-हस्ताक्षर करने वाले प्रभारी अधिकारी भ्ज्ञी नहीं
-खसरा-खतौनी लेने सप्ताह भर से लोग हो रहे परेशान
भोपाल।
जिला प्रशासन के गोविन्दपुरा तहसील कार्यालय में टिकट खत्म हो गए हैं। बीते सप्ताह भर से यह परेशानी बनी हुई है। इसके चलते न्यायालयों विचाराधीन राजस्व प्रकरणों में अपील और सुनवाई नहीं हो पा रही है। दूसरी ओर हस्ताक्षर करने वाले संबंधित अधिकारी भी गायब हैं।
सामान्य तौर पर अपनी भूमि, भू-खंड और संपत्ति की जानकारी लेने वाले आवेदक भी परेशान हो रहे हैं। टिकट जारी करने व हस्ताक्षर करने का प्रभार भू-अभिलेख अधिक्षक प्रमीला श्रीवास्तव को दिया गया है। बताया जा रहा है वे पारिवारिक कारणों से दफ्तर नहीं आ रही हैं। ऐसे में उनके स्थान पर किसी अन्य को प्रभार सौंपने की जानकारी किसी को नहीं है। हालांकि गुरुवार को तहसीलदार निकीता तिवारी ने हस्ताक्षर कर टिकट जारी कराए। गोविन्दपुरा नकल शाखा से टिकट न मिलने की शिकायत अपर कलेक्टर बंसत कुर्रे को भी की जा चुकी है। बावजूद इसके निराकरण नहीं हो सका।
-१० से १५ आवेदन रोज
गोविन्दपुरा कार्यालय में प्रकरणों की नकलें प्राप्त करने १० से १५ आवेदन प्रतिदिन आते हैं। नियमानुसार इन्हें सात दिन के भीतर जारी करना होता है। वहीं अतिआश्यक होने पर आवेदक अतिरिक्त शुल्क अदायगी करता है, जिस पर उसे उसी दिन प्रकरण की नकल मिल जाती है। नकल के लिए प्रति पेज १० रुपए के टिकट लगते हैं। अब गोविन्दपुरा नकल शाखा में कभी प्रभारी अधिकारी नहीं होती तो कभी टिकट नहीं होते। इससे आवेदकों का काम रुक रहा है। सबसे ज्यादा वे लोग प्रभावित हो रहे हैं, जिनके राजस्व संबंधी प्रकारण न्यायालय में विचाराधीन हैं।
-लोक सेवा केन्द्र का नेट बंद
लोक सेवा केन्द्र से जारी होने दस्तावेज बुधवार को जारी नहीं हो सके। कारण पीपीपी मोड पर चल रहे केन्द्र का नेट बंद होना था। इसकी चलते काम का बल्डन गुरुवार को भी देखने को मिला। बताया जा रहा है कि संचालक दिलीप रघुवंशी ने केन्द्र में यूज किए जा रहे नेट का बिल समय पर चुक्ता नहीं किया था। जिसके चलते बुधवार दोपहर से नेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। शाम को बिल जमा करने के बाद कंपनी एग्जीक्यूटिव ने गुरुवार से सेवाएं सुचारू होने की बात कही। केन्द्र कर्मचारी शाम तक सर्वर डाउन होने की बात कह आवेदकों को आवेदन लेने से टालते रहे।
वर्जन
टिकट की समस्या खत्म हो गई है। लगातार टिकट मांगाए जा रहे हैं। अधिकारी न होने पर अन्य को प्रभार दिया जाता है, इसकी व्यवस्था की जा रही है।
मुकुल गुप्ता, तहसीलदार, गोविन्दपुरा
बीते सप्ताह भर से नकलें नहीं मिल पा रही हैं। कभी टिकट नहीं रहते हैं तो अधिकारी। वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे जानकारी है, लेकिन परेशानी खत्म नहीं हुई।
सैयद खालिद केस, अधिवक्ता
-खसरा-खतौनी लेने सप्ताह भर से लोग हो रहे परेशान
भोपाल।
जिला प्रशासन के गोविन्दपुरा तहसील कार्यालय में टिकट खत्म हो गए हैं। बीते सप्ताह भर से यह परेशानी बनी हुई है। इसके चलते न्यायालयों विचाराधीन राजस्व प्रकरणों में अपील और सुनवाई नहीं हो पा रही है। दूसरी ओर हस्ताक्षर करने वाले संबंधित अधिकारी भी गायब हैं।
सामान्य तौर पर अपनी भूमि, भू-खंड और संपत्ति की जानकारी लेने वाले आवेदक भी परेशान हो रहे हैं। टिकट जारी करने व हस्ताक्षर करने का प्रभार भू-अभिलेख अधिक्षक प्रमीला श्रीवास्तव को दिया गया है। बताया जा रहा है वे पारिवारिक कारणों से दफ्तर नहीं आ रही हैं। ऐसे में उनके स्थान पर किसी अन्य को प्रभार सौंपने की जानकारी किसी को नहीं है। हालांकि गुरुवार को तहसीलदार निकीता तिवारी ने हस्ताक्षर कर टिकट जारी कराए। गोविन्दपुरा नकल शाखा से टिकट न मिलने की शिकायत अपर कलेक्टर बंसत कुर्रे को भी की जा चुकी है। बावजूद इसके निराकरण नहीं हो सका।
-१० से १५ आवेदन रोज
गोविन्दपुरा कार्यालय में प्रकरणों की नकलें प्राप्त करने १० से १५ आवेदन प्रतिदिन आते हैं। नियमानुसार इन्हें सात दिन के भीतर जारी करना होता है। वहीं अतिआश्यक होने पर आवेदक अतिरिक्त शुल्क अदायगी करता है, जिस पर उसे उसी दिन प्रकरण की नकल मिल जाती है। नकल के लिए प्रति पेज १० रुपए के टिकट लगते हैं। अब गोविन्दपुरा नकल शाखा में कभी प्रभारी अधिकारी नहीं होती तो कभी टिकट नहीं होते। इससे आवेदकों का काम रुक रहा है। सबसे ज्यादा वे लोग प्रभावित हो रहे हैं, जिनके राजस्व संबंधी प्रकारण न्यायालय में विचाराधीन हैं।
-लोक सेवा केन्द्र का नेट बंद
लोक सेवा केन्द्र से जारी होने दस्तावेज बुधवार को जारी नहीं हो सके। कारण पीपीपी मोड पर चल रहे केन्द्र का नेट बंद होना था। इसकी चलते काम का बल्डन गुरुवार को भी देखने को मिला। बताया जा रहा है कि संचालक दिलीप रघुवंशी ने केन्द्र में यूज किए जा रहे नेट का बिल समय पर चुक्ता नहीं किया था। जिसके चलते बुधवार दोपहर से नेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। शाम को बिल जमा करने के बाद कंपनी एग्जीक्यूटिव ने गुरुवार से सेवाएं सुचारू होने की बात कही। केन्द्र कर्मचारी शाम तक सर्वर डाउन होने की बात कह आवेदकों को आवेदन लेने से टालते रहे।
वर्जन
टिकट की समस्या खत्म हो गई है। लगातार टिकट मांगाए जा रहे हैं। अधिकारी न होने पर अन्य को प्रभार दिया जाता है, इसकी व्यवस्था की जा रही है।
मुकुल गुप्ता, तहसीलदार, गोविन्दपुरा
बीते सप्ताह भर से नकलें नहीं मिल पा रही हैं। कभी टिकट नहीं रहते हैं तो अधिकारी। वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे जानकारी है, लेकिन परेशानी खत्म नहीं हुई।
सैयद खालिद केस, अधिवक्ता
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें