गुरुवार, 28 फ़रवरी 2013

प्रदेश में हर दिन 10 हत्या और 19 बलात्कार

-गृहमंत्री ने विधानसभा में दी जानकारी
भोपाल। मप्र में महिलाओं से संबंधित विभिन्न प्रकरणों में कोई कमी नहीं आई है। विधानसभा में विधायक पांचीलाल मेडा के प्रश्न का गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता के उत्तर से यही प्रतीत होता है। सदन में उन्होंने माना प्रदेश में प्रतिदिन १० हत्याएं और १९ बलात्कार होते हैं।
ऐसे तब है, जब सरकार महिला संबंधित मामलों में त्वरित कार्रवाई पर जोर दे रही है। गृहमंत्री श्री गुप्ता ने जानकारी दी, प्रदेश में 1 दिसंबर 2012 से बीते माह तक हत्या के 324 प्रकरण दर्ज किए गए। सबसे अधिक 568 प्रकरण बलात्कार के सामने आए, जबकि 39 महिलाओं के साथ गैंगरेप की घटनाएं हुई हैं। चोर, लुटेरे भी वारदात को लगातार अंजाम दे रहे हैं। इस अवधि में अपहरण के 212 प्रकरण, डकैती 21, लूट के 251 प्रकरण पुलिस ने दर्ज किए। 

कठिन टै्रनिंग के भय से लापता होते हैं सैनिक

-सदन में गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने बताया लापता का कारण
्रभोपाल।

 आर्मी एवं अन्य केंद्रीय सुरक्षा बलों के सैनिक  कठिन ट्रैनिंग के वजह से लापता हो जाते हैं। इसके लिए संबंधित एजेंसी एवं सैनिकों के परिजनों द्वारा पुलिस में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया तो जाता है, लेकिन परिजनों द्वारा पुलिस को बाद में कोई सूचना नहीं दी जाती है। जिससे उन्हें तलाशने में परेशानी होती है। यह बात गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने प्रश्नकाल के दौरान विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया के सवाल के जवाब में दी।
ु    गृहमंत्री ने बताया कि 1 जुलाई 2010 से अभी तक प्रदेश में 64 सैनिक लापता हुए हैं। जिनमेें से बीएसएफ टैनिंग सेंटर इंदौर से 22 सैनिक , सीआईएसएफ कैंप खरगोन से 5 सैनिक एवं जबलपुर सैनिक मिलट्री कैंप से 10 सैनिक लापता हुए हैं। जबकि ग्वालियर, शिवपुरी, भिण्ड, दतिया, इंदौर, देवास, कटनी, सिवनी, सागर, पन्ना, वालाघाट, अनूपपुर, होशंगाबाद एवं बैतूल से एक-एक सैनिक लापता हुआ है। वहीं खंडवा से 2, भोपाल से 3 सैनिक लापता हुए हैं। इसके अलावा जीआरपी पुलिस ने 5 सैनिकों के लापता होने का मामला दर्ज किए।

सरकार ने माना एसआई भर्ती में गड़बड़ी हुई -तकनीकी खामी को बताया जिमेदार,भोपाल

पुलिस उपनिरीक्षकों की भर्ती में आरक्षित वर्ग के आवेदकों को मेरिट में आने के बाद ाी आरक्षित वर्ग में ही शामिल किया गया था। जबकि नियमानुसार मेरिट वाले आवेदक को अनारक्षित सूची में जगह दी जानी चाहिए। सरकार ने इस खामी के लिए तकनीकी खराबी को जिमेदार ठहराया है।
    विधायक मनीराम धाकड़ के सवाल के जवाब में गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने बताया कि आरक्षित वर्ग के आवेदकों को तकनीकी खराबी के वजह से उनके मूल वर्ग में शामिल किया गया था। जबकि नियमानुसार उनका चयन अनारक्षित में होना चाहिए। इस गड़बड़ी की जांच की जा रही है। इसमें सुधार किया जाएगा।

बॉक्स
12 जिलों में एसपीएस को एसपी की कमान
प्रदेश में 50 जिलों में पुलिस अधीक्षक के पद 54 अधिकारियों को पदस्थ किया गया है। भोपाल एवं इंदौर में पुलिस अधीक्षक के पद पर तीन-तीन अधिकारियों को पदस्थ किया गया है। इन अधिकारियों में से 42 अधिकारी भारतीय पुलिस सेवा के हैं, जबकि 12 अधिकारी राज्य पुलिस सेवा के हैं। यह जानकारी विधायक भगवान सिंह राजपूत के सवाल के जवाब में गृृहमंत्री ने दी।

रसोई गैस पर हमारे यहां सबसे अधिक प्रवेश कर -वित्तमंत्री ने दी लिखित जवाब में दी जानकारी,भोपाल

राज्य शासन द्वारा पेट्रोलियम पदार्थों पर प्रवेश कर के रूप में सबसे अधिक 6.47 प्रतिशत टैक्स एलपीजी घरेलू गैस पर लिया जाता है। जबकि डीजल, पेट्रोल पर प्रवेश कर 1 प्रतिशत लिया जाता है। यह जानकारी वित्तमंत्री राघवजी ने विधायक ब्रजेन्द्र सिंह राठौर के लिखित सवाल के जवाब में दी।
    वित्त मंत्री ने जानकारी में बताया कि पेट्रोल पर वेट 27 प्रतिशत एवं प्रवेश कर 1 प्रतिशत है। डीजल (एलडीओ) पर वेट 13 एवं प्रवेश कर 1 प्रतिशत है। इसी तरह डीजल (एचएसडी) पर वेट 23 एवं वेट 1 प्रतिशत लगता है। जबकि गैस (कमिर्शियल) पर वेट 13 प्रतिशत एवं 2 प्रतिशत एवं घरेलू गैस पर वेट 5 एवं वेट 6.47 प्रतिशत लिया जाता है। रसोई गैस पर हमारे यहां सबसे अधिक प्रवेश कर लिया जाता है। हालांकि हाल ही पेश बजट में रसोई गैस पर लगने वाले प्रवेश कर को घटाकर 2 प्रतिशत कर दिया है।

शस्त्र लाइसेंस शुल्क पुरानी दर से लगेगा,भोपाल

नवीन शस्त्रधारक लाइसेंस बनवाने एवं नवीनीकरण के लिए अब पुराने दर से ही फीस अदा करनी होगी। इसके लिए सभी कलेक्टरों को आदेश जारी कर दिए हैं। यदि अधिक फीस ली जाती है तो मामला की जांच कराई जाएगी। यह जानकारी गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने प्रश्नकाल के दौरान विधायक मनीराम धाकड़ के सवाल के लिखित जवाब में दी।
श्री धाकड़ ने पूछा कि हाईकोर्ट ने शस्त्र लाइसेंस शुल्क पुरानी दर से वसूलने का आदेश 13 दिसंबर 2012 को जारी किया था। जबकि शासन ने आदेश के परिपालन में 2 फरवरी 2013 को आदेश जारी किया। इस अवधि में लाइसेंस शुल्क के रूप में अधिक फीस वसूली जा चुकी है। जवाब में गृहमंत्री ने कहा कि राज्य शासन ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। लेकिन कोई के आदेश के परिपालन में सभी जिलाधीशों को शस्त्र लाइसेंस शुल्क पुरानी रेट से वसूलने के निर्देश दिए हैं। यदि कोर्ट का फैसला सरकार के पक्ष में आता है तो लाइसेंसधारियों से शेष शुल्क की वसूली बाद में की जाएगी। श्री गुप्ता ने सदन को बताया कि कोर्ट के फैसले के बाद अधिक शुल्क वूसला गया है तो उसकी जांच कराई जाएगी।

विधानसभा
1000 बाल श्रमिकों पर खुलता है स्कूल
श्रम कानून के तहत किसी जिले में 1 हजार बाल श्रमिकों का गंभीर अपराधों में लिप्त पाए जाने पर एक स्कूल खोले जाने का प्रावधान है। बाल श्रम कानून के उल्लंघन के लिए श्रम विभाग के अधिकारी निरंतर निरीक्षण करते हैं। प्रश्नकाल के दौरान यह जानकारी श्रम मंत्री जगन्नाथ सिंह अहिरवार ने विधायक साधना स्थापक के सवाल के जवाब में दी थी। मंत्री ने कहा कि नरसिंहपुर जिले में कोई बाल श्रम स्कूल संचालित नही है। निरीक्षण के दौरान कोई बाल श्रमिक नहीं पाया गया है।

होमगार्डों की सुविधाएं बढ़ाई
हाईकोर्ट के आदेश पर शासन ने होमगार्डों का वेतन एवं भत्ता बढ़ा दिया है। जिसके तहत वेतन 120 रुपए प्रतिदिन से बढ़ाकर 180 रुपए और भोजन ात्ता 60 रुपए से बढ़ाकर 120 रुपए कर दिया है। इस हिसाब से होमगार्ड को 300 रुपए प्रतिदिन मिलेंगे। इसके अलावा 10 साल एवं अधिक सेवा के बाद रिटायर होने वाले होमगार्ड को प्रत्येक पूर्ण वर्ष के लिए सेवामुक्ति होने पर दैनिक मानदेय की दर से 15 दिन का मानदेया प्रति पूर्ण वर्ष पर दिया जाएगा। यह सुविधा उन्हें ही मिलेगी, जिन्होंने  एक केलेण्डर वर्ष में 240 दिन तक आह्वान पर काम किया हो। हालांकि शासन ने इसके लिए अन्य शर्तें ाी तैयार की हैं।


बिना फोटो 3957 मत आवेदन पत्र

-100 प्रतिशत फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया शुरू
- निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को दिए निर्देश
भोपाल।

जिले में मतदाताओं की संख्या भले ही 16 लाख पार हो गई हो, लेकिन ३९५७ ऐसे मत आवेदन पत्र हैं, जिनके फोटो ही नहीं है। ऐसे में ये वोटर आई (परिचय पत्र) अधर में लटकते दिखाई दे रहे हैं।
हालांकि जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी सातों विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। इसमें उन्होंने छूटे हुए आवेदन पत्र पर फोटो चस्पा कराने मतदाताओं को खोजने को कहा है। अब आवेदन पत्र पर दर्शाए पते के जरिए आवेदक से संपर्क साधा जाएगा। वर्तमान में जिले में 16 लाख 25 हजार 224 हैं।

-१२ हजार के कटे नाम
बीते साल अक्टूबर से दिसंबर माह तक मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाया गया था। इसमें एक लाख नए सामने आए थे। सूची का संशोधन किया गया, जिसमें करीब 12 हजार मतदाताओं के नाम कटे। बाद में जो मतदाता सूची तैयार की गई उसमें सामने आया कि भोपाल जिले में कुल 16 लाख 25 हजार 224 मतदाता हैं। इस अभियान के तहत जिन आवेदकों ने फार्म में जानकारी दी, लेकिन फोटो नहीं चस्पा किए। इन्हीं में ये ३ हजार से अधिक मतदाता शामिल हैं। वहीं इस अभियान से पहले भी कुछ ऐसे मतदाता सामने आए थे, जिनकी फोटो मतदाता सूची में चस्पा नहीं थी।

-यहां हैं सबसे ज्यादा
सातों विधानसभा में हुजूर व भोपाल दक्षिण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां ऐसे मतदाताओं की सं या ज्यादा है, जिनके फोटो उपलब्ध नहीं हैं। भोपाल दक्षिण पश्चिम में यह सुं या 1023 है तो हुजूर में 1046 है । इनके बाद गोविंदपुरा सीट के 787, बैरसिया
सीट के 559, नरेला सीट के 514 व भोपाल मध्य के 28 मतदाता आते हैं, जिनके तस्वीरें नहीं हैं। हालांकि भोपाल उत्तर ही एकमात्र सीट हैं जहां की मतदाता सूची शत प्रतिशत फोटो युक्त है। इस तरह कुल 3957 मतदाताओं के फोटो की तलाश होनी हैं, इसमें पुरुष मतदाता 2070 हैं तो महिला मतदाताओं की सं या 1887 हैं।

किस विधान सभा कितने बिना फोटो वोटर
विधानसभा क्षेत्र                      - पुरुष        - महिला        - कुल मतदाता
बैरसिया-149                         - 252          - 307             - 559
भोपाल उत्तर-150                  - 16            - (-)16            - 0
नरेला-151                           - 316          - 198              - 514
भोपाल दक्षिण पश्चिम-152      - 535           - 488              - 1023
भोपाल मध्य -153                 - 22             - 6                 - 28
गोविंदपुरा -154                     - 404           - 383              - 787
हुजूर -155                           - 525           - 521              - 1046
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कुल मतदाता                     - 2070             - 1887            - 3957
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साथ काम-साथ वेतन पर राजी हुआ प्रबंधन - फोटो : ोल ावन का मार्च के तीन रविवार होंगे कार्यदिवस

एचआर के साथ हुई यूनियनों की बैठक
ोल। 

बीएचईएल में कार्यरत लग ाग आठ हजार कर्मचारियों को अब हर महीने की अंतिम तारी ा को एक साथ वेतन का ाुगतान किया जाएगा। इस संबंध में बुधवार को ोल प्रबंधन के साथ हुई कर्मचारी प्रतिनिधि यूनियनों की बैठक में आम सहमति से निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि अब तक ोल में कुछ कर्मचारियों को माह के अंतिम दिन और कुछ को अगले माह की तीन तारी ा को वेतन का ाुगतान किया जाता था, जो अब एक साथ काम और एक साथ वेतन की तर्ज पर हर माह अंतिम को ही संबंधित कर्मचारियों के बैंक ााते में जमा करा दिया जाएगा। दरअसल अब तक जिन कर्मचारियों का वेतन पत्रक सैलरी सेक्शन में बनता था, उन्हें माह की अंतिम तारी ा को ाुगतान हो जाता था, लेकिन जिनका वेतन पत्रक टाइम एंड वेजेस सेक्शन में तैयार होता था उन्हें अगले माह की तीन तारी ा तक इंतजार करना पड़ता था। बैठक में प्रबंधन द्वारा ही यह प्रस्ताव र ाा गया कि कर्मचारियों को दो टुकड़ों में वेतन ाुगतान के बजाय एक साथ ाुगतान की व्यवस्था हो, जिस पर स ाी प्रतिनिधि यूनियनों से सहर्ष सहमति दे दी। बैठक में बताया गया कि वेतन ाुगतान की नई व्यवस्था आगामी वित्त वर्ष यानी 1 अप्रैल 2013 से लागू होगी। प्रबंधन की ओर से अपर महाप्रबंधक केके नायर तथा प्रतिनिधि यूनियनों में इंटक की ओर से जेपी गौड़, आरके हुरडे तथा अनु तिवारी, एचएमएस से बीएस कठैत, बी. शंकरराव, आरबी शर्मा तथा केटीयू की ओर से मो. फारूक तथा एमडी गोडबोले आदि मौजूद थे।

तीन रविवार ाुलेगा कार ााना : उत्पादन वर्ष का अंतिम दौर होने के कारण ोल कार ााने में मार्च के तीन रविवार यानी 10, 24 और 31 मार्च को कार्यदिवस रहेगा। बैठक में चर्चा के दौरान हालांकि स ाी यूनियन पदाधिकारियों ने इस बिंदु पर सहमति दे दी, लेकिन 10 मार्च को कार्यदिवस र ाने के संबंध में प्रबंधन को श्रमायुक्त से अनुमोदन लेना होगा। प्रबंधन सूत्रों के मुताबिक श्रमायुक्त से 10 मार्च को कार्यदिवस की अनुमति मिलती है तो महीने में तीन रविवार कार्यदिवस हो जाएंगे। इसके एवज में 1, 2 व 3 अप्रैल को कार ााने में अवकाश रहेगा और यदि अनुमति नहीं मिली तो दो रविवार कार्यदिवस के एवज में 1 व 2 अप्रैल को ोल कार ााना बंद रहेगा।

सुंदरकांड आ िार सुंदर क्यों बना... ? : छोटे मुरारी बापू   : फोटो
मित्रता कैसे नि ााएं, सी ों सुग्रीव से
स मान पाना है तो बुजुर्गों का स मान करें
ोल। रामचरित मानस का पांचवां सोपान सुंदरकांड आ िार सुंदर क्यों बना? इस प्रसंग को अनिवार्य रूप से समझना होगा, त ाी रामायण पाठ अथवा श्रीराम के चरित्र को समझा जा सकता है। ये उद्गार किरण नगरी फेस-टू में चल रही श्रीराम कथा के आठवें दिन कथा आचार्य पं. छोटे मुरारी बापू ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने ागवान श्रीराम और सुग्रीव की मित्रता के प्रसंग पर कहा कि सच्ची मित्रता त ाी सं ाव है, जब मित्र के साथ निष्कपट मित्र जैसा व्यवहार हो। आचार्यश्री ने रामादल के सबसे बुजुर्ग सेनापति जामवंत के अनु ावों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जामवंत की सलाह महावीर हनुमानजी को बहुत अच्छी लगी। फलस्वरूप इस पूरे सोपान का नाम ही सुंदरकांड हो गया। श्रीराम कथा का संगीतमय वर्णन करते हुए छोटे मुराी बापू ने बुजुर्गों कास मान करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि जहां वृद्धजनों का स मान होता है, उनकी सलाह मानी जाती है, उस घर, गांव और शहर में सु ा-समुद्धि की गंगा बहती है, क्योंकि बुजुर्गों के पास जीवन के अनु ाव का ांडार होता है।

ऊर्जा का उपयोग सृजनात्मक हो : आचार्यश्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपनी ऊर्जा का उपयोग हमेशा सृजनात्मक और जनकल्याणकारी कार्यों के लिए ही करें। उन्होंने कहा कि संस्कृति और स यता के संरक्षण व संवर्धन में अपनी युवा शक्ति को लगाएं और समाज को संगठित कर समूचे वातावरण को राममय बनाएं। इस अवसर पर महापौर कृष्णा गौर सहित पार्षद लक्ष्मी ठाकुर के अलावा आयोजन समिति के प्रिंस पवार, राकेश पवार, आशीष बकोरिया, आशा बकोरिया, सुरेश कुमार सोनपुरे, इंदु सोनपुरे सहित बड़ी सं या में श्रदालुजन मौजूद थे।

डेढ़ करोड़ की सरकारी जमीन अतिक्रमण मुक्त-नपा और जिला प्रशासन ने की संयुक्त कार्यवाही,भोपाल

कोलार नगर पालिका और जिला प्रशासन ने कोलार के इनायतपुर स्थिति आधा एकड़ सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। मुक्त कराई गई जमीन की कीमत डेढ़ करोड़ बताई जा रही है।
अतिक्रमण हटाने के दौरान विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई, लेकिन पुलिस की मौजूदगी के चलते ज्यादा हंगामा नहीं हुआ और अतिक्रमण हटा दिया गया। यहां अवैध रूप से किचन गार्डन बना रखा था। कुछ समय पहले एसडीएम व प्रशासक राजेश श्रीवास्तव ने सरकारी जमीनों से कब्जे हटाने के निर्देश नपा सीएमओ को दिए थे, जिसके चलते नपा एक के बाद एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे रहा है। जानकारी अनुसार नगर पालिका प्रशासन ने बुधवार को शासकीय जमीन और कॉलोनियों के अंदर से किचन गार्डन के अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की। यह जमीन पंप हाउस के पास स्थित है। प्रशासन ने वार्ड 12 स्थित राजहर्ष बी एक्स कॉलोनी में करीब दो दर्जन से अधिक अतिक्रमण भी हटाए। कार्रवाई के दौरान सीएमओ राजेश श्रीवास्तव, अतिक्रमण दस्ता प्रभारी नितिन  खरे उपस्थित थे। गौरतलब है कि बीते दिनों विधायक जितेन्द्र डागा ने भी क्षेत्र का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने कालोनियों के भीतर सड़कों पर निर्मित किए किचन गार्डन को हटाने को कहा था।

कल से सफर महंगा

-तीन माह से लंबित मांग पर कमिश्नर ने दी किराया वृद्धि को मंजूरी
दबंग रिपोर्टर, भोपाल।
अगर आप लो फ्लोर बस और मैजिक से सफर करते हैं तो अपने किराए में एक से दो रुपए और जोड़ लें। दरअसल, एक मार्च यानी कल से किराए में इजाफा हो रहा है। बुधवार को कमिश्नर प्रवीण गर्ग ने बस व टाटा मैजिक संचालकों को इसकी मंजूरी दे दी।
लो फ्लोर और टाटा मैजिक संचालक बीते तीन माह से किराया बढ़ाने की मांग कर रहे थे। दो बार संभागायुक्त ने बैठक में इसे टाल दिया था। बुधवार को संभागायुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में नगर वाहन सेवा की बैठक हुई, जिसमें किराया वृद्धि का प्रस्ताव पुन: रखा गया था। बैठक में संचालकों ने डीजल की कीमतों में वृद्धि व संचालन में अन्य खर्चों की जानकारी दी। संभागायुक्त ने पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि और बस-मैजिक के मैंटेनेन्स पर खर्च में हुई बढ़ोत्तरी को जाएज ठहराते हुए एक से दो रुपए की वृद्धि करने की मंजूरी दी। अब लो फ्लोर बस में यात्रा करने पर पहले तीन किलेामीटर के लिए 6 की जगह 7 रुपए देने होंगे। वहीं टाटा मैजिक में 4 रुपए की जगह 5 रुपए अदा करने होंगे। बैठक में टैक्सी के प्रस्तावित किराए पर हुए निर्णय लिया गया कि अब पहले 2 किलोमीटर तक 30 रुपए और उसके बाद प्रति किलोमीटर 15 रुपए देना होगा।
किराया बढ़ोत्तरी किए जाने के साथ कमिश्नर ने हिदायत दी कि अब सभी टैक्सियों में टैक्सी किराया मीटर लगाना अनिवार्य होगा। ऐसा न होने पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही श्री गर्ग ने लो फ्लोर बसों में किराए की मंथली पास व्यवस्था बहाल करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा, पास एक मार्च से शुरू हो जाना चाहिए। बैठक में कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव, आयुक्त नगर निगम विशेष गढ़पाले, डिप्टी कमिश्नर उर्मिला शुक्ला, एडीशनल कमिश्नर नगर निगम किशोर कान्याल, बीसीएलएल के सीईओ कमल नागर, आरटीओ एमएल सोनी और नगर वाहन सेवा आपरेटर्स मौजूद थे।

-नागर को दिए निर्देश
लो फ्लोर बस में मंथली पास की बात पर श्री गर्ग ने कहा, इसे एक मार्च से यथावत किया जाए। वे बाले बीएसएलएल द्वारा बसों के पास बंद किया जाना गलत है। इससे जनता का तो नुकसान हो ही रहा है कंपनी पर भी प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने बीएसएलएल के सीईओ कमल नागर को सख्त लहते में निर्देश दिए कि आम जन को प्राथमिकता देते हुए पास व्यवस्था सुचारू की जाए।

-मेट्रो टैक्सी में ये बढ़ोत्तरी
शहर में अब मोटर केब मेट्रो टैक्सी में सफर के लिए 12 रुपए की जगह 15 रुपए प्रति किलोमीटर देने होंगे। टैक्सी में 0 से 2 किलोमीटर तक 30 रुपए और इसके बाद प्रति किलोमीटर 15 रुपए का भार यात्री पर पड़ेगा। वहीं 80 किलोमीटर और आठ घंटे के लिए टैक्सी एक हजार में उपलब्ध होगी।

-दबाव में बढ़ाए दाम
अधिकारियों की माने तो कमश्निर ने प्रस्तावित दरों को मंजूरी दबाव के चलते दी। किराया वृद्धि को लेकर दो सप्ताह पहले भी बैठक हुई थी। इसमें उन्होंने आरटीओ सहित अन्य अधिकारियों को किराया वृद्धि पर स्पष्ट कारण बताने को कहे थे। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि आम व्यक्ति पर बोझ नहीं डाला जा सकता। बताया जा रहा है कि नगर वाहन सेवा के संचालकों ने किराया वृद्धि को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया था। वहीं हड़ताल को लेकर भी रणनीति बनाई जा रही थी। लिहाजा कुछ शर्ते रख कमिश्नर ने इसे मंजूरी दी।

अब ये होगा आपका नया किराया (रुपए में)
किलोमीटर             टाटा मैजिक         लो फ्लोर बस
0 से 3                 - 5                      7
4 से 7                 - 9                     10
8 से 10               - 11                    12
11 से 13             - 13                    15
14 से 16             - 16                    17
17 से 19             - 18                    20
20 से 22             - 20                    22
23 से 25             - 24                    24
26 से 28             - 26                    26
29 से 31             - 27                    - ------
32 से 34             - 30                   - ------
35 से 37             - 32                   - ------
38 से 40             - 35                   - ------

वर्तमान में है किराया -
किलोमीटर             - टाटा मैजिक         लो फ्लोर बस
0 से 3                 - 4                         6
4 से 7                 - 8                         8
8 से 10               - 10                       11
11 से 13             - 12                       14
14 से 16             - 15                       16
17 से 19             - 17                       19
20 से 22             - 19                       21
23 से 25             -22                        22
26 से 28             -24                        24
29 से 31             -25                       - ------
32 से 34             -28                       - ------
35 से 37             -30                       - ------
38 से 40             -33                      - ------

न लीकेंजिंग न जंग, लागत जीआई पाइप से भी कम - नगर निगम ने शुरू की २४ घंटे पानी देने की कवायद

सातों दिन 24 घंटें पानी वितरण के लिए ननि बिछा रहा है हाई डेन्सिटी पाइप
भोपाल।
शहरवासियों को आए दिन लीकेज, जंग या पाइप फूटने के कारण पानी न मिलने की समस्या से निजात मिल सकेगी। शहर को सप्ताह में सातों दिन २४ घंटे पानी देने नगर निगम 'डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्कÓ बिछा रहा है। ये जाल जीआई पाइप नहीं, बल्कि हाई डेन्सिटी पाइप लाइन (एचडीपीआई) का होगा। इसकी कीमत जीआई पाइप से तीन गुना कम और उम्र सौ साल से अधिक है।
यह पाइप लाइन केन्द्रीय योजना जेएनएनयूआरएम के अंतर्गत बिछाई जा रही है। केन्द्रीय मंशा अनुसार क्वॉलिटी कंट्रोल पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके जरिए नर्मदा जल का वितरण होगा। डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में पूरे शहर को शामिल किया गया है। सीधे घर तक पानी देने पाइप लाइन के मोड़ों पर ध्यान भी दिया जा रहा है। शहर में परियोजना उदय के अंतर्गत बिछाई गई पाइप लाइन में भी कुछ हिस्सों में इन्हीं पाइप का उपयोग किया गया है। परियोजना उदय में 545 किलोमीटर की पाइप लाइन में 145 किलोमीटर हाई डेन्सिटी प्लास्टिक पाइप (एचडीपीआई) बिछाया गया है।

-कहां कौन सी लाइन
नए और पुराने शहर में अलग-अलग तरह से पाइप लाइन बिछाई जा रही है। जानकारी के अनुसार, गैस प्रभावित २३ बस्तियों में 317 किलोमीटर हाई डेन्सिटी प्लास्टिक पाइप लाइन (एचडीपीआई) बिछाई जा रही है। बाकी शहर में 2100 किलोमीटर से अधिक लंबाई की हाई डेन्सिटी प्लास्टिक पाइप बिछाई जा रही है। 110 से 350 एमएम व्यास की पाइप लाइन बिछाने का यह काम फिलहाल धीमी गति से चल रहा है। हालांकि अच्छी बात यह है कि पाइप लाइन बिछाने के साथ इसकी गुणवत्ता रेलवे की राइट कंपनी से थर्ड पार्टी इंपेक्शन कराया जा रहा है। इसी के हाथ क्वालिटी कंट्रोल की कमान है।

-अब तक ये होता था
नगर निगम अब तक पारंपरिक तरीके को अपनाते हुए जीआई पाइप की लाइन डालता था। इसी से जलापूर्ति की जाती रही है, वर्तमान में भी इसी नेटवर्क से शहर को जल प्रदाय हो रहा है। जानकारों के अनुसार इसमें लीकेज और एक निश्चित समयावधि के बाद जंग लग जाती है, जिससे पानी की गुणवत्ता प्रभावित होती है। वहीं लीकेज की परेशानी भी आए दिन बनी रहती है। इन्हीं सब को देखते हुए निगम अब एचडीपीआई बिछा रहा है। उल्लेखनीय है कि जलापूर्ति की गुणवत्ता पर नजर रखने रखने वाली कई एजेंसियों ने जांच में पाया था कि भोपाल में जलापूर्ति का 40 प्रतिशत पानी व्यर्थ बह रहा है।

-वर्जन
हाई डेन्सिटी प्लास्टिक पाइप से व्यर्थ बहने वाले पानी को रोका जा सकेगा। वहीं अब तक जो जल की गुणवत्ता में कमी की बात आ रही है उससे भी निजात मिलेगी। बड़ी बात यह है जीरो मैंटेनेंस पर शहरवासियों को २४ घंटे जलापूर्ति हो सकेगी।
जीपी माली, उपायुक्त, नगर निगम
 

लेजर शो के लिए एडवांस बुकिंग सुविधा ,भोपाल

नगर निगम, द्वारा छोटे तालाब के किनारे नीलम पार्क में बनाए गए प्रदेश के पहले यूजिकल फाउंटेन एवं लेजर शो देखने के लिए आने वाले दर्शकों को अग्रिम बुकिंग कराने की सुविधा दी जा रही है। यह बुकिंग टेलीफोन पर कराई जा सकेगी। बताया गया है कि अग्रिम बुकिंग जोनल अधिकारी अजहर अली से मोबाइल फोन नं. 9424499907 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा शहरीवासी वार्ड प्रभारी एसके त्रिपाठी 9425601333 से भी संपर्क कर लेजर शो की अग्रिम बुकिंग कराने की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। प्रतिदिन होने वाले यह शो का पहला शो शाम 6.30 बजे एवं दूसरा शो शाम 7.45 बजे से आयोजित किया जा रहा हैं, प्रत्येक शो की अवधि 40 मिनट की होती है।

नरेंद्र मोदी का थ्रीडी प्रचार,गांधीनगर,सोमवार, 19 नवंबर 2012( 15:34 ढ्ढस्ञ्ज )

अब तक आपने थ्रीडी तकनीक का प्रयोग फिल्मों में देखा होगा, लेकिन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में पहली बार चुनाव प्रचार में थ्रीडी तकनीक का रविवार को प्रयोग किया।
भारत में चुनाव प्रकार की इस तकनीक का पहली बार प्रयोग किया गया। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्विंटन ने अपने चुनाव प्रचार में थ्रीडी का उपयोग ?किया था।
थ्रीडी तकनीक से मोदी ने गांधीनगर में रहते हुए गुजरात के चार शहरों में लोगों को संबोधित किया। मोदी को भाषण को लोगों ने अहमदाबाद, वड़ोदरा, सूरत और राजकोट में देखा और सुना। बड़े मैदानों में लगी स्क्रीनों पर मोदी के थ्रीडी अवतार और भाषण का सीधा प्रसारण हुआ।

नरेंद्र मोदी का थ्रीडी प्रचार का मामला चुनाव आयोग तक जा पहुंता है. कांग्रेस का कहना है कि केवल चार सभाओं के लिये मोदी ने 20 करोड़ रुपये खर्च किये हैं. नरेंद्र मोदी के इस हाईटेक प्रचार को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा है कि नरेंद्र मोदी को इस थ्रीडी प्रचार के लिये किये गये खर्च का हिसाब देना चाहिये. होलोग्राफिक प्रोजेक्शन द्वारा किये गये इस प्रचार पर अगर चुनाव आयोग निर्णय नहीं लेता है तो कांग्रेस इसके लिये अदालत भी जाएगी.

गौरतलब है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को थ्रीडी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन द्वारा एक साथ राज्य के चार शहरों अहमदाबाद, राजकोट, वडोदरा और सूरत में चुनावी सभा को संबोधित किया था. इस चुनावी सभा में भारी खर्चे का अनुमान है. कांग्रेस ने इसी को मुद्दा बनाया है. इधर गुजरात परिवर्तन पार्टी के नेता गोवर्धन झड़फिया ने आरोप लगाया कि एक जगह पर 3ष्ठ प्रोजेक्शन की लागत करीब 10 लाख डॉलर है. मोदी ने रविवार के अपने इस चुनाव प्रचार पर 65 करोड़ रुपये फूंके हैं.

प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण मोधवाडिय़ा का कहना है कि नरेंद्र मोदी के हर प्रोजेक्शन पर पांच करोड़ रुपये खर्च हुए हैं और उन्होंने सभी 182 विधानसभा क्षेत्र में इसका उपयोग करने की योजना बनाई है. इस तरह की फिजूलखर्ची से बचा जा सकता था. हम ऐसी फिजूलखर्ची के स्रोत का पता लगाने के लिए चुनाव आयोग से आग्रह करेंगे. 

मोधवाडिय़ा ने कहा कि इस अभियान के लिए खर्च राशि का इस्तेमाल छात्रों की शिक्षा, किसानों की मदद या बीमारी से पीडि़त लोगों की सेवा के लिए किया जा सकता था. लेकिन नरेंद्र मोदी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं. मोधवाडिय़ा ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 500 करोड़ का दान लिया था लेकिन दान की रकम का चुनाव में दुरुपयोग हो रहा है. 

सम्मान से मुस्काए 150 वृद्ध,भोपाल

सरस्वती शिशु मंदिर रतुआ रतनपुर में विद्या भारती द्वारा नर सेवा, नारायण सेवा कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्र के करीब 150 वृद्धों का विद्या भारती ने सम्मान दिया। 
शिशु मंदिर के प्रधान आचार्य राजमल मीना ने बताया, स्वामी विवेकानंद की जन्म शताब्दी वर्ष में सार्धशती समारोह के अंतर्गत आयोजित वृद्धजन सम्मान समारोह में जहां कृषि उपज मंडी के उपाध्यक्ष नरेश ठाकुर द्वारा सभी वृद्धजनों को पगड़ी बांधकर किया गया। इस दौरान भाजयुमो के युवा नेता सुमित पचौरी व जयसिंह जाट की ओर से सभी सम्मानित वृद्धों को स्मृति चिन्ह के रूप स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा दी गई। इस अवसर पर मप्र पिछड़ा वर्ग के पूर्व सदस्य सूरजसिंह मारण ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। विद्या भातरी के जिला प्रभारी रामदयाल लहरपुरे ने बताया कि कार्यक्रम में प्रमोद मीना, घासीराम सहित स्कूल के आचार्य व दीदियों के अलावा स्थानीय लोग मौजूद थे। 

लेट पहुंचे कर्मचारियों पर गिरेगी गाज

-कलेक्टर के पास पहुंची रिपोर्ट 
भोपाल।
दफ्तर में लेट पहुंचने वाले कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है। कलेक्टर ने शनिवार को कलेक्टोरेट पहुंचते ही शाखाओं में पदस्थ अधिकारियों से रजिस्टर मंगवाए। 
इसके बाद उन्होंने रजिस्टर में उपस्थिति की जानकारी शाखा प्रमुख से ली। इस दौरान करीब 60 प्रतिशत कर्मचारी लेटलतीफी के चलते उपस्थिति दर्ज नहीं करा सके। माना जा रहा है देरी को लेकर कलेक्टर श्री श्रीवास्तव शोकाज नोटिस देने जा रहे हैं। उल्लेखनीय है 1 जनवरी, 2012 से डे्रस कोड सहित समय से कार्यालय आने की व्यवस्था कलेक्टर ने की थी। यह व्यवस्था करीब दो माह तक चली। फिर स्थिति जस की तस बन गई। यह स्थिति शनिवार को भी देखी गई। निर्धारित समय तक केवल 20 से 30 प्रतिशत कर्मचारी ही कार्यालय पहुंचे थे। लेट पहुंचे अधिकतर कर्मचारियों ने उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर भी नहीं किए हैं। लेत लतीफी को लेकर कलेक्टर ने विभाग प्रमुख से भी जवाब मांगा है। 
 

गेहूँ खरीदी केन्द्रों का होगा औचक निरीक्षण

-39 केंद्रों पर 15 मार्च से होगी गेहूं खरीदी
भोपाल। 
जिले के सभी 39 उपार्जन केन्द्रों पर 15 मार्च से 1385 रूपये प्रति क्विंटल के मान से गेहूँ की खरीदी की जायेगी। सभी उपार्जन केन्द्रों
पर बेनर, तौल कांटा, बांट, बारदाना आदि आवश्यक व्यवस्थाएं 15 मार्च से पूर्व सुनिश्चित कर ली जाये। मैं स्वयं केंद्रों का औचक निरीक्षण करूंगा । जिन खरीदी केन्द्रों पर व्यवस्थाओं में कमी देखने को मिलेगी, उन पर कार्रवाई की जायेगी। यह निर्देश कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन तैयारी की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में श्री श्रीवास्तव ने कहा कि खरीदी केन्द्रों पर पर्याप्त सं या में ह माल रहें, बारदाना पूरा रहे और बोरों को सिलने की मशीनें दुरूस्त हो। खरीदी केन्द्रों के लिए तौल कांटो की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में रहे।  किसानों को तीन दिन पहले एसएमएस करें ताकि वह अपनी सुविधा से आ सकें। बगैर एसएमएस वाले किसानों की अलग से लाइन बनाएं।  पहले एसएमएस वाले किसानों का माल तौले उसके बाद बगैर एसएमएस वालों का। क प्यूटर आपरेटर पूरी सावधानी से एसएमएस करें। किसानों को पैसा समय पर मिले और भुगतान संबंधी कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए। किसानों की पैदावार का तहसीलदार द्वारा सत्यापन कराया जाये। खरीदी के बाद परिवहन की भी बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। खरीदी केन्द्रों पर बिजली उपलब्ध रहे, किसी भी खरीदी केन्द्र का ट्रांसफारमर खराब है तो उसे जनरेटर से बिजली दें। सभी खरीदी केन्द्रों पर इलेक्ट्रानिक तौल कांटे भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं।   एफएक्यू गुणवत्ता का ही खरीदे गेहूं - श्री श्रीवास्तव ने बताया कि समर्थन मूल्य पर एफएक्यू गुणवत्ता का गेहूँ क्रय किया जाए। पुराना और नि न गुणवत्ता का गेहूँ किसी भी दशा में न खरीदा जाए। पिछले वर्ष जिले में 1.16 लाख मेट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया था इस वर्ष यह लक्ष्य 1.4 लाख मेट्रिक टन निर्धारित किया गया है। जिले में अभी तक 25 हजार 300 किसानों का पंजीयन किया जा चुका है। अपंजीकृत किसानों का 1 मई से पंजीयन खरीदी केन्द्रों पर किया जायेगा।

गोदाम खाली नहीं, सायलो बैग्स में भरा जाएगा गेहूं - भोपाल

बीते तीन साल की तरह इस बार भी गेहूं भंडारण के लिए गोदाम खाली नहीं है। खाद्य विभाग व वेयरहाउसिंग प्रशासन के माथे पर फिर बल पड़ गए हैं। हालांकि राज्य सरकार केन्द्र को अपने हिस्से का गेहूं उठवाने पत्र लिख चुका है। बावजूद केन्द्र ने कोई जवाब अब तक नहीं दिया। ऐसे में इस बार फिर केप और सायलो बैग्स में गेहूं भर कर रखा जाएगा। 
प्रशासन ने केप व सायलो बैग में गेहूं रखे जाने की मंजूरी दे दी है। दूसरा जो खोदाम खाली हैं या खाली हो रहे हैं, उन्हें पहले से अधिगृहीत कर लिया गया है। इससे भंडार के लिए जगह की दिक्कतें बढ़ गई हैं। इससे पहले वर्ष 2011, 2012 में खरीदे गए गेहूं को भंडारण के लिए गोदाम न होने पर 

केपों में रख दिया था। वर्ष 2012 में 2.42 लाख मेट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था, इसे सुरक्षित रखने नागरिक आपूर्ति निगम, वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन व जिला खाद्य विभाग को खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। आखिर में बारिश की आमद पर आनन-फानन में गोदाम, अस्थाई केप व शेड की व्यवस्थाएं कर गेहूं रखा था। दूसरी ओर गेहूं खरीदी की तारीख 18 मार्च भी नजदीक है। इसको लेकर भी अधिकारियों में हड़कंप है। भोपाल जिले में इस बार गेहूं खरीदी का लक्ष्य 3 लाख मेट्रिक टन रखा गया है। अधिकारियों के अनुसार सायलो बैग में रखे जाने वाले गेहूं को मुगालिया कोट, पिपलिया पेंदे खां सहित ग्रामीण क्षेत्रों में खाली पड़ी सरकारी जमीन व ऐसे शासकीय भवन जिनका उपयोग नहीं हो रहा है, वहां भंडारण किया जाएगा। 

-फिर भी उम्मीद 
वर्ष 2011-12 में खरीदा गया गेहूं अब भी सरकारी गोदामों व केप में पड़ा हुआ है। इनके जल्द खाली होने की उम्मीद नहीं है। बावजूद इसके वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग अपने कागजी आंकड़ों में ९० प्रतिशत तक इनके खाली होने की उम्मीद जताई है। सरकारी रिकार्ड के हिसाग से ही देखें तो जिले के सभी 10 शासकीय गोदामों में गेहूं भरा पड़ा है। इन सभी गोदामों की कुल क्षमता 77,234 मेट्रिक टन है। वर्तमान में इसमें 27287 मेट्रिक टन गेहूं भरा है। उपार्जन के समय तक इस गोदामों में से 13190 मेट्रिक गेहूं उपभोक्ताओं को वितरित होने की संभावना जताई जा रही है। यही हाल जिले के 4 केप के हैं। यहां कुल क्षमता 68800 मेट्रिक टन गेहूं रखने की है। रखा गया 7543 मेट्रिक टन गया है।  

-हटवा दिया जाएगा 
सूखी के केप में 72 सौ मेट्रिक टन गेहूं रखा है। विभागीय जानकारी के अनुसार ये गेहूं पूरी तरह सड़ गया है। इसकी रिपोर्ट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन को भेज दी गई है। जानकारी के अनुसार इसे हटाने की तैयारी चल रही है। हालांकि गेहूं सडऩे की खबर विभाग में सबको है, लेकिन अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। बताया जाता है इसे उपार्जन के समय तक साफ कर दिया जाएगा। 

तैयारी 17 गोदामों को लेने की 
खाद्य विभाग के अनुसार 17 निजी गोदाम तलाशे गए हैं। हालांकि 8 का खाली होना मुमकिन नहीं है। ९ गोदामों में गेहूं भंडारण किया जाएगा। अधिगृहण किए जा रहे 17 गोदामों की भंडारण क्षमता 36 हजार 778 मेट्रिक टन है, लेकिन प्रशासन को केवल 12 हजार 818 मेट्रिक टन गेहूं रखने की ही खाली जगह प्राप्त हो सकेगी। 

ये है हालात शासकीय गोदामों के 
गोदाम                                                         - भंडारण क्षमता - वर्तमान में भरा - उपार्जन के समय तक रिक्त
 सेंट्रल वेयरहाउस -1, छोला रोड                           - 40740           -11000            - 29740
 सेंट्रल वेयरहाउस-2, जेके रोड एवं भारत टाकीज       - 12707           - 4150             - 10007
 स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन, छोला रोड                - 3712            - 492               - 3700
 स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन, आदमपुर रायसेन रोड - 3317            - 3317             - 3317
 स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन, बैरसिया                 - 5233             - 5068             - 4848
 स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पेारेशन, ग्राम हर्राखेड़ा            - 500              - 421               - 500
 स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पेारेशन, कृषि उपज मंडी गुनगा- 300               -300                - 300
 मार्क फेड , पशु आहार संयंत्र गोविंदपुरा                 - 1000             - 192               - 1000
 मार्कफेड, दानेदार खाद संयंत्र गोविंदपुरा                  - 9225            - 1847             - 9225
 मार्क फेड, ग्राम फंदा                                          - 500              - 500              - 500

यह है के प की स्थिति -
  सूरी केप ,पीपल्स कालेज के पास करोंद             - 48600           - 7200             - 48600
  कृषि उपज मंडी करोंद -1                               - 15000           - 335              - 15000
  कृषि उपज मंडी करोंद -2                               - 4000             - 8                  - 4000
  कृषि उपज मंडी बैरसिया                               - 1200             - 0                  - 1200
-वर्जन 
1.30 लाख मेट्रिक टन गेहूं उपार्जन का लक्ष्य है। उपार्जन के वक्त तक शासकीय गोदाम व केप में 1.31 लाख मेट्रिक टन गेहूं भंडारण की व्यवस्था कर ली जाएगी। उम्मीद है परेशानी नहीं आएगी। निजी गोदामों का भी अधिग्रहण किया जा रहा है। 
एचएस परमार, जिला आपूर्ति अधिकारी

अब भारी वाहनों की एंट्री सुबह ८ तक -छोला क्षेत्र के लिए लागू होगा नियम, कलेक्टर ने व्यापारी महासंघ की मांग पर लिया निर्णय,भोपाल

पुराने शहर में भारी वाहनों का प्रवेश अब रात १० से सुबह ८ बजे तक हो सकेगा। यह छूट छोला क्षेत्र से दी गई है। यहीं से जुम्मेराती, चौक, हनुमानगंज में अनाज से लदे ट्रक एंट्री करते हैं। 
कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने व्यापारी महासंघ की मांग पर यह निर्देश जारी किए हैं। रविवार से इसे लगू भी कर दिया गया। नो एंट्री के समय को कम करने को लेकर व्यापारी महासंघ ने कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा था। प्रवेश समय बढ़ाने को लेकर मप्र दाल चावल संघ के अध्यक्ष मोतीराम बाधवानी के नेतृत्व में व्यापारियों का एक दल कलेक्टर से मिलने पहुंचा था। यह छूट छोला क्षेत्र में आने वाले सीमेंट व अनाज के ट्रकों व भारी वाहनों को मिलेगी। इसके अतिरिक्त अन्य के लिए सीमा समय यथावत रहेगी। शहर में भारी वाहनों का प्रवेश समय रात 10 बजे से सुबह ७ बजे तक है। जो अब सुबह 8 बजे तक रहेगा। 
श्री बाधवानी ने बताया कि कलेक्टर ने ज्ञापन में बताया था कि दैनिक जीवन की आवश्यक सामग्री दाल, चावल, शक्कर, तेल, किराना के ट्रक को थोक बाजार जनकपुरी-जुमेराती हनुमानगंज में प्रवेश करने दिया जाए। रात में लोडिंग-अनलोडिंग कराने में काफी समस्याएं होती हैं, वहीं समय भी लगता है। ऐसे में एंट्री बंद हो जाती है तो दूसरे दिन का इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में भाड़ा खर्च अतिरिक्त हो जाता है, वहीं वाहनों को नो एंट्री सीमा में खड़े रहना पड़ता है। इस पर ध्यान देते हुए कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने आवश्यक सामग्री के ट्रकों को छूट देने की अनुमति प्रदान किए जाने का विश्वास दिलाया। अब खाली ट्रकों को अग्रवाल पूड़ी भण्डार जुमेराती से होते हुए छोला रोड मार्ग से शहर के बाहर निकल जाने की व्यवस्था पर विचार किया जाएगा। कलेक्टर को ज्ञापन देने वालों में प्रतिनिधि मण्डल के कुंदनदास खूरानी, शीलचंद लचकिया, अनुपम अग्रवाल, सुनील सिंघई, जगदीश गुप्ता व अनुपम अग्रवाल शामिल थे। 

कमिश्नर ने किया परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण,भोपाल

कमिश्नर प्रवीण गर्ग ने रविवार को मप्र लोक सेवा आयोग द्वारा शहर में बनाए परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। शहर में एमपीपीएसी के 105 केन्द्र स्थापित बनाए गए थे। 105 केन्द्रों पर 44,815 परीक्षार्थी शामिल होने थे। 
श्री गर्ग नूतन कॉलेज, सरोजनी नायडू गल्र्स हायर सेकेन्ड्री और नालन्दा पब्लिक स्कूल के परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सरोजनी नायडू गल्र्स हायर सेकेन्ड्री केन्द्र पर 500 में से 376 और नालन्दा पब्लिक स्कूल केन्द्र पर 400 में से 266 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। कमिश्नर ने सरोजनी नायडू गल्र्स हायर सेकेन्ड्री में स्थापित पल्स पोलियो बूथ का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर के साथ उपायुक्त सीएल डोडियार और श्रीमती उर्मिला शुक्ल भी मौजूद थीं। 

