-कोलार में चल रही श्रीरामकथा में बोले आचार्य प्रेमभूषण महाराज
भोपाल।
कर्मश्री संस्था के तत्वावधान में कोलार के मंदाकिनी मैदान में चल रही श्रीरामकथा के दूसरे दिन आचार्य प्रेमभूषण महाराज ने नदियों को स्वच्छ रखने का संदेश दिया। उन्होंने दुनिया में भारत की पहचान बनाने नदियों ममें फूलमाला प्रभाहित न करने की अपील की।
वे बोले नदियों में प्रदूषण बढ़ रहा है, इस पर अंकुश लगाया जाना चाहिए, तभी हमारी नदियां पवित्र बनी रह सकती हैं। नहीं तो हमें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
रामकथा में प्रेमभूषण महाराज ने बताया कि प्रकृति ने हमें जल, वायु, हवा, पानी जीवित रहने के लिए मुत में प्रदान की हैं, हमें प्रकृति के विरुद्ध जाकर इनका दोहन करने पर रोक लगानी होगी। कथा में आचार्य ने आगे बताया कि मनुष्य को जीवन में सफल होने के लिए हर काम योजना बनाकर ही शुरू करना चाहिए। योजनाबद्ध तरीके से किए गए काम कभी असफल नहीं होते हैं। कथा के दौरान महाराज जी ने बताया कि पत्नी परमार्थ की प्रेरणा हैं। घर में वह हमेशा प्रयास करती है कि उसका परिवार सदमार्ग पर चलें और धर्म के कामों में जुड़ा रहे। उन्होंने कहा मन को हमेशा एकाग्र रखना चाहिए, जिससे हम जो काम कर रहे है उसमें सफलता मिलें। ज्ञात हो कि कर्मश्री संस्था के तत्वावधान में कोलार के मंदाकिनी मैदान पर रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के दूसरे दिन नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर, राज्यसभा सांसद कप्तान सिंह सोलंकी, यजमान के रूप में महेश राजानी, कर्मश्री के अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ,बीएस वाजपेयी, राम बंसल, सूरज यादव, राकेश भदौरिया, अमित शुक्ला, कुसुम शर्मा, रीता मिश्रा ,नीलम शर्मा समेत सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।
भोपाल।
कर्मश्री संस्था के तत्वावधान में कोलार के मंदाकिनी मैदान में चल रही श्रीरामकथा के दूसरे दिन आचार्य प्रेमभूषण महाराज ने नदियों को स्वच्छ रखने का संदेश दिया। उन्होंने दुनिया में भारत की पहचान बनाने नदियों ममें फूलमाला प्रभाहित न करने की अपील की।
वे बोले नदियों में प्रदूषण बढ़ रहा है, इस पर अंकुश लगाया जाना चाहिए, तभी हमारी नदियां पवित्र बनी रह सकती हैं। नहीं तो हमें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
रामकथा में प्रेमभूषण महाराज ने बताया कि प्रकृति ने हमें जल, वायु, हवा, पानी जीवित रहने के लिए मुत में प्रदान की हैं, हमें प्रकृति के विरुद्ध जाकर इनका दोहन करने पर रोक लगानी होगी। कथा में आचार्य ने आगे बताया कि मनुष्य को जीवन में सफल होने के लिए हर काम योजना बनाकर ही शुरू करना चाहिए। योजनाबद्ध तरीके से किए गए काम कभी असफल नहीं होते हैं। कथा के दौरान महाराज जी ने बताया कि पत्नी परमार्थ की प्रेरणा हैं। घर में वह हमेशा प्रयास करती है कि उसका परिवार सदमार्ग पर चलें और धर्म के कामों में जुड़ा रहे। उन्होंने कहा मन को हमेशा एकाग्र रखना चाहिए, जिससे हम जो काम कर रहे है उसमें सफलता मिलें। ज्ञात हो कि कर्मश्री संस्था के तत्वावधान में कोलार के मंदाकिनी मैदान पर रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के दूसरे दिन नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर, राज्यसभा सांसद कप्तान सिंह सोलंकी, यजमान के रूप में महेश राजानी, कर्मश्री के अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ,बीएस वाजपेयी, राम बंसल, सूरज यादव, राकेश भदौरिया, अमित शुक्ला, कुसुम शर्मा, रीता मिश्रा ,नीलम शर्मा समेत सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।
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