सोमवार, 14 जनवरी 2013

बेतवा नदी किनारे चल रही थी अवैध शराब की फैक्ट्री

 -१०० लीटर अवैध शराब पकड़ी 
-तीन जिलों की आबकारी टीम ने कार्रवाई
-अवैध ठेके से तीन महिला व दो पुरुषों को लिया गिरफ्त में, मौके से भागा शराब माफिया
-५० क्विंटल महुआ सहित ढाई लाख रुपए का माल मिला
भोपाल। 
भोपाल-रायसेन सीमा बेतवा नदी के किनारे अवैध रूप से चल रही शराब फैक्ट्री का भांडा फोड हुआ है। आबकारी विभाग भोपाल, रायसेन और सीहोर की टीमों ने संयुक्त रूप से रविवार को यहां दबिश दी। टीम ने १०० लीटर शराब और ५० क्विंटल महुआ सहित ढाई लाख रुपए का माल जब्त किया है। मौके पर तीन महिला दो पुरुष काम करने मिले। कार्रवाई की भन लगते ही वहीं शराब माफिया फरार हो गया। यह अवैध कारोबार कोलार थाना इलाके के ग्राम झिरी में चल रहा था। यहां भट्टियों में शराब को पकाया जा रहा था। महुआ 80-80 लीटर के करीब 50 ड्रमों में भरा था। वहीं ताजी बनी अवैध शराब भी इन कंटेनरों में भरी मिली। सहायक आयुक्त आबकारी नरेश कुमार चौबे ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर इस अवैध ठिकानें पर छापामार कार्रवाई की गई। इस दौरान बेतवा नदी किनारे करीब सात किमी क्षेत्र में टीम ने सर्चिंग की। चूकी खबर पुख्ता मुखबिर ने दी थी, इस आधा पर खोज बीन खेतों में की गई। एक खेते की मेड के किनारे से खुदाई कराई तो, वहां से महुआ को सड़ाने के लिए दबाकर रखे गए ड्रम मिले। इसे गहरा खोदा तो यहां से पचास ड्रम निकले। 

-सुनियोजित था तरीका 
सहायक आबकारी श्री चौबे के अनुसार शराब माफियाओं द्वारा यहां सुनियोजित तरीके से काम किया जा रहा था। पहली बार मिट्टी के भीतर कंटेनर दबे निकले, कच्ची शराब बनाने का यह नया तरीका देखा गया है। मिट्टी के नीचे कंटेनर दबे होने से आबकारी टीम और पुलिस की निगाह से यह बचे रहते थे। आबकारी अधिकारियों ने बताया कि जब्त किए गए पचास क्विंटल कच्चे महुआ से करीब एक हजार लीटर कच्ची शराब बनाई जा सकती है। शराब बनाने वाली 15 भट्टियां भी पकड़ी हैं। इन पर शराब बनाई जा रही थी। नदी किनारे चल रहे इस कारोबार की खबर कोलार पुलिस को भी नहीं थी। 

-कार्रवाई करने वाली टीम 
भोपाल से आबकारी सहायक आयुक्त नरेश कुमार चौबे, रायसेन के सहायक आबकारी आयुक्त राजेश हेनरी के नेतृत्व में तीनों जिलों की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की। कार्रवाई में 70 से भी अधिक आबकारी इंस्पेक्टर्स का दल था। भोपाल, सीहोर जिले की सीमा स्थित ग्राम झिरी में तीन अलग-अलग स्थानों पर सर्चिंग की गई। इसके बाद छापामार कार्रवाई। भोपाल टीम ने 3100 किलो महुआ और करीब 24 प्रकरण दर्ज किए। रायसेन पुलिस ने 2100 किलो महुआ जब्ती के साथ 7 प्रकरण बनाए हैं। 

-मौके से भागे माफिया 
आबकारी विभाग की टीम ने मौके से तीन महिला नूरी (२३) पिता अजय सिंह, लतूरी बाई व किरण बाई और जीवन सिंह पिता भूरा सिंह, शेरसिंह को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई की भनक लगते ही मुख्य आरोपी शराब माफिया भागने में सफल हो गए। इनमें से एक माफिया अपना मोबाइल छोड़कर भागा है। यह मोबाइल कई राज खोल सकता है। अधिकारियों के अनुसार अभी इस प्रकरण में और भी छानबीन की जाएगी कुछ और भी बातें सामने आ सकती हैं। 

-पहले भी हुई कार्रवाई 
बीते दो साल पहले तीन जिलों की पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की थी। यह कार्रवाई झिरी में की गई थी। यहां से भी भारी मात्रा में कच्ची शराब जब्त की गई थी और कच्चा माल जब्त किया था। कुछ दिनों तक कार्रवाई चली, लेकिन इसके बाद स्थानीय पुलिस के साथ आबकारी विभाग ने इस और देखना बंद कर दिया। इसके बाद अब फिर कार्रवाई के बाद यह बात सामने आ रही है कि जिले में शराब का अवैध कारोबर चल रहा है। 

-गिरफ्तारी की पूरी तैयारी 
अवैध शराब बनाने मुख्य आरोपी जो भग निकले हैं उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। मौके से कुछ को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए लोगों के जरिए ही मुख्य आरोपियों की पहचान की जा रही है। कुछ की पहचान हो चुकी है। 
नरेश कुमार चौबे, सहायक आबकारी आयुक्त 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें