में मुनारें लगाने का काम पहले निगम व जिला पंचायत को देखना था। हालही में हुई बड़े तालाब को लेकर हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि अब दोनों क्षेत्रों की मुनारें लगाने का कार्य निगम देखेगा। वहीं निगम के अधिकारियों को समझ में नहीं आ रहा है कि मुनारें कैंसे लगाएं? कारण निचले क्रम के अधिकारियों का वर्तमान में (तालाब के देशांत-देशांतार) लॉगीट्यूट-लेटीट्यूट में ही उलझे हैं।
-५०० मीटर का दायरा बाकी
कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने सभी वृत्तों के एसडीएम और तहसीलदारों को उनके क्षेत्र में आने वाले तालाब व डेम के कैचमेंट एरिया के 50 मीटर दायरे को सर्वे कर चिन्हित करने के निर्देश दिए थे। वहीं बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया के आसपास के 500 मीटर के क्षेत्र का दायरा भी चिन्हित करने को कहा था। इस सर्वे कार्य में राजस्व के साथ निगम व टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से मुनारें लगाने का काम करना था। वर्तमान में केवल हुजूर ग्रामीण के अंतर्गत आने वाले तालाब के कैचमेंट एरिया का ५0 मीटर का दायरा चिन्हित किया गया है। अब 200 और 500 मीटर का दायरा चिन्हित किया जाना बाकी है। वहीं मास्टर प्लान में 500 मीटर के दायरे को इससे बाहर रखने का विचार चल रहा है।
-पहले आई ये परेशानी
बड़े तालाब के पूर्व में हुए 50 मीटर व 200 मीटर के सर्वे में सैकड़ों एकड़ भूमि चिन्हित की गई। इसमें कई गांव शामिल हैं। 50 मीटर के दायरे को लें तो जिले के कुल 24 ग्रामों की 472.900 हेक्टेयर भूमि आ रही है, वहीं 200 मीटर के एरिया में 24 ग्रामों की 1132.290 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है।
-ये करना होगा
कैचमेंट एरिया निर्धारित करने के लिए तालाब का बकायदा हवाई सर्वे होना चाहिए। कुछ राजस्व अधिकारियों के अनुसार वर्तमान दायरे को चिन्हित करने का काई वैज्ञानिक आधार नहीं है। इस हिसाब से इसका डिसमेजर मैंट नहीं किया जा सकता। गूगल की मदद से भी कैचमेंट एरिया का दायरा चिन्हित किया जा सकता है।
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