-श्रमिक सम्मेलन में बोले ट्रेड यूनियनों के पदाधिकारी, कहा सरकार कर रही अधिकारों का हनन
-21 को भोपाल बंद
भोपाल।
श्रमिकों के अधिकारों का केन्द्र व राज्य सरकारें हनन कर रही हैं। सरकारें अपने हित तो साधती हैं, लेकिन हमें हासिये पर रख देती है। अब २० और २१ को राष्ट्रव्यापी हड़ताल होगी। ये बात शनिवार को अरेरा हिल्स स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम क ेमंडल कार्यालय परिसर में आयोजित संयुक्त श्रमिक सम्मेलन में ट्रेड यूनियनों के पदाधिकारियों ने एक स्वर में कही।
उन्होंने कहा कि एक ओर सरकारों की ओर से श्रमिकों के न्यूनतम वेतन में बढ़ोत्तरी की मांग नकारी जा रही है वहीं पूंजीपतियों को लाखों करोड़ों की राहत व टैक्स छूट दी जा रही है। वक्ताओं ने कहा कि बढ़ती महंगाई आम जनता के लिए जीना दूभर बना रही है। देश व प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को पूरी तरह ठप्प किया जा रहा है। गरीब के लिए राशन दुकान से वैसे ही अनाज मिलना मुश्किल था, अब तो कैश ट्रांसफर के नाम पर उन्हें सीधे बाजार के चंगुल में धकेला जा रहा है।
गौरतलब है कि भोपाल में ट्रेड यूनियनों द्वारा आगामी 20 और 21 फरवरी को राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल की तैयारी को लेकर शनिवार को संयुक्त श्रमिक सम्मेलन का आयोजन अरेरा हिल्स स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम के मंडल कार्यालय परिसर में आयोजित हुआ। सम्मेलन में भारतीय मजदूर संघ के ज्ञान प्रकाश तिवारी, इंटक के बी.डी. गौतम, एटक के रूप सिंह चैहान, सीटू के पी.एन. वर्मा व एआईयूटीयूसी के मंजीत पटेल की अध्यक्ष मण्डली द्वारा संचालित इस सभा में एटक के राज्य अध्यक्ष आरडी त्रिपाठी, बीएमएस के प्रांतीय नेता विनोद रिछारिया, एटक के प्रांतीय उपाध्यक्ष कृष्णा मोदी, सीटू के प्रांतीय सचिव शैलेन्द्र सिंह ठाकुर, एआईयूटीयूसी के प्रांतीय अध्यक्ष जेसी बरई व सेवा की प्रांतीय नेता बसंती मालवीय के अलावा बैंक कर्मचारियों के नेता एम.जी. शिंदे, केन्द्रीय कर्मचारी नेता यशवंत पुरोहित, बीमा कर्मचारी नेता सरवर अंसारी और बीएसएनएल के नेता व्हीके परसाई ने भी सम्बोधित किया। वक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि 20-21 फरवरी की हड़ताल पूरे प्रदेश के साथ-साथ भोपाल में भी शत प्रतिशत सफल रहेगा। वक्ताओं ने कहा कि देश के करोड़ों मेहनतकशों की दस सूत्रीय जायज मांगों पर होने वाली यह दो दिवसीय हड़ताल इतिहास रचने वाली है। 15 करोड़ से ज्यादा लोग इस हड़ताल में शामिल रहेंगे। प्रदेश में कई नगर व कस्बे इस दिन बंद रहेगे। नेताओं ने 21 फरवरी को भोपाल बंद का एलान करते हुए समस्त व्यापारी व दुकानदारों से अपील की है कि वे 21 फरवरी को अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। वक्ताओं ने कहा कि खुदरा बाजार में विदेषी निवेष के निर्णय के चलते भारत के करोड़ों लोग बेरोजगार हो जायेंगे। 20-21 की हड़ताल में यह एक प्रमुख मांग है कि खुदरा बाजार में विदेशी निवेश के निर्णय को पलटा जाए।
-21 को भोपाल बंद
भोपाल।
श्रमिकों के अधिकारों का केन्द्र व राज्य सरकारें हनन कर रही हैं। सरकारें अपने हित तो साधती हैं, लेकिन हमें हासिये पर रख देती है। अब २० और २१ को राष्ट्रव्यापी हड़ताल होगी। ये बात शनिवार को अरेरा हिल्स स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम क ेमंडल कार्यालय परिसर में आयोजित संयुक्त श्रमिक सम्मेलन में ट्रेड यूनियनों के पदाधिकारियों ने एक स्वर में कही।
उन्होंने कहा कि एक ओर सरकारों की ओर से श्रमिकों के न्यूनतम वेतन में बढ़ोत्तरी की मांग नकारी जा रही है वहीं पूंजीपतियों को लाखों करोड़ों की राहत व टैक्स छूट दी जा रही है। वक्ताओं ने कहा कि बढ़ती महंगाई आम जनता के लिए जीना दूभर बना रही है। देश व प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को पूरी तरह ठप्प किया जा रहा है। गरीब के लिए राशन दुकान से वैसे ही अनाज मिलना मुश्किल था, अब तो कैश ट्रांसफर के नाम पर उन्हें सीधे बाजार के चंगुल में धकेला जा रहा है।
गौरतलब है कि भोपाल में ट्रेड यूनियनों द्वारा आगामी 20 और 21 फरवरी को राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल की तैयारी को लेकर शनिवार को संयुक्त श्रमिक सम्मेलन का आयोजन अरेरा हिल्स स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम के मंडल कार्यालय परिसर में आयोजित हुआ। सम्मेलन में भारतीय मजदूर संघ के ज्ञान प्रकाश तिवारी, इंटक के बी.डी. गौतम, एटक के रूप सिंह चैहान, सीटू के पी.एन. वर्मा व एआईयूटीयूसी के मंजीत पटेल की अध्यक्ष मण्डली द्वारा संचालित इस सभा में एटक के राज्य अध्यक्ष आरडी त्रिपाठी, बीएमएस के प्रांतीय नेता विनोद रिछारिया, एटक के प्रांतीय उपाध्यक्ष कृष्णा मोदी, सीटू के प्रांतीय सचिव शैलेन्द्र सिंह ठाकुर, एआईयूटीयूसी के प्रांतीय अध्यक्ष जेसी बरई व सेवा की प्रांतीय नेता बसंती मालवीय के अलावा बैंक कर्मचारियों के नेता एम.जी. शिंदे, केन्द्रीय कर्मचारी नेता यशवंत पुरोहित, बीमा कर्मचारी नेता सरवर अंसारी और बीएसएनएल के नेता व्हीके परसाई ने भी सम्बोधित किया। वक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि 20-21 फरवरी की हड़ताल पूरे प्रदेश के साथ-साथ भोपाल में भी शत प्रतिशत सफल रहेगा। वक्ताओं ने कहा कि देश के करोड़ों मेहनतकशों की दस सूत्रीय जायज मांगों पर होने वाली यह दो दिवसीय हड़ताल इतिहास रचने वाली है। 15 करोड़ से ज्यादा लोग इस हड़ताल में शामिल रहेंगे। प्रदेश में कई नगर व कस्बे इस दिन बंद रहेगे। नेताओं ने 21 फरवरी को भोपाल बंद का एलान करते हुए समस्त व्यापारी व दुकानदारों से अपील की है कि वे 21 फरवरी को अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। वक्ताओं ने कहा कि खुदरा बाजार में विदेषी निवेष के निर्णय के चलते भारत के करोड़ों लोग बेरोजगार हो जायेंगे। 20-21 की हड़ताल में यह एक प्रमुख मांग है कि खुदरा बाजार में विदेशी निवेश के निर्णय को पलटा जाए।
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