गोंड राजा किला, इस्लामनगर किला मुक्त कराने के लिए विधानसभा घेराव की चेतावनी
भोपाल।
इस्लामनगर के गोंड राजा किला को भूमाफिया के चंगुल से मुक्त नहीं कराए जाने पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा घेराव का अल्टीमेटम दिया है।
गोंगपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गुलजार सिंह मरकाम की अगुवाई में सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ज्ञाप सौंपा गया। इसके बाद मीडिया से मुखातिब मरकाम ने बताया कि, इस्लामनगर स्थित गोंड राजा के किले का परकोटा और दीवालों को भूमाफिया ने बुलडोजर चलवा कर मिटा दिया है। इसके बाद खाली जमीन पर सरपंच नारायण दास बैरागी और उपसरपंच रमाकांत मालवीय सहित करीब आधा दर्जन रसूखदारों ने अपने मकान और गैरेज बनाकर कब्जा कर लिया है। अतिक्रमण करने का सिलसिला जारी है और किले की दीवारो और पुराने नक्काशीदार पत्थर एवं अन्य सामान की चोरी हो रही है। किले को बचाने के लिए तत्काल अतिक्रमणकारियों को बेदखल किया जाए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाए। इसके साथ ही तोडेÞ गए किले के हिस्सों को दोबारा बनवाया जाए।
सांठगांठ के चलते नहीं की कार्रवाई
गौरतलब होगा कि, संचालनालय पुरातत्व, अभिलेखागार एवं संग्रहालय ने 13 अप्रैल,2011 को जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक भोपाल को गोंडराजा किला से अतिक्रमण हटाने और किले के परकोटे को बुलडोजर से गिराने पर तत्काल कार्रवाई के लिए एक पत्र लिखा था। इसमें साफ लिखा गया था कि, उपसरपंच रमाकांत मालवीय द्वारा किले की दीवार को तोड़कर और बुलडोजर से समतलजीकरण करके करवाया जा रहा निर्माण अवैध है। संचालनालय ने किले को मुक्त कराने के साथ ही आपराधिक कार्रवाई के लिए भी निर्देशित किया था।
500 मीटर तक निर्माण है बैन
मध्यप्रदेश प्राचीन स्मारक एवं पुरातत्वीय स्थल तथा अवशेष नियम-1976 के अनुसार, पहले संरक्षित स्मारक की सीमा से 100 मीटर और इससे परे 200 मीटर की परिधि में किसी भी प्रकार का निर्माण सरकारी या गैर सरकारी नहीं किया जा सकता। इस सीमा को अब बढ़ाकर 500 मीटर तक किया जा चुका है। इसके बाद भी राजस्व महकमा और पुलिस ने गोंड राजा किला में सरपंच और उपसरपंच के बेजा कब्जे के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
भोपाल।
इस्लामनगर के गोंड राजा किला को भूमाफिया के चंगुल से मुक्त नहीं कराए जाने पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा घेराव का अल्टीमेटम दिया है।
गोंगपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गुलजार सिंह मरकाम की अगुवाई में सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ज्ञाप सौंपा गया। इसके बाद मीडिया से मुखातिब मरकाम ने बताया कि, इस्लामनगर स्थित गोंड राजा के किले का परकोटा और दीवालों को भूमाफिया ने बुलडोजर चलवा कर मिटा दिया है। इसके बाद खाली जमीन पर सरपंच नारायण दास बैरागी और उपसरपंच रमाकांत मालवीय सहित करीब आधा दर्जन रसूखदारों ने अपने मकान और गैरेज बनाकर कब्जा कर लिया है। अतिक्रमण करने का सिलसिला जारी है और किले की दीवारो और पुराने नक्काशीदार पत्थर एवं अन्य सामान की चोरी हो रही है। किले को बचाने के लिए तत्काल अतिक्रमणकारियों को बेदखल किया जाए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाए। इसके साथ ही तोडेÞ गए किले के हिस्सों को दोबारा बनवाया जाए।
सांठगांठ के चलते नहीं की कार्रवाई
गौरतलब होगा कि, संचालनालय पुरातत्व, अभिलेखागार एवं संग्रहालय ने 13 अप्रैल,2011 को जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक भोपाल को गोंडराजा किला से अतिक्रमण हटाने और किले के परकोटे को बुलडोजर से गिराने पर तत्काल कार्रवाई के लिए एक पत्र लिखा था। इसमें साफ लिखा गया था कि, उपसरपंच रमाकांत मालवीय द्वारा किले की दीवार को तोड़कर और बुलडोजर से समतलजीकरण करके करवाया जा रहा निर्माण अवैध है। संचालनालय ने किले को मुक्त कराने के साथ ही आपराधिक कार्रवाई के लिए भी निर्देशित किया था।
500 मीटर तक निर्माण है बैन
मध्यप्रदेश प्राचीन स्मारक एवं पुरातत्वीय स्थल तथा अवशेष नियम-1976 के अनुसार, पहले संरक्षित स्मारक की सीमा से 100 मीटर और इससे परे 200 मीटर की परिधि में किसी भी प्रकार का निर्माण सरकारी या गैर सरकारी नहीं किया जा सकता। इस सीमा को अब बढ़ाकर 500 मीटर तक किया जा चुका है। इसके बाद भी राजस्व महकमा और पुलिस ने गोंड राजा किला में सरपंच और उपसरपंच के बेजा कब्जे के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
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