मोदी के बाद अब शिवराज भी थ्रीडी

-प्रदेश भाजपा मीडिया कार्यालय को कंपनियों ने दिया ऑफर 
हेमन्त पटेल, भोपाल। 
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरह अब मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी थ्रीडी के जरिए प्रचार-प्रसार करते दिखाई दे सकते हैं। प्रदेश भाजपा कार्यालय के मीडिया प्रभाग से थ्रीडी विज्युलाइजेशन पर काम करने वाली कंपनियों ने संपर्क किया है। इसे अब भाजपा जनसंपर्क विभाग अपने उच्च प्रबंधन से विचार-विमर्श करने में जुटा हुआ है।




अगर ऐसा होता है तो, शिवराज देश के दूसरे मुख्यमंत्री होंगे जो हाईटेक प्रचार करेंगे। इससे नरेन्द्र मोदी गांधीनगर में रहते हुए गुजरात के चार शहरों अहमदाबाद, वड़ोदरा, सूरत और राजकोट के लोगों को थ्रीडी अवतार के जरिए संबोधित कर चुके हैं। अनुमानत: चार सभाओं लिए मोदी ने २० करोड़ रुपए खर्च किए थे। 



भाजपा मीडिया सेल से जुड़े कार्यकर्ताओं की माने तो २००८ के चुनाव की तरह ही इस बार मोबाइल पर एसएमएस, कॉल और कॉलर ट्यून से प्रचार की तैयारी कर चुके हैं। नेट यूजर्स युवाओं से नेट के जरिए संपर्क किया जाएगा। जनवरी में हुई युवा पंचायत के जरिए भाजपा कार्याकर्ताओं ने इसमें शामिल हुए युवाओं का लेखा-जोखा रखा था। मीडिया सेल अब इसी डाटा के जरिए संपर्क साधने की तैयारी में है। 
-यहां प्रचार 
हाईटेक प्रचार को मंजूरी मिलती है तो भाजपा चार बड़े व प्रमुख शहरों में इससे प्रचार करेगी। इनमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर होंगे। इसके अलावा उन जिलों को भी शामिल किए जाने की योजना है, जिनकी ग्र्रामीण सीमाएं अधिक हैं। प्रचार में उन क्षेत्रों पर ज्यादा ध्यान रहेगा, जहां से २००८ के चुनाव में भाजपा को शिकस्त मिली थी। 

वर्जन 
ऐसी दो कंपनियों ने हमसे संपर्क किया है, जो थ्रीडी मॉड्युल पर काम करती हैं। हमने उनके प्रपोजल्स का प्रजेन्टेशन देखा है। विचार-विमर्श के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल अन्य माध्यमों से भाजपा ने प्रचार-प्रसार की तैयारी पूरी कर ली है। 
डॉ. हितेष वाजपेयी, प्रदेश भाजपा संवाद प्रमुख 


पर्यावरण बचाने दिया अग्निहोत्र करने का संदेश

-टीटी नगर कम्युनिटी हाल से आचरणकर्ताओं ने निकाली विशाल रैली 
भोपाल। 
पर्यावरण को अग्निहोत्र के जरिए बचाया जा सकता है। बढ़ते प्रदूषण के चलते मानव का जीना दूभर हो गया है। वहीं पेड़-पौधों की संख्या लगातर घट रही है ये हानिकारक है। ऐसे ही तमाम संदेशों के साथ शनिवार को टीटी नगर स्थिति कम्युनिटी हाल से अग्निहोत्र आचरणकर्ताओं ने रैली निकाली। 
वरिष्ठ आचरणकर्ता रमेश तोलंबिया बताया, रैली अग्निहोत्र करो, पर्यावरण बचाओ पर केन्द्रीत थी। टीटी नगर से शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई माता मंदिर पहुंची। माधव आश्रम की संचालिका नलिनी माधव के मार्गदर्शन में भगवान परशुराम द्वारा दिए गए सत्यधर्म संदेश के साथ वैज्ञानिकों द्वारा अनुसंधानित अग्निहोत्र का संदेश देते हुए सैकड़ों आचरणकर्ताओं ने राजधानीवासियों को मानव धर्म का संदेश दिया। श्री तोलंबिया ने अग्निहोत्र के पांच सूक्ष्म किंतु अनिवार्य नियमों की जानकारी दी। इस अवसर पर आश्रम की वरिष्ठ आचरणकर्ता ज्योति पोतदार, जीपी मालवीय, हरभजन मीना, बदनसिंह राजपूत, रमेश श्रीवास्तव, कैलाशीबाई मीना, गीता ठाकुर, अलका शर्मा, वृंदावन मीना, हरीराम राय, सुशीला राय, शिवानी मीना, मुन्नालाल यादव और सुहानी मीना सहित करीब तीन सौ से अधिक महिला-पुरुष आचरणकर्ता रैली में शामिल हुए। रैली के उपरांत शाम 6.16 बजे प्लेटिनम प्लाजा के सामने स्थित परिसर में करीब 75 आचरणकर्ताओं ने सामूहिक अग्निहोत्र किया।

पीएससी केन्द्रों का निरीक्षण करेंगे कमिश्नर,भोपाल

कमिश्नर प्रवीण गर्ग रविवार को आयोजित मप्र लोक सेवा आयोग द्वारा बनाए गए परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण करेंगे। शहर में एमपीपीएसी के 105 केन्द्र स्थापित किए गए हैं। इन 105 केन्द्रों पर 44,815 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। केन्द्रों पर पेपर वितरण सुबह 7.30 बजे होगा, जिसमें 36 अधिकारी लगे हैं। परीक्षा दो शिफ्ट में होगी। पहली शिफ्ट सुबह 10.00 से 12.00 बजे और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2.00 से 4.00 बजे तक होगी। केन्द्रों पर नजर रखने अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। 

'शिविरों में निपटाए राजस्व प्रकरण'

-कलेक्टर ने ली क्लस्टर शिविरों को लेकर अधिकारियों की बैठक 
भोपाल। 
कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने ग्राम पंचायत स्तर पर लगाए जाने वाले क्लस्टर शिविरों को लेकर विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राजस्व प्रकरणों को निपटाएं। खास कर नामांतरण से संबंधित प्रकरणों को तत्काल प्रभाव से निराकृत करें। उल्लेखनीय है कि ग्रामीण क्षेत्रों में हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ दिए जाने 26 जनवरी से सात मार्च तक लगाए क्लस्टर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत शनिवार को एक कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई। कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने अधिकारियों से विभागवार चर्चा करते हुए शिविर के दौरान ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ सीधे हितग्राही को दिए जाने की जानकारी ली और जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने अनुविभागीय अधिकारियों (राजस्व) से कहा, शिविरों के नोडल अधिकारी होने के नाते विभाग के साथ आयोजन का दायित्व भी निर्वहन करें। साथ ही ताकीद दी कि नामांतरण मामलों को जल्द से जल्द निराकृत करें। भू-अर्जन के लंबित मामलों के निराकरण में तेजी दिखाएं। इस दौरान उन्होंने ओला-पाला से प्रभावित जिले की फसलों की जानकारी ली और कहा, राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारी स्थिति पर सतत निगाह रखें। 

ट्रांसपोटर्स की लीज होगी निरस्त

-मामला ट्रांसपोर्ट नगर का, शिफ्टिंग में रुचि न लेने वालों पर गिरेगी गाज 
पुलिस चौकी की व्यवस्था रहेगी
भोपाल। 
ऐसे ट्रांसपोटर्स जिन्होंने ट्रांसपोर्ट नगर में प्लॉट मिलने के बाद शिफ्टिंग में रुचि नहीं दिखाई है अथवा भवन अनुज्ञा नहीं ली है उनकी लीज निरस्त होगी। कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने यह निर्देश दिए हैं। 
कलेक्टर श्री श्रीवास्तव शनिवार को ट्रंासपोर्ट नगर कोकता में किए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की बैठक में अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि वे वहां विकास कार्यों जल्द से जल्द पूरा करें। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि ऐसे व्यवसायी जिन्होंने ट्रांसपोर्ट नगर कोकता में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के शिफ्टिंग में रुचि नहीं दिखाई है। वहीं ऐसे व्यवसायी जिन्होंने प्लाट तो सस्ती दरों पर आवंटित करा लिए है, लेकिन भवन अनुज्ञा अब तक नहीं ली है अथवा जिन्होंने लीज की  शर्तो का उलंघन कर प्लाट अन्य को बेच दिए हैं, उनकी लीज निरस्त की जाए। 
इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक डी श्रीनिवास राव और कमिश्नर नगर निगम विशेष गढपाले सहित अन्य विभागों के अधिकारी व ट्रंासपोटर्स मौजूद थे। 

-चौकी बनाई जाएगी 
बैठक के दौरान ट्रांसपोर्टस ने वहां सुरक्षा व्यवस्था किए जाने की बात कही। इस पर पुलिस उप महानिरीक्षक डी श्रीनिवास राव ने कहा, ट्रांसपोर्ट नगर कोकता में पुलिस चौकी स्थापित की जाएगी। इसके लिए बकायदा पर्याप्त पुलिस रहेगा, जिसके जरिए २४ घंटे सुरक्षा मुहैया करायी जाएगी। श्री गढपाले ने कहा, ट्रांसपोर्ट नगर में निगम के अधिकारी-कर्मचारी रहेंगे। यहां किसी प्रकार की व्यवस्था की जानी है इस संबंध में निगम संबंधित कार्यो और विकास कार्यों को मौके पर कराना सुनिश्चित करेगा। 

 

सरकार के काम गिनाने घर-घर जाएगी भाजपा

-महाजनसंपर्क अभियान कल से 
-शिव भोपाल, नरेन्द्र ग्वालियर से करेंगे शुरुआत 
भोपाल। 
भाजपा अब प्रदेश सरकार के कामों को गिनाने घर-घर दस्तक देगी। कल, संत रविदास जयंती से ब्लॉक स्तर महाजनसंपर्क अभियान की शुरुआत की जा रही है। इसके तहत 23 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों तक सीधे पहुंचने का लक्ष्य रखा है। राजधानी से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ग्वालियर से इसका श्रीगणेश करेंगे। 
दूसरी ओर अभियान को कांग्रेस ने सरकार की नाकामी छिपाने वाला बताया। अभियान के साथ प्रदेश सरकार ने मिशन 2013 का बिगुल फूंक दिया है। महाजनसंपर्क अभियान को सीधे तौर पर चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। प्रदेश भर में ब्लॉक स्तर पर शुरू किए जा रहे इस अभियान के जरिए भाजपा ने ढाई करोड़ से अधिक मतदाताओं से संपर्क करने की रणनीति तैयार की है। अभियान के प्रदेश प्रभारी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि अभियान के लिए सांसद, विधायक, भाजपा जिला पदाधिकारी एवं प्रदेश पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अभियान को सफल बनाने भाजपा कार्यकर्ता सरकार के बीते 9 साल में किए विकास कार्यों को मतदाताओं तक लेकर पहुंचेंगे। इसके लिए 742 भाजपा मंडल एवं 23 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों तक पहुंचने 3500 से अधिक कार्यकर्ताओं का दल तैयार किया है। दल में सांसद, विधायक भी शामिल हैं। श्री सिंह ने बताया, 53 हजार से अधिक मतदान केन्द्रों पर पहुंचकर ढाई करोड़ से अधिक मतदाताओं से सीध संपर्क साधेंगे। 

-ऐसी है संरचना
भाजपा कार्यकर्ताओं की टीम 14 नगर निगम, 88 नगर पालिका, 236 नगर पंचायत एवं 23000 ग्राम पंचायतों के 53 हजार से अधिक मतदान केंद्रों तक पहुंचेगी। अभियान के लिए 3500 कार्यकर्ताओं की टोली तैयार की है, जिसमें सांसद, विधायक, जिला एवं प्रदेश पदाधिकारी को शामिल किया गया है। संत रविदास जयंती की पूजा अर्चना कर अभियान की शुरू होगी। जिसमें सांसद उन क्षेत्रों से शुरुआत करेंगे जहां से वे चुनाव में हारे थे। 

वर्जन 
भाजपा सरकार विकास कार्यों की दृष्टि से फ्लॉप रही है। भाजपा ने किया कुछ नहीं है। सरकार की नाकामी को छुपाने अभियान निकाला जा रहा है। जनता का कोई रुझान इस अभियान में नहीं है। यह अभियान भी फ्लॉप रहेगा। 
मानक अग्रवाल, अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग 
 

चार दुकानों में मिली अनियमितता, दो को किया निलंबित,भोपाल

खाद्य विभाग के अमले का शासकीय उचित मूल्य की राशन दुकानों के खिलाफ छापामार अभियान तीसरे दिन  ाी जारी रहा। टीम
ने शुक्रवार को कुल 15 राशन दुकानों की जांच की। इस दौरान चार उचित मूल्य दुकानों पर अनियमितताएं पाई गई। गंभीर अनियमितता दो दुकानों पर ही सामने आई ,जिसके चलते उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। निलंबित होने वाली दुकानों में 10 नंबर स्टॉप स्थित अजंता महिला उपभंडार भो-90 व जीपीओ के पीछे स्थित शुभलक्ष्मी प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भण्डार भो-16 है।जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक एचएस परमार ने बताया कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि पूर्व मेंं बरखेड़ी स्थित सुभाष प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भण्डार की दुकान क्रमांक भो-105 की जांच में स्टॉक में अंतर पाया गया था तथा वितरण में अनियमितता सामने आई थी। बनाए गए प्रकरण के आधार पर इस दुकान का प्राधिकार पत्र निरस्त कर दिया गया है। इस संबंध में भी आदेश जारी कर दिए गए हैं।

स्कूलों में मिलेगा इडली-सांभर ,भोपाल

शासकीय स्कूलों में मिलने वाले भोजन में अब तीन दिन इडली-सांभर मिलेगा। प्रस्ताव को मंजूर मिलते ही जिले के स्कूलों में इसे लागू कर दिया जाएगा। 
यह सब सप्ताह में ३ दिन मध्यान्ह भोजन में मिलेगा। फिलहाल बच्चों को रोटी, पूरी, सब्जी और दाल मिलती है। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी को नांदी फाउंडेशन ने इस संबंध में एक प्रस्ताव दिया। प्रस्ताव को जिला पंचायत ने ले लिया है, लेकिन अंतिम मोहर नहीं लगाई है। सीईओ को सौंपे ज्ञापन में मध्यान्ह भोजन के मेन्यू में बदलाव का जिक्र किया है। जिले के सभी शासकीय स्कूलों में इडली, सांभर और चटनी देने की बात कही है। शेष अन्य ३ दिन रोटी, सब्जी और दाल-चावल आदि दिया जाएगा। सीईओ ने प्रस्ताव शासन को अनुमति के लिए भेजा दिया है। अंतिम इजाजत मिलते ही इसे लागू किया जाएगा। 

स्वाद में परिवर्तन 
बच्चों को स्वाद में परिवर्तन की कोशिश के साथ शिकायत को कम करना भी इसके पीछे एक कारण बताया जा रहा है। अभी मध्यान्ह भोजन में सबसे ज्यादा कच्ची या जली हुई रोटियों परोसे जाने की शिकायतें मिल नहीं हैं। वहीं दाल और सब्जी को लेकर भी कई बार बातें उठ चुकी हैं। नांदी फाउंडेशन मशीनों से जो रोटियां बनवाता है वे कच्ची जैसी दिखती हैं। वहीं शहरी बच्चों को एलपीजी गैस पर सिकी रोटियां खाने की आदत है। मेन्यू बदलने के बाद बच्चों को भोजन में नवीनता मिलेगी, वहीं शिकायतों से भी निजात मिलेगी। 

नांदी फाउंडेशन से मध्यान्ह भोजन में परिवर्तन किए जाने का प्रस्ताव मिला है। प्रस्ताव में ३ दिन इडली-सांभर देने की बात कही गई है। शासन के लिए भेज दिया गया है। अनुमति मिलने के साथ इसे लागू किया जा सकता है। निर्णय अब शासन को लेना है। 
राकेश श्रीवास्तव, सीईओ, जिला पंचायत भोपाल 
 

राजभवन के सामने जाएगा शहर वृत्त

-विरोध में खड़े हुए राजस्व अधिवक्ता 
भोपाल। 
पुराना शहरवासियों को अब विभिन्न प्रमाण-पत्र बनवाने लंबी दूरी तय करनी होगी। जिला कलेक्टर कार्यालय परिसर में चल रहे शहर वृत्त को राजभवन के सामने गैस राहत शेड में शिफ्ट किया जा रहा है। शिफ्टिंग के विरोध में राजस्व अधिवक्ता आ गए हैं। 
अधिवक्ताओं ने विरोध स्वरूप कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव को एक ज्ञापन भी सौंपा है। इसमें अधिवक्ताओं ने शहर वृत्त के स्थानानंतरण होने पर पुराने शहरवासियों को होने वाली परेशानियों से अवगत कराया है। अधिवक्ताओं के अनुसार कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया है कि शिफ्टिंग के बारे में विचार भर चल रहा है, लेकिन इस पर पूर्ण निर्णय नहीं लिया गया है। राजस्व अधिवक्ता संघ के सचिव सैयद खालिद कैस ने बताया कि हमने ज्ञापन के जरिए सुझाव भी दिया है, वर्तमान में कलेक्टर परिसर में कृषि उप संचालक का कार्यालय चल रहा है। इसका सीधे तौर पर आम आदमी से वास्ता नहीं पड़ता। लिहाजा इसे शिफ्ट किया जा सकता है। इस बिल्डिंग में शहर सर्किल के दफ्तर को संचालित किया जा सकता है। शहर में सर्किल में राजस्व से संबंधित प्रकरण, जाति और स्थानीय निवासी प्रमाण-पत्र बनाए जाते हैं। वर्तमान में शहर सर्किल कलेक्टोरेट के परिसर में स्थित एक बिल्डिंग में चल रहा है। इसी बिल्डिंग में जिला महिला एवं बाल विकास विभाग का दफ्तर भी संचालित है। 

 बजट प्रतिक्रियाएं-कर्मचारी
बजट कर्मचारी विरोधी है, जिसमें छठवें वेतनमान के हिसाब से ग्रेड पे सुधार के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है। महंगाई से परेशानी कर्मचारियों के हाथ खाली के खाली ही रहे हैं। वित्तमंत्री ने कर्मचारियों के साथ विश्वासघात किया है। अब मांगों को पूरा करवाने के लिए प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
अरुण द्विवेदी, अध्यक्ष, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ

बजट कर्मचारी हितैषी नहीं है, इसको लेकर आक्रोश ही पनपेगा। महंगाई बेलगाम बढ़ती जा रही है, जिससे राशन, बच्चों की पढ़ाई और रोजमर्रा के खर्चों की भरपाई मुश्किल हो रही है। मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री ने बार-बार भरोसा दिलाया था, लेकिन बजट ने कर्मचारी जगत को निराश किया है। 
सत्यभान सिंह, अध्यक्ष, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ

समूचे कर्मचारी जगत के लिए बेहद निराशाजनक बजट है, जिसमें कर्मचारियों से किए गए ग्रेड पे सुधार सहित तमाम वायदों को पूरा नहीं किया गया। बढ़ती महंगाई में घर चलाना दूभर हो रहा है, ऐसे में सरकार ने कोई राहत नहीं देकर शहरी क्षेत्र के कर्मचारियों को लेकर दुबले पर दो आषाढ़ को चरितार्थ किया है।
डीएस राजपूत, अध्यक्ष, लोकायुक्त विभागीय समिति

चुनावी वर्ष में घोर निराशाजनक बजट है, जिसमें भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र के अनुसार वृत्तिकर को समाप्त करना तो दूर रहा, थोड़ी छूट तक नहीं दी गई। भीषण महंगाई में भी केंद्रीय तिथि से महंगाई भत्ता और ग्रेड पे नहीं दिया गया। कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर अब प्रदेशव्यापी हड़ताल की जाएगी।
सुधीर नायक, अध्यक्ष, मंत्रालयीन कर्मचारी संघ


बड़ी उम्मीद थी कि चुनाव से पहले केंद्रीय तिथि से महंगाई भत्ता और एरियर्स मिलेगा, लेकिन वित्तमंत्री ने धोखा दे दिया। एक तरफ तो महंगाई बढ़ती जा रही है, दूसरी ओर सरकार ने एक भी राहत नहीं देकर कर्मचारियों के गुस्से को भड़का दिया है। अब तो घर की जिम्मेदारियों को पूरा करना मुश्किल होगा।
रामनाथसिंह सोलंकी, अध्यक्ष, पटवारी संघ

बजट से निराशा और नाराजगी है, क्योंकि दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के नियमितीकरण, समान काम के बदले समान वेतनमान, अनुकंपा नियुक्ति
और जोखिम भत्ता आदि का प्रावधान नहीं है। भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया गया था, लेकिन आखिरी बजट तक में एक भी वायदे को पूरा नहीं किया गया।
आमोद तिवारी, अध्यक्ष, वन दैवेभो कर्मचारी संघ

एक ओर तो मुख्यमंत्री बार बार अपने को कर्मचारी हितैषी बताते हैं, लेकिन बजट में भुला दिया गया। महंगाई से राहत के लिए ग्रेड पे सुधार जरुरी है, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। महिला कर्मचारियों के लिए विशेष प्रावधान करने का भरोसा दिलाया जाता रहा है, लेकिन बजट ने हर तरह से निराश ही किया है।
मंजू मेश्राम, अध्यक्ष, नर्सेस एसोसिएशन

बजट कर्मचारी विरोधी है, जिसमें एक भी प्रावधान ऐसा नहीं है, जिससे कोई राहत मिले। कर्मचारियों और पेंशनर्स से वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया था, लेकिन बजट ने सारी संवेदनशीलता की कलई खोलकर रख दी है। ऐसे में विधानसभा चुनाव में कर्मचारी इस धोखे का हिसाब बराबर करेंगे।
उदयनारायण त्रिवेदी, अध्यक्ष, राजधानी कर्मचारी संघ 


चुनावी बजट में थमाया झुनझुना, नया बजट घोषणाएं पुरानी

-गैस सिलेंडर में मामूली राहत, नई घोषणाएं नहीं
-डीजल-पेट्रोल में वैट कम करने से इनकार
-1 लाख 2447 करोड़ के बजट में 94 हजार करोड़ का कर्ज
भोपाल
चुनावी साल को देखते हुए आम जनता को उम्मीद थी कि प्रदेश सरकार बजट में कुछ लोक लुभावन घोषणाएं करेगी और महंगाई से राहत देगी, लेकिन शुक्रवार को विधानसभा में वित्तमंत्री राघवजी के बजट पेश करते ही तस्वीर साफ हो गई। प्रदेश सरकार बजट के अनुरूप उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी और आम जनता को रसोई गैस सिलेंडर में राहत के नाम पर झुनझुना थमा दिया। कहने को सरकार इसे हेल्दी बजट कह रही है, लेकिन इसमें कोई भी नई घोषणा शामिल नहीं है, कमोबेश सभी घोषणाएं ऐसी हैं, जिनकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही सार्वजनिक तौर पर कर चुके हैं।
उधर, वित्तमंत्री राघवजी ने वर्ष 2013-14 का बजट पेश कर दिया। यह बजट कारीब 1 लाख 2 हजार 447 करोड़ रुपए अनुमानित है, यह पिछले वर्ष की तुलना में करीब 20 हजार करोड़ रुपए अधिक है। सरकार ने गैस सिलेंडर पर मामूली वैट जरूर कम किया है, लेकिन वित्तमंत्री चुनावी साल में बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे आम आदमी को कोई बड़ी राहत नहीं दे सके। हालांकि, व्यापारियों के हित में कुछ राहतें जरूरत दी हैं, इसमें जहां कुछ वस्तुओं में प्रवेश कर कम किया गया है, वहीं अन्य प्रावधान कर उन्हें राहत देने की कोशिश की गई है। सरकार ने कुछ कम प्रयोग वाली वस्तुओं पर वैट की दर 13 से 5 फीसदी घटाकर टैक्स नहीं बढ़ाने का संदेश देने का प्रयास किया है, लेकिन इससे आम आदमी को कोई फायदा होता नहीं दिख रहा। हालांकि, सरकार बिल्डरों पर जरूर मेहरबान रही। सरकार ने उन्हें बड़ी राहत देते हुए रिबेट का प्रावधान किया है। वहीं ऑटोमोबाइल और टैक्सटाइल निर्माण में रिबेट रिटेंशन में 2 प्रतिशत की कमी की है और रेत गिट्टी पर रिबेट की सुविधा दी है। 
विधानसभा में पेश बजट भाषण में वित्तमंत्री राघवजी ने कहा कि बजट में चार गुना की वृद्धि प्रस्तावित है, जबकि राज्य के स्वयं के करों में पांच गुना की वृद्धि दर्शाई गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013-14 में आयोजना व्यय में 6 गुना की वृद्धि प्रस्तावित है, जबकि पूंजीगत व्यय में 6 गुना बढ़ोतरी प्रस्तावित है। वित्तमंत्री ने कहा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है। हालांकि, राज्य सरकार ने एक बार फिर ठीकरा केंद्र के सिर फोड़ा। वित्तमंत्री ने बजट भाषण में कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य के हिस्से में कमी की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनता पर कोई नया कर नहीं थोप रही है, लेकिन कोई बड़ी राहत भी नहीं देने की स्थिति में है। इसका कारण वित्तीय संतुलन बिगडऩा है। हालांकि, वित्तमंत्री ने कुछ वस्तुओं में मामूली राहत की दूसरे विकल्पों से भरपाई भी की है। कुल मिलाकर बजट संतुलन बनाए रखा है। सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर में 6.47 प्रतिशत प्रवेश कर 2 प्रतिशत करने से 80 करोड़ रुपए की राजस्व हानि को पाटने के लिए देशी-विदेशी शराब में 5 प्रतिशत वैट लगाकर 120 करोड़ वसूलने का प्रावधान किया है। 


-चावल हो जाएगा महंगा
गेहूं की तरह धान के क्रय पर सरकार ने कर लगाकर चावल महंगा कर दिया है। इससे सरकार के खजाने में 50 करोड़ रुपए आएंगे। वित्तमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा विभिन्न वस्तुओं में करों की दर में दी गई छूट या कमी से 170 करोड़ रुपए की हानि होगी, जिसके लिए उसने शराब, धान क्रय कर से भरपाई की कोशिश की है।


-सामाजिक सेवाओं पर सर्वाधिक खर्च
वित्तमंत्री राघवजी ने कहा कि प्रदेश सरकार सबसे अधिक राशि सामाजिक योजनाओं पर खर्च कर रही है। इसमें वर्ष 2013-14 में सर्वाधिक 48 प्रतिशत आयोजन मद में राशि व्यय की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार इसके साथ ही ग्रामीण विकास, सिंचाई, कृषि और ऊर्जा क्षेत्र में भी भरपूर राशि खर्च कर रही है। इनमें क्रमश: 14 प्रतिशत, 10 प्रतिशत, 10 प्रतिशत, 9 प्रतिशत राशि के व्यय का प्रावधान रखा गया है, जबकि परिवहन में 7 फीसदी, उद्योग में 3 फीसदी और अन्य सेवाओं पर 3 फीसदी राशि खर्च कर रही है। वित्तमंत्री ने कहा कि आर्थिक एवं सामाजिक सेवाओं पर सरकार भरपूर पूंजीगत राशि व्यय कर रही है। यह सर्वाधिक 85 प्रतिशत है, जबकि सामान्य सेवाओं पर 15 प्रतिशत राशि खर्च करने का प्रावधान किया गया है।


-शेर से शुरू और कविता पर खत्म
वित्तमंत्री राघवजी ने बजट भाषण की शुरुआत शेर-ओ-शायरी से की, वहीं इसे खत्म अटलबिहारी वाजपेयी की कविता के साथ किया। उन्होंने इस दौरान खूब तालियां व वाहवाही भी बटोरी। 
राघवजी ने शुरुआत करते हुए कहा कि 
'चांदनी उस रुपए सी है, जिसमें चमक है, पर खनक गायब है'। 
इसके बाद उन्होंने कैफी आजमी के 
'हाथ ढलते गए सांचे में तो थकते कैसे, 
नक्श के बाद नए नक्श निखारे हमन। 

की ये दीवार बलंद, और बलंद, और बलंद, बामोदर और जरा और संवारे हमने। 
राघवजी यहीं नहीं रूके, उन्होंने प्रसिद्ध कवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता सुनाकर भी सभी का दिल जीता। उन्होंने कहा- 
'है कौन विघ्न ऐसा जग में, टिक सके वीर नर के मग में।
खम ठोक ठेलता है जब नर, पर्वत के जाते पांव उखड़, 
मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है।
वित्तमंत्री ने इस दौरान स्वामी विवेकानंद के वाक्य भी पढ़े। उन्होंने कहा-
भगवान पोथी पुराणों में नहीं, धार्मिक पुस्तकों में नहीं, गरीबों में है। क्या सभी कमजोर, सभी पीडि़त भगवान नहीं हैं? तुम उनकी पूजा पहले क्यों नहीं करते? 
उन्होंने अगला शेर पढ़ते हुए कहा-
अब मेरे इरादों पर, आंधियों को हैरत है, 
एक चिराग बुझता है, सौ चिराग जलते हैं। 
उन्होंने यह भी पढ़ा-
आरजू जीने की है तो जी चट्टान की तरह, 
वर्ना पत्ते की तरह तुझको हवा ले जाएगी। 
मंजिल पर पहुंचने तक चरैवेति, चरैवेति। 
उन्होंने अपने बजट भाषण का समापन राष्ट्रनायक व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता पढ़कर किया-
है ध्येय दूर, संसार क्रूर, मदमत्त चूर, 
पथ भरा शूल, जीवन दुकूल, 
जननी के पग की तनिक धूल, 
माथे पर लेकर चल दिए मदमाते। 
देखो हम बढ़ते जाते। 
जय भारत, जय मप्र।

किस विभाग को कितना
पंचायत एवं ग्रामीण विकास
-विभाग को 7444 करोड़ 
-मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन को 100 करोड़
-मुख्यमंत्री अंन्त्योदय आवास योजना के लिए 35 करोड़
-ग्रामीण एवं शहरी निकायों को 1325 करोड़
पेयजल
-जल प्रदाय के लिए 1743 करोड़ गत वर्ष से 20 फीसदी ज्यादा
-ग्रामीण बसाहट में नलकूप के लिए 13200 करोड़
-नर्मदा शिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के लिए 432 करोड़
-आंगनवाडिय़ों में पेयजल के लिए 5794 करोड़
-जल निगम को पूंजी निवेश के लिए 15 करोड़
नगरीय निकाय
-विभाग को 5186 करोड़
-शहरी पेयजल योजना के लिए 258 करोड़
-झील-तालाब संरक्षण की योजना शुरू, 1 करोड़
-ई-गर्वर्नेंस के लिए 1 करोड़
-साफ-सफाई के प्रोत्साहन के लिए वाल्मीकि पुरस्कार
-1 करोड़, 50 लाख, 25 लाख का इनाम
-सफाई कर्मियों को एकमाह के वेतन का 10 प्रतिशत राशि पुरस्कार स्वरूप
-सिंहस्थ 2016 के लिए 150 करोड़
-गरीबोन्मुखी शहरी सेवा कार्यक्रम के लिए 220 करोड़
-शहरी सुधार कार्यक्रम योजना 
-राष्ट्रीय अभिशासन एवं नगरीय प्रबंध संस्थान, भोपाल का गठन
-हेरीटेज स्मारकों, स्थलों एवं भवनों के संरक्षण के लिए नई योजना
-केश शिल्पियों के कल्याण की योजना
-इंदौर-भोपाल में मेट्रो रेल प्रारंभ करने परियोजना प्रतिवेदन के लिए 2 करोड़
उद्योग
-उद्योग क्षेत्र के लिए 907 करोड़
-उद्योग निवेश संवर्धन सहायता के लिए 340 करोड़
-एमएसएमई सेंटर में रोजगार सृजन पर 5, 3 व 2 लाख के दत्तोपंत ठेंगड़ी पुरस्कार
-मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना
-50 हजार युवाओं को स्वरोजगार का लक्ष्य, 54 करोड़
-12 जिलों में जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्रों के भवन बनेंगे
शिक्षा
- शिक्षा के लिए १३७६३ हजार करोड़ का बजट 
-१०० हाईस्कूल और 300 हायर सेकंडरी खुलेंगे।
- प्रदेश में नए आईटीआई कॉलेज शुरू होंगे।
- पॉलीटेक्निक में शुरू होंगी स्मार्ट क्लास। 
-नौगांव, छतरपुर में नए इंजीनियरिंग कॉलेज
-अजा-जजा के बच्चों के लिए पुस्तकों हेतु
-1500 व स्टेशनरी के लिए 500 रुपए
-अजा-जजा के विद्यार्थियों को शोध के लिए छात्रवृत्ति दोगुनी
-सिंगरौली के देवसर, कसरावद, पाटन, मझगवां में आईटीआई की स्थापना
-गांव की बेटी व प्रतिभा किरण का लाभ निजी कॉलेजों की छात्राओं को भी
-इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजो में बनेंगे स्मार्ट क्लास रूम
स्वास्थ्य
- स्वास्थ्य के लिए ४१४७ करोड़ का प्रावधान।
-देवास, मंदसौर, विदिशा, रायसेन, झाबुआ, सीधी, राजगढ़, नरसिंहपुर, सतना एवं सिवनी में नर्सिंग स्कूल खुलेंगे
-१४१६ नए डॉक्टरों की भर्ती 
-454 नि:शुल्क दवाओं का वितरण
- ५० नए अस्पताल खोले जाएंगे। 
-150 अतिरिक्त एंबुलेंस का संचालन
-एएनएम की 2500, जीएनएम की 3000 एवं बीएससी नर्सिंग प्रशिक्षणार्थियों को 3500 स्टायपेंड
-मरीजों को भोजन के लिए 30 से बढ़ाकर 40 रुपए
- संजीवनी १०८ का विस्तार १०० वाहन जुड़ेंगे।
-५० नए पशु औषधालय 
- सरकारी अस्पतालों मेें अल्ट्रा मॉर्डन मशीनें लगेंगी।
महिला एवं बाल विकास
-सर्वांगीण विकास के लिए 5106 करोड़
-लाड़ली लक्ष्मी के लिए 850 करोड़
-आंगनवाड़ी भवनों के लिए 111 करोड़
महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए पुरुषों को पुरस्कृत करने की योजना
सामाजिक न्याय
-विभाग के लिए 1397 करोड़
-मुख्यमंत्री कन्यादान योजना व निकाह योजना के लिए 17 करोड़
-नि:शक्त वर्ग के लिए नियोक्ता पुरस्कार योजना
-राज्य वरिष्ठ नागरिक आयोग गठित
परिवहन
- 90 हजार किमी सड़कों के लिए २९०७ करोड़ रुपए का प्राधान
- बारहमासी सड़क के लिए १२०१ करोड़ खर्च होंगे।
- मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना पर ५०१ करोड़ खर्च होंगे।
-5593 किमी सड़कें, 56 वृहद व मध्यम पुल एवं 20 रेलवे ओवरब्रिज
खेल
- खेल के लिए १२६ करोड़ रुपए खर्च होंगे।
- ओलिंपिंक की तैयारी के लिए २ करोड़ दिए जाएंगे।
-ओलंपिक योजना-2020 शुरू
-15 शहरों में हॉकी एस्ट्रोटर्फ के लिए 3 करोड़
 खेती
- सिंचाई सुविधा के लिए 4765 करोड़
- 2 वृहद व 10 मध्यम सिंचाई परियोजनाएं
- सिंचाई के लिए बिजली के लिए 1700 करोड़
- 8 घंटे बिजली के लिए 3000 करोड़
- अजा-अजा निशुल्क बिजली के लिए 400 करोड़
- शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज के लिए 500 करोड़
- गेहूं उपार्जन पर 150 रुपए बोनस के लिए 1050 करोड़
- कतार खेती के प्रोत्साहन के लिए अनुसाद
- मुख्यमंत्री किसान विदेश अध्ययन यात्रा योजना
- एरिगेशन मिशन के लिए 9 करोड़
- युवा उद्यमियों एवं कृषि स्नातकों के लिए 250 कस्टम हायरिंग केंद्र एवं 32 करोड़
- जैविक खेती के प्रोत्साहन के लिए 12 करोड़
- जैविक खेती पर ब्लॉक स्तर पर किसानों को पुरस्कार योजना
- उच्च उत्पादन के बछड़े एवं बछडिय़ों के लिए भूण प्रत्यारोपण प्रयोगशाला के लिए 4 करोड़
- घर पहुंच पशु चिकित्सा सुविधा के लिए 89 आदिवासी ब्लाक का विस्तार
- 50 नए पशु औषधालय एवं 123 पशु औषधालय का उन्नयन के लिए 18 करोड़
-  एकीकृत सहकारी विकास के लिए 55 करोड़
- सहकारी केंद्रीय बैंकों में कोर बैंकिंग सुविधा
- फसल को नीलगाय नुकसान पर सहायता
- खाद वितरण व भंडारण के 35 करोड़
- अन्नपूर्णा योजना के लिए 350 करोड़
- मत्स्य पालन के लिए 27 करोड़
- मछुआरों के लिए अल्पकालीन कर्ज शून्य प्रतिशत ब्याज पर
-कृषि उपज भंडारण के लिए 12 करोड़
- १ लाख ८० हजार हेक्टेयर पर बढ़ेगा खेती का रकबा 
-सभी किसानों को क्रेडिट कार्ड
- मछुआरा कल्याण बोर्ड का गठन
बिजली
- ऊर्जा के लिए ८८५६ करोड़ 
- फीडर सेपरेशन के लिए 2681 करोड़
-बिजली उत्पादन बढ़ाने 405 करोड़
-अपरंपरागत ऊर्जा के लिए 29 करोड़
-सड़क निर्माण एवं संधारण के लिए 4970 करोड़
-एससी/एसटी के लिए ५ हॉर्स पॉवर का बिजली का प्रावधान
- मई 13 तक २४ घंटे बिजली।
पर्यटन एवं संस्कृति
-पर्यटन गतिविधियों के लिए 158 करोड़
-पर्यटक केंद्रों के विकास को 11 करोड़
-संस्कृति विभाग को 141 करोड़
-सांची बौद्ध एवं भारतीय ज्ञान अध्ययन विवि को 10 करोड़
-मुरैना में अटलबिहारी वाजपेयी संस्कृति एवं कला केंद्र खुलेगा
-स्वामी विवेकानंद के 150वें जन्मवर्ष के लिए 1 करोड़
कानून व्यवस्था
-पुलिस बल के लिए 3962 करोड़
-5000 पद भरे जाएंगे
-महिला अपराध शाखा के लिए 500 पद व 23 करोड़
-पुलिस स्वास्थ्य सहित कल्याण योजनाएं प्रारंभ
-52 नए जिला एवं सत्र न्यायालय
-86 व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 के लिए न्यायालय स्थापना, स्टॉफ सहित कुल 1208 पदों के लिए 29 करोड़
-अधिवक्ता कल्याण निधि गठित व 5 करोड़
- माध्यस्थम अधिकरण में पैनल फीस 5000 से बढ़ाकर 20 हजार
प्रशासनिक सुधार
-क्रय पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं
-सड़क दुर्घटना सहायता राशि 50 फीसदी की वृद्धि
-50 जिला पंचायतों, 313 जनपद एवं 23006 ग्राम पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों को मानदेय में वृद्धि
कर्मचारी कल्याण
-केंद्र के समान 72 प्रतिशत महंगाई भत्ता
-पुलिस आरक्षकों को 725 रुपए किट एलाउंस
-अशंकालिक सफाई कर्मचारी, भृत्य, अंशकालिक लिपिक के पारिश्रमिक में हर माह बढ़ोतरी
योजना
- नर्मदा शिप्रा परियोजना के लिए ४३२ करोड़ रुपए का प्रावधान। 
- लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए ८५० करोड़ का प्रावधान।
- मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लिए ५४ करोड़ खर्च होंगे।
ये भी होगा
-आवासहीन परिवारों के लिए १५०० करोड़ 
-शिल्पियों को विश्वकर्मा पुरस्कार 
-कौशल विकास के लिए 1 करोड़ का प्रावधान
-महिला रक्षा के लिए अहिल्या देवी सम्मान 
-जबलपुर में एकलव्य तीरअंदाजी एकेडमी  
-अधिवक्ता कल्याण 5 करोड़ 
-महिला सुरक्षा पर २३ करोड़ 
-सरकारी बैंकों में कोर बैकिंग की शुरुआत 
-पहली बार पंचों को मानदेय 
-मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में १०० करोड़ होंगे खर्च
-अनुसूचित जाति की योजनाओं के लिए ११८९७ करोड़ 
-राज्य सरकार के कर्मचारियों को केंद्र के बराबर मिलेगा सरकारी भत्ता 
-नगरीय निकाय के लिए ८१८६ करोड़ का प्रावधान
-अन्नपूर्णा योजना के लिए ३५० करोड़ रुपए।
महंगा
- देशी-विदेशी शराब महंगी 
- धान की खरीदी, चावल
- न्यायालय फीस
सस्ता
रसोई गैस सिलेंडर (सब्सिडी वाला 20 एवं गैर सब्सिडी 45 रुपए सस्ता)
ऑटोमोबाइल कंपोनेंटस    
रोटावेटर कर मुक्त
बिजली खपत मीटर वैट मुक्त
प्रि-फेबीकेटेड स्टील स्ट्रक्चर
मिल्किंग मशीन
ऑक्सीजन
नेफ्था, बॉर्बेड वायर, वायर वेल्डेड मेस, चेन लिंक
इमल्सीफाइड बिटुमिन
टॉफी, लाजेंजेस, कैंडी और पिपरमेंट डा्रप्स
नमकीन
सरसो खली  
नेचुरल गैस
रेत, गिट्टी
मनोरंजन सस्ता
-पुरातत्व व ऐतिहासिक स्थल, भवन व संग्रहालय की गतिविधियां
-प्राणी व वनस्पति उद्यान वन्य प्राणी के लिए संरक्षित क्षेत्रों में गतिविधियां
-50 रुपए से कम की सिनेमा टिकट
राहत
बिल्डर को रजिस्ट्रेशन से रिबेट सुविधा
प्लांट एवं मशीनरी पर प्रवेश कर 2 से घटाकर 1 प्रतिशत
स्पोटर््स क्बल, थीम पार्क की गतिविधियों पर कर 20 से 10 किया
अनुबंध पत्र में एक लाख तक 100 रुपए स्टॉम्प
कब्जा रहित अनुबंध पत्र पर स्टॉप शुल्क घटाकर 1000 रुपए
नहीं घटेंगे दाम
-डीजल-पेट्रोल 
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किसको गत वर्ष से कितना ज्यादा
कृषि चार गुना
ऊर्जा 146 करोड़ 
शिक्षा 16644 करोड़ 
स्वास्थ्य 551 करोड़ 
-महिला बाल विकास 31 प्रतिशत 
-सामाजिक न्याय 31 प्रतिशत 
-नगरीय निकाय 22 प्रतिशत 
-खेलकूद 21 प्रतिशत 
-पर्यटन 31 प्रतिशत 
-संस्कृति 22 प्रतिशत
-उद्योग 40 प्रतिशत
-अजा-अजा 1447 करोड़ अधिक
-पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक 37 प्रतिशत

वित्तीय स्थिति
संकेतक                     वर्ष 2003-04     2013-14          वृद्धि
कुल व्यय                   21,647 करोड़    91,946 करोड़    चार गुना
स्वयं के कर से अय       6805 करोड़       33381 करोड़     पांच गुना
राज्य आयोजना व्यय    5684 करोड़       37608 करोड़      छह गुना
पूंजीगत व्यय              2883 करोड़      17558 करोड़       छह गुना
ब्याज भुगतान             3206 करोड़       6518 करोड़        दो गुना
राजस्व घाटा                4475 करोड़       5215 करोड़       आधिक्य
राजस्व से ब्याज देय      22.44 प्रतिशत   8.19 प्रतिशत     ढाई गुना
आयोजना का कुल व्यय  26.26 प्रतिशत   41.0 प्रतिशत     डेढ़ गुना
जीडीपी  से पूंजी व्यय     2.80 प्रतिशत     4.28 प्रतिशत     डेढ़ गुना
जीडीपी से घाटा             7.12 प्रतिशत     2.98 प्रतिशत     सीमा के अंदर
जीडीपी में कुल ऋण      33.71 प्रतिशत    22.25 प्रतिशत    एक तिहाई
जीडीपी में शुद्ध ऋण       31.18 प्रतिशत    14.30 प्रतिशत    दो गुना
वर्तमान में जीडीपी        102839 करोड़     409877 करोड़    चार गुना
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किसको क्या मिला 
युवा- मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू, ५० हजार युवाओं लाभान्वित करने ५४ करोड़ का प्रावधान।
उच्च तकनीक क्षेत्र में प्रशिक्षण देने के लिए मल्टीस्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना। चयन कर उच्चस्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। २ करोड़ का प्रावधान। 
महिला- सब्सिडी वाला कुकिंग गैस सिलेंडर अब २० रुपए सस्ता मिलेगा। गैर-सब्सिडी वाला सिलेंडर ४५ रुपए कम में। 
वृद्ध- १,३९७ करोड़, वर्ष बीते साल से ३१ प्रतिशत अधिक। वरिष्ठ नागरिक आयोग का गठन किया गया है। 
बच्चे- 'ओलंपिक-२०२०' योजना के तहत ९ साल की प्रतिभाओं का 
कृषक- बिजली पंपों का बिजली बिल साल में दो बार देना होगा। फसल उत्पादन के बाद। गेहूं प्रति क्विंटल पर १०० की जगह १५० रुपए मिलेगा। प्रदेश के हर जिले में कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित होंगे। यहां से कृषक व कृषि में स्नातक करने वाले युवाओं को किराए पर कृषि यंत्र मिलेंगे। प्रदेश के हर किसान के पास किसान के्रडिट कार्ड होगा। 
अधिकारी-कर्मचारी - आक कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केन्द्र के समान ७२ प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता। पुलिस बल के प्रधान आरक्षकों एवं आरक्षकों को प्रतिवर्ष ७२५ रुपए किट एलाउन्स दिया जाएगा। 
व्यापारी -रिटर्न भरने के लिए डिजीटल हस्ताक्षरों को मान्य किया। अब सत्यापन की आवश्यकता नहीं। 
उद्योगपति- आटोमोबाइल तथा टेक्सटाईल निर्माणकर्ताओं को अब कच्चे माल की स्थानीय खरीदी पर ४ के स्थान पर २ प्रतिशत आगत कर देना होगा। 
दैनिक वेतन भोगी- 
१० से अधिक व २० साल की सेवा वालों को वर्तमान में ५०० रुपए प्रतिमाह विशेष भत्ता दिया जा रहा है। अब क्रमश: १ हजार व २ हजार रुपए दिए जाएंगे। 
नेशनल पेंशन सिस्टम की सदस्यता लेने पर दैनिक मजदूरी के १० प्रतिशत के अंशदान के बराबर राशि राज्य सरकार दी जाएगी। 

बजट पर उद्यमियों का दवाब 
ऐसा लगता है बजट पर उद्यमियों का दवाब रहा है। कहीं से कहीं तक बजट के जरिए आम आदमी को राहत देने की मंशा सरकार की नहीं दिखी। उद्योगपतियों के लिए करों में छूट ये साबित करता है। कालोनाइजर्स पर जहां पैनाल्टी लगाई जानी चाहिए थी उल्टा उसे छूट दी जा रही है। कृषि, घरेलू सामान और लघु उद्योगों के लिए सस्ते ऋण की सुविधाएं दी जानी चाहिए थी। जिसे वित्तमंत्रीजी ने बढ़ी चतुराई से गायब कर दिया। 
चौधरी राकेश सिंह, उपनेता प्रतिपक्ष, मप्र विधानसभा 

सरकार ने कान घुमाके पकड़ाया
प्रदेश में शिशु मृत्युदर १ हजार ६२ प्रति वर्ष है। जबकि देश में सबसे ज्यादा मप्र में ही मृत्यु हो रही है। इसके लिए किसी प्रकार का कोई बजट है ही नहीं। महिला पोषण और महिला सुरक्षा के लिए जितनी उम्मीद सरकार से थी। अपैक्षा अनुरूप वैसा नहीं है। धान पर कर लगाया, किसानों को छला गया है। आटो मोबाइल सेक्टर, कालोनाइजर्स को फायदा पहुंचाया गया है। चुनावी साल भी सरकार ने जनता को कान घुमाके पकड़ाया है। 
पारस सक्लेचा, निर्दलिय विधायक

भोपाल- पशु भ्रूण प्रत्यारोपण प्रयोगशाला बनाई जा रही है। इसके लिए ४ करोड़ का बजट। यहां अल्प उत्पादन वाली मादा पशुओं से उच्च उत्पादन वंशावली के बछड़े-बछडिय़ां तैयार की जाएंगी।