भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर 24 जनवरी को होने वाले निर्वाचन में दो दिन शेष रह गए हैं, लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होगा या मतदान की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। फिलहाल इस पर संशय की स्थिति बनी हुई है। क्योंकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए वर्तमान अध्यक्ष नितिन गडकरी की दुबारा ताजपोशी को लेकर वरिष्ठ नेता राम जेठमलानी के बेटे महेश जेठमलानी द्वारा आपत्ति दर्ज कराने की खबरें आने से चुनाव के निविर्रोध होने पर धुंध छाई हुई है। हालांकि भाजपा सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध ही होगा।
सोमवार को महेश जेठमलानी द्वारा गडकरी के खिलाफ राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़े जाने की खबर आने के बाद श्री जेठमलानी से खंडन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लडऩे की खबर गलत है। जेठमलानी का बयान आने के बाद भाजपा में खलबली मची हुई है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी का एक धड़ा नितिन गडकरी के खिलाफ भी है। सूत्रों का कहना है कि नितिन गडकरी की दुबारा ताजपोशी को लेकर संघ अड़ा हुआ है। जिस वजह से नितिन गडकरी से असंतुष्ठ भाजपा नेता खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। चूकि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव 24 जनवरी को होना है। इसके लिए 23 जनवरी को नामांकन पत्र भरा जाएगा। अब देखना यह है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध हो पाता है या नहीं।
सोमवार को महेश जेठमलानी द्वारा गडकरी के खिलाफ राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़े जाने की खबर आने के बाद श्री जेठमलानी से खंडन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लडऩे की खबर गलत है। जेठमलानी का बयान आने के बाद भाजपा में खलबली मची हुई है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी का एक धड़ा नितिन गडकरी के खिलाफ भी है। सूत्रों का कहना है कि नितिन गडकरी की दुबारा ताजपोशी को लेकर संघ अड़ा हुआ है। जिस वजह से नितिन गडकरी से असंतुष्ठ भाजपा नेता खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। चूकि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव 24 जनवरी को होना है। इसके लिए 23 जनवरी को नामांकन पत्र भरा जाएगा। अब देखना यह है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध हो पाता है या नहीं।
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