- जनसुनवाई: कलेक्टोरेट में आई ८१ शिकायती
-पंच और ग्रामीणों ने लगाए आरोप, कलेक्टर ने तत्काल दिए जांच के निर्देश
भोपाल।
बगोनिया ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव ने कनिष्ठ यंत्री से मिली भगत कर शासकीय योजनाओं से लाखों रुपए हड़प लिए हैं। ग्राम पंचायत में कराए गए निर्माण व अन्य कार्यों में किए गए व्यय का भी हिसाब किताब नहीं है। शासन की तरफ से 70 कुटीर निर्माण की स्वीकृति मिली थी, लेकिन इन्होंने 50 हितग्राहियों को कुटीर निर्माण कर ही नहीं दिया। वहीं अपात्रों के नाम से राशि स्वीकृत करा ली। कलेक्टर की जनसुनवाई में यह आरोप लगाए राजा मियां व ग्रामीणों ने। कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम बैरसिया को सरपंच, सचिव और सब इंजीनियर के खिलाफ जांच के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में ८१ लोगों ने अपनी समस्या बताईं। बगोनिया के ग्रामीणों ने बताया, सचिव ग्राम सभा व ग्राम पंचायत की बैठकों से भी गायब रहते हैं। समग्र स्वच्छता अभियान के तहत 300 व्यक्तियों को निर्मल वाटिका दी गई। सरपंच और सचिव ने 10 बाई 15 की निर्मल वाटिका का निर्माण कर पंचायत से पूरी राशि का आहरण कर लिया। कनिष्ठ यंत्री ने सरपंच की मदद से बगोनिया से पुराछिदवाड़ा पहुंच मार्ग पर मुरमीकरण कराना दर्शाया है, जबकि यह सड़क को वर्ष 2009 में डामरीकृत हो चुकी है।
उन्होंने साफ कहा है कि गड़बड़ी साबित होने पर संबंधित सरपंच के खिलाफ पंचायतराज अधिनियम की धारा 40 के तहत कार्रवाई करें। सिंचाई विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी धनराज चौपड़े अब तक पेंशन न मिलने संबंधी शिकायत की। कलेक्टर ने संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा को श्री चौपड़े को अब तक पेंशन क्यों नहीं मिली के कारणों की पड़ताल करने संबंधी निर्देश दिए।
-मैं आत्मदाह कर लूंगी
गैस राहत कालोनी करोंद निवासी नि:शक्त पूनम जाटव ने सुनवाई में कहा, मेरा विवाह सुनील जाटव से 6 मई 2011 को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुआ था। इस दौरान विवाह प्रोत्साहन राशि देने के लिए सामाजिक न्याय विभाग को आवेदन किया था। मुझे अब तक ये रािश नहीं मिली है। मैं कई बार विभाग के चक्कर लगा चुकी हूं। बावजूद इसके राशि का चेक नहीं दिया जा रहा है। पूनम ने कहा, मुझे 15 दिन के भीतर प्रोत्साहन राशि नहीं मिली तो मैं सामाजिक न्याय विभाग के सामने आत्मदाह करने को मजबूर हो जाउंगी। इसकी जबावदेही विभाग की होगी।
-पंच और ग्रामीणों ने लगाए आरोप, कलेक्टर ने तत्काल दिए जांच के निर्देश
भोपाल।
बगोनिया ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव ने कनिष्ठ यंत्री से मिली भगत कर शासकीय योजनाओं से लाखों रुपए हड़प लिए हैं। ग्राम पंचायत में कराए गए निर्माण व अन्य कार्यों में किए गए व्यय का भी हिसाब किताब नहीं है। शासन की तरफ से 70 कुटीर निर्माण की स्वीकृति मिली थी, लेकिन इन्होंने 50 हितग्राहियों को कुटीर निर्माण कर ही नहीं दिया। वहीं अपात्रों के नाम से राशि स्वीकृत करा ली। कलेक्टर की जनसुनवाई में यह आरोप लगाए राजा मियां व ग्रामीणों ने। कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम बैरसिया को सरपंच, सचिव और सब इंजीनियर के खिलाफ जांच के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में ८१ लोगों ने अपनी समस्या बताईं। बगोनिया के ग्रामीणों ने बताया, सचिव ग्राम सभा व ग्राम पंचायत की बैठकों से भी गायब रहते हैं। समग्र स्वच्छता अभियान के तहत 300 व्यक्तियों को निर्मल वाटिका दी गई। सरपंच और सचिव ने 10 बाई 15 की निर्मल वाटिका का निर्माण कर पंचायत से पूरी राशि का आहरण कर लिया। कनिष्ठ यंत्री ने सरपंच की मदद से बगोनिया से पुराछिदवाड़ा पहुंच मार्ग पर मुरमीकरण कराना दर्शाया है, जबकि यह सड़क को वर्ष 2009 में डामरीकृत हो चुकी है।
उन्होंने साफ कहा है कि गड़बड़ी साबित होने पर संबंधित सरपंच के खिलाफ पंचायतराज अधिनियम की धारा 40 के तहत कार्रवाई करें। सिंचाई विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी धनराज चौपड़े अब तक पेंशन न मिलने संबंधी शिकायत की। कलेक्टर ने संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा को श्री चौपड़े को अब तक पेंशन क्यों नहीं मिली के कारणों की पड़ताल करने संबंधी निर्देश दिए।
-मैं आत्मदाह कर लूंगी
गैस राहत कालोनी करोंद निवासी नि:शक्त पूनम जाटव ने सुनवाई में कहा, मेरा विवाह सुनील जाटव से 6 मई 2011 को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुआ था। इस दौरान विवाह प्रोत्साहन राशि देने के लिए सामाजिक न्याय विभाग को आवेदन किया था। मुझे अब तक ये रािश नहीं मिली है। मैं कई बार विभाग के चक्कर लगा चुकी हूं। बावजूद इसके राशि का चेक नहीं दिया जा रहा है। पूनम ने कहा, मुझे 15 दिन के भीतर प्रोत्साहन राशि नहीं मिली तो मैं सामाजिक न्याय विभाग के सामने आत्मदाह करने को मजबूर हो जाउंगी। इसकी जबावदेही विभाग की होगी।
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