-केंद्रीय मंत्री के बयान के विरोध में भाजपा ने दिया धरना, इस्तीफे की मांग
भोपाल। केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे इन दिनों भारत के नहीं पाकिस्तान के गृहमंत्री की हैसियत से बयानवाजी कर रहे हैं। यही कारण है कि उन्होंने हाल ही में दुर्भाग्यपूर्ण बयान जारी कर शत्रु देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को धूमिल करने का मुद्दा दे दिया है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद बलवीर पुंज ने गुरुवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारवार्ता में कही। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग की है।
श्री पुंज ने कहा कि पिछले दिनों कांग्रेस के चिंतन शिविर में केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा अपने शिविरों में आतंकियों को प्रतिशण देते हैं। उन्होंने कहा कि जब श्री शिंदे मंच से बोल रहे थे तब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत सरकार के अन्य मंत्री थी मौजूद थे। लेकिन इस दुर्भाग्यपूर्ण बयान पर किसी ने आपत्ति नहीं की और सभी ने अपनी मौन स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री द्वारा इस तरह का बयान जारी कर पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को कठघरे में खड़ा करने के लिए घर बैठे मुद्दा मिल गया है। क्योंकि अभी तक आतंकी गतिविधियां संचालित करने और आतंकियों को शरण देने को लेकर पाकिस्तान पर कई आरोप लगे, लेकिन पाकिस्तान ने एक ाी आरोप को अभी तक स्वीकार नहीं किया। श्री शिंदे के इस बयान से अब पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम आतंकवाद से जोड़कर उठाएगा। श्री पुंज ने कहा कि प्रधानमंत्री को श्री शिंदे से इस्तीफा लेकर उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकद्मा चलाना चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आतंकवाद की कोई जाति या धर्म नहीं होती है। जो लोग आतंकवादी गतिविधियों में पकड़े जाते हैं, वे अपने धर्म को बदनाम करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह आतंकवादियों के मरने पर आंसू बहाते हैं।
संघ को बदनाम करने की साजिश
श्री पुंज ने कहा कि भारत सरकार राजनैतिक लाभ के लिए दुष्प्रचार कर संघ को बदनाम करने की साजिश रच रही है। उन्होंने केेंद्रीय गृह मंत्री और सचिव के बयान को आधारहीन बताया । भाजपा ने एक पत्रिका के हवाले से आतंकियों के खिलाफ छपी खबर के आधार पर भारत सरकार पर समझौता ब्लास्ट के प्रमुख आतंकी आरिफ कासमानी को बचाने और ब्लास्ट का ठीकरा कथित हिंदू आतंकियों के नाम फोडऩे का प्रयास कर रही है। उन्होंने सरकार से पूछा है कि आरिफ को भारत क्यों नहीं लाया गया। जबकि कासमानी को अंतरराष्ट्रीय खूफिया एजेेंसियों गिरतार कर चुकी हैं।
भोपाल। केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे इन दिनों भारत के नहीं पाकिस्तान के गृहमंत्री की हैसियत से बयानवाजी कर रहे हैं। यही कारण है कि उन्होंने हाल ही में दुर्भाग्यपूर्ण बयान जारी कर शत्रु देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को धूमिल करने का मुद्दा दे दिया है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद बलवीर पुंज ने गुरुवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारवार्ता में कही। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग की है।
श्री पुंज ने कहा कि पिछले दिनों कांग्रेस के चिंतन शिविर में केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा अपने शिविरों में आतंकियों को प्रतिशण देते हैं। उन्होंने कहा कि जब श्री शिंदे मंच से बोल रहे थे तब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत सरकार के अन्य मंत्री थी मौजूद थे। लेकिन इस दुर्भाग्यपूर्ण बयान पर किसी ने आपत्ति नहीं की और सभी ने अपनी मौन स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री द्वारा इस तरह का बयान जारी कर पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को कठघरे में खड़ा करने के लिए घर बैठे मुद्दा मिल गया है। क्योंकि अभी तक आतंकी गतिविधियां संचालित करने और आतंकियों को शरण देने को लेकर पाकिस्तान पर कई आरोप लगे, लेकिन पाकिस्तान ने एक ाी आरोप को अभी तक स्वीकार नहीं किया। श्री शिंदे के इस बयान से अब पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम आतंकवाद से जोड़कर उठाएगा। श्री पुंज ने कहा कि प्रधानमंत्री को श्री शिंदे से इस्तीफा लेकर उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकद्मा चलाना चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आतंकवाद की कोई जाति या धर्म नहीं होती है। जो लोग आतंकवादी गतिविधियों में पकड़े जाते हैं, वे अपने धर्म को बदनाम करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह आतंकवादियों के मरने पर आंसू बहाते हैं।
संघ को बदनाम करने की साजिश
श्री पुंज ने कहा कि भारत सरकार राजनैतिक लाभ के लिए दुष्प्रचार कर संघ को बदनाम करने की साजिश रच रही है। उन्होंने केेंद्रीय गृह मंत्री और सचिव के बयान को आधारहीन बताया । भाजपा ने एक पत्रिका के हवाले से आतंकियों के खिलाफ छपी खबर के आधार पर भारत सरकार पर समझौता ब्लास्ट के प्रमुख आतंकी आरिफ कासमानी को बचाने और ब्लास्ट का ठीकरा कथित हिंदू आतंकियों के नाम फोडऩे का प्रयास कर रही है। उन्होंने सरकार से पूछा है कि आरिफ को भारत क्यों नहीं लाया गया। जबकि कासमानी को अंतरराष्ट्रीय खूफिया एजेेंसियों गिरतार कर चुकी हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें