बीते तीन साल की तरह इस बार भी गेहूं भंडारण के लिए गोदाम खाली नहीं है। खाद्य विभाग व वेयरहाउसिंग प्रशासन के माथे पर फिर बल पड़ गए हैं। हालांकि राज्य सरकार केन्द्र को अपने हिस्से का गेहूं उठवाने पत्र लिख चुका है। बावजूद केन्द्र ने कोई जवाब अब तक नहीं दिया। ऐसे में इस बार फिर केप और सायलो बैग्स में गेहूं भर कर रखा जाएगा।
प्रशासन ने केप व सायलो बैग में गेहूं रखे जाने की मंजूरी दे दी है। दूसरा जो खोदाम खाली हैं या खाली हो रहे हैं, उन्हें पहले से अधिगृहीत कर लिया गया है। इससे भंडार के लिए जगह की दिक्कतें बढ़ गई हैं। इससे पहले वर्ष 2011, 2012 में खरीदे गए गेहूं को भंडारण के लिए गोदाम न होने पर
केपों में रख दिया था। वर्ष 2012 में 2.42 लाख मेट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था, इसे सुरक्षित रखने नागरिक आपूर्ति निगम, वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन व जिला खाद्य विभाग को खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। आखिर में बारिश की आमद पर आनन-फानन में गोदाम, अस्थाई केप व शेड की व्यवस्थाएं कर गेहूं रखा था। दूसरी ओर गेहूं खरीदी की तारीख 18 मार्च भी नजदीक है। इसको लेकर भी अधिकारियों में हड़कंप है। भोपाल जिले में इस बार गेहूं खरीदी का लक्ष्य 3 लाख मेट्रिक टन रखा गया है। अधिकारियों के अनुसार सायलो बैग में रखे जाने वाले गेहूं को मुगालिया कोट, पिपलिया पेंदे खां सहित ग्रामीण क्षेत्रों में खाली पड़ी सरकारी जमीन व ऐसे शासकीय भवन जिनका उपयोग नहीं हो रहा है, वहां भंडारण किया जाएगा।
-फिर भी उम्मीद
वर्ष 2011-12 में खरीदा गया गेहूं अब भी सरकारी गोदामों व केप में पड़ा हुआ है। इनके जल्द खाली होने की उम्मीद नहीं है। बावजूद इसके वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग अपने कागजी आंकड़ों में ९० प्रतिशत तक इनके खाली होने की उम्मीद जताई है। सरकारी रिकार्ड के हिसाग से ही देखें तो जिले के सभी 10 शासकीय गोदामों में गेहूं भरा पड़ा है। इन सभी गोदामों की कुल क्षमता 77,234 मेट्रिक टन है। वर्तमान में इसमें 27287 मेट्रिक टन गेहूं भरा है। उपार्जन के समय तक इस गोदामों में से 13190 मेट्रिक गेहूं उपभोक्ताओं को वितरित होने की संभावना जताई जा रही है। यही हाल जिले के 4 केप के हैं। यहां कुल क्षमता 68800 मेट्रिक टन गेहूं रखने की है। रखा गया 7543 मेट्रिक टन गया है।
-हटवा दिया जाएगा
सूखी के केप में 72 सौ मेट्रिक टन गेहूं रखा है। विभागीय जानकारी के अनुसार ये गेहूं पूरी तरह सड़ गया है। इसकी रिपोर्ट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन को भेज दी गई है। जानकारी के अनुसार इसे हटाने की तैयारी चल रही है। हालांकि गेहूं सडऩे की खबर विभाग में सबको है, लेकिन अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। बताया जाता है इसे उपार्जन के समय तक साफ कर दिया जाएगा।
तैयारी 17 गोदामों को लेने की
खाद्य विभाग के अनुसार 17 निजी गोदाम तलाशे गए हैं। हालांकि 8 का खाली होना मुमकिन नहीं है। ९ गोदामों में गेहूं भंडारण किया जाएगा। अधिगृहण किए जा रहे 17 गोदामों की भंडारण क्षमता 36 हजार 778 मेट्रिक टन है, लेकिन प्रशासन को केवल 12 हजार 818 मेट्रिक टन गेहूं रखने की ही खाली जगह प्राप्त हो सकेगी।
ये है हालात शासकीय गोदामों के
गोदाम - भंडारण क्षमता - वर्तमान में भरा - उपार्जन के समय तक रिक्त
सेंट्रल वेयरहाउस -1, छोला रोड - 40740 -11000 - 29740
सेंट्रल वेयरहाउस-2, जेके रोड एवं भारत टाकीज - 12707 - 4150 - 10007
स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन, छोला रोड - 3712 - 492 - 3700
स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन, आदमपुर रायसेन रोड - 3317 - 3317 - 3317
स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन, बैरसिया - 5233 - 5068 - 4848
स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पेारेशन, ग्राम हर्राखेड़ा - 500 - 421 - 500
स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पेारेशन, कृषि उपज मंडी गुनगा- 300 -300 - 300
मार्क फेड , पशु आहार संयंत्र गोविंदपुरा - 1000 - 192 - 1000
मार्कफेड, दानेदार खाद संयंत्र गोविंदपुरा - 9225 - 1847 - 9225
मार्क फेड, ग्राम फंदा - 500 - 500 - 500
यह है के प की स्थिति -
सूरी केप ,पीपल्स कालेज के पास करोंद - 48600 - 7200 - 48600
कृषि उपज मंडी करोंद -1 - 15000 - 335 - 15000
कृषि उपज मंडी करोंद -2 - 4000 - 8 - 4000
कृषि उपज मंडी बैरसिया - 1200 - 0 - 1200
-वर् जन
1.30 लाख मेट्रिक टन गेहूं उपार्जन का लक्ष्य है। उपार्जन के वक्त तक शासकीय गोदाम व केप में 1.31 लाख मेट्रिक टन गेहूं भंडारण की व्यवस्था कर ली जाएगी। उम्मीद है परेशानी नहीं आएगी। निजी गोदामों का भी अधिग्रहण किया जा रहा है।
एचएस परमार, जिला आपूर्ति अधिकारी
प्रशासन ने केप व सायलो बैग में गेहूं रखे जाने की मंजूरी दे दी है। दूसरा जो खोदाम खाली हैं या खाली हो रहे हैं, उन्हें पहले से अधिगृहीत कर लिया गया है। इससे भंडार के लिए जगह की दिक्कतें बढ़ गई हैं। इससे पहले वर्ष 2011, 2012 में खरीदे गए गेहूं को भंडारण के लिए गोदाम न होने पर
केपों में रख दिया था। वर्ष 2012 में 2.42 लाख मेट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था, इसे सुरक्षित रखने नागरिक आपूर्ति निगम, वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन व जिला खाद्य विभाग को खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। आखिर में बारिश की आमद पर आनन-फानन में गोदाम, अस्थाई केप व शेड की व्यवस्थाएं कर गेहूं रखा था। दूसरी ओर गेहूं खरीदी की तारीख 18 मार्च भी नजदीक है। इसको लेकर भी अधिकारियों में हड़कंप है। भोपाल जिले में इस बार गेहूं खरीदी का लक्ष्य 3 लाख मेट्रिक टन रखा गया है। अधिकारियों के अनुसार सायलो बैग में रखे जाने वाले गेहूं को मुगालिया कोट, पिपलिया पेंदे खां सहित ग्रामीण क्षेत्रों में खाली पड़ी सरकारी जमीन व ऐसे शासकीय भवन जिनका उपयोग नहीं हो रहा है, वहां भंडारण किया जाएगा।
-फिर भी उम्मीद
वर्ष 2011-12 में खरीदा गया गेहूं अब भी सरकारी गोदामों व केप में पड़ा हुआ है। इनके जल्द खाली होने की उम्मीद नहीं है। बावजूद इसके वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग अपने कागजी आंकड़ों में ९० प्रतिशत तक इनके खाली होने की उम्मीद जताई है। सरकारी रिकार्ड के हिसाग से ही देखें तो जिले के सभी 10 शासकीय गोदामों में गेहूं भरा पड़ा है। इन सभी गोदामों की कुल क्षमता 77,234 मेट्रिक टन है। वर्तमान में इसमें 27287 मेट्रिक टन गेहूं भरा है। उपार्जन के समय तक इस गोदामों में से 13190 मेट्रिक गेहूं उपभोक्ताओं को वितरित होने की संभावना जताई जा रही है। यही हाल जिले के 4 केप के हैं। यहां कुल क्षमता 68800 मेट्रिक टन गेहूं रखने की है। रखा गया 7543 मेट्रिक टन गया है।
-हटवा दिया जाएगा
सूखी के केप में 72 सौ मेट्रिक टन गेहूं रखा है। विभागीय जानकारी के अनुसार ये गेहूं पूरी तरह सड़ गया है। इसकी रिपोर्ट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन को भेज दी गई है। जानकारी के अनुसार इसे हटाने की तैयारी चल रही है। हालांकि गेहूं सडऩे की खबर विभाग में सबको है, लेकिन अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। बताया जाता है इसे उपार्जन के समय तक साफ कर दिया जाएगा।
तैयारी 17 गोदामों को लेने की
खाद्य विभाग के अनुसार 17 निजी गोदाम तलाशे गए हैं। हालांकि 8 का खाली होना मुमकिन नहीं है। ९ गोदामों में गेहूं भंडारण किया जाएगा। अधिगृहण किए जा रहे 17 गोदामों की भंडारण क्षमता 36 हजार 778 मेट्रिक टन है, लेकिन प्रशासन को केवल 12 हजार 818 मेट्रिक टन गेहूं रखने की ही खाली जगह प्राप्त हो सकेगी।
ये है हालात शासकीय गोदामों के
गोदाम
सेंट्रल वेयरहाउस -1, छोला रोड - 40740 -11000 - 29740
सेंट्रल वेयरहाउस-2, जेके रोड एवं भारत टाकीज - 12707 - 4150 - 10007
स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन, छोला रोड - 3712 - 492 - 3700
स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन, आदमपुर रायसेन रोड - 3317 - 3317 - 3317
स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन, बैरसिया - 5233 - 5068 - 4848
स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पेारेशन, ग्राम हर्राखेड़ा - 500 - 421 - 500
स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पेारेशन, कृषि उपज मंडी गुनगा- 300 -300 - 300
मार्क फेड , पशु आहार संयंत्र गोविंदपुरा - 1000 - 192 - 1000
मार्कफेड, दानेदार खाद संयंत्र गोविंदपुरा - 9225 - 1847 - 9225
मार्क फेड, ग्राम फंदा - 500 - 500 - 500
यह है के प की स्थिति -
सूरी केप ,पीपल्स कालेज के पास करोंद - 48600 - 7200 - 48600
कृषि उपज मंडी करोंद -1 - 15000 - 335 - 15000
कृषि उपज मंडी करोंद -2 - 4000 - 8 - 4000
कृषि उपज मंडी बैरसिया
-वर्
1.30 लाख मेट्रिक टन गेहूं उपार्जन का लक्ष्य है। उपार्जन के वक्त तक शासकीय गोदाम व केप में 1.31 लाख मेट्रिक टन गेहूं भंडारण की व्यवस्था कर ली जाएगी। उम्मीद है परेशानी नहीं आएगी। निजी गोदामों का भी अधिग्रहण किया जा रहा है।
एचएस परमार, जिला आपूर्ति अधिकारी
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