-39 केंद्रों पर 15 मार्च से होगी गेहूं खरीदी
भोपाल।
जिले के सभी 39 उपार्जन केन्द्रों पर 15 मार्च से 1385 रूपये प्रति क्विंटल के मान से गेहूँ की खरीदी की जायेगी। सभी उपार्जन केन्द्रों
पर बेनर, तौल कांटा, बांट, बारदाना आदि आवश्यक व्यवस्थाएं 15 मार्च से पूर्व सुनिश्चित कर ली जाये। मैं स्वयं केंद्रों का औचक निरीक्षण करूंगा । जिन खरीदी केन्द्रों पर व्यवस्थाओं में कमी देखने को मिलेगी, उन पर कार्रवाई की जायेगी। यह निर्देश कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन तैयारी की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में श्री श्रीवास्तव ने कहा कि खरीदी केन्द्रों पर पर्याप्त सं या में ह माल रहें, बारदाना पूरा रहे और बोरों को सिलने की मशीनें दुरूस्त हो। खरीदी केन्द्रों के लिए तौल कांटो की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में रहे। किसानों को तीन दिन पहले एसएमएस करें ताकि वह अपनी सुविधा से आ सकें। बगैर एसएमएस वाले किसानों की अलग से लाइन बनाएं। पहले एसएमएस वाले किसानों का माल तौले उसके बाद बगैर एसएमएस वालों का। क प्यूटर आपरेटर पूरी सावधानी से एसएमएस करें। किसानों को पैसा समय पर मिले और भुगतान संबंधी कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए। किसानों की पैदावार का तहसीलदार द्वारा सत्यापन कराया जाये। खरीदी के बाद परिवहन की भी बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। खरीदी केन्द्रों पर बिजली उपलब्ध रहे, किसी भी खरीदी केन्द्र का ट्रांसफारमर खराब है तो उसे जनरेटर से बिजली दें। सभी खरीदी केन्द्रों पर इलेक्ट्रानिक तौल कांटे भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं। एफएक्यू गुणवत्ता का ही खरीदे गेहूं - श्री श्रीवास्तव ने बताया कि समर्थन मूल्य पर एफएक्यू गुणवत्ता का गेहूँ क्रय किया जाए। पुराना और नि न गुणवत्ता का गेहूँ किसी भी दशा में न खरीदा जाए। पिछले वर्ष जिले में 1.16 लाख मेट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया था इस वर्ष यह लक्ष्य 1.4 लाख मेट्रिक टन निर्धारित किया गया है। जिले में अभी तक 25 हजार 300 किसानों का पंजीयन किया जा चुका है। अपंजीकृत किसानों का 1 मई से पंजीयन खरीदी केन्द्रों पर किया जायेगा।
भोपाल।
जिले के सभी 39 उपार्जन केन्द्रों पर 15 मार्च से 1385 रूपये प्रति क्विंटल के मान से गेहूँ की खरीदी की जायेगी। सभी उपार्जन केन्द्रों
पर बेनर, तौल कांटा, बांट, बारदाना आदि आवश्यक व्यवस्थाएं 15 मार्च से पूर्व सुनिश्चित कर ली जाये। मैं स्वयं केंद्रों का औचक निरीक्षण करूंगा । जिन खरीदी केन्द्रों पर व्यवस्थाओं में कमी देखने को मिलेगी, उन पर कार्रवाई की जायेगी। यह निर्देश कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन तैयारी की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में श्री श्रीवास्तव ने कहा कि खरीदी केन्द्रों पर पर्याप्त सं या में ह माल रहें, बारदाना पूरा रहे और बोरों को सिलने की मशीनें दुरूस्त हो। खरीदी केन्द्रों के लिए तौल कांटो की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में रहे। किसानों को तीन दिन पहले एसएमएस करें ताकि वह अपनी सुविधा से आ सकें। बगैर एसएमएस वाले किसानों की अलग से लाइन बनाएं। पहले एसएमएस वाले किसानों का माल तौले उसके बाद बगैर एसएमएस वालों का। क प्यूटर आपरेटर पूरी सावधानी से एसएमएस करें। किसानों को पैसा समय पर मिले और भुगतान संबंधी कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए। किसानों की पैदावार का तहसीलदार द्वारा सत्यापन कराया जाये। खरीदी के बाद परिवहन की भी बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। खरीदी केन्द्रों पर बिजली उपलब्ध रहे, किसी भी खरीदी केन्द्र का ट्रांसफारमर खराब है तो उसे जनरेटर से बिजली दें। सभी खरीदी केन्द्रों पर इलेक्ट्रानिक तौल कांटे भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं। एफएक्यू गुणवत्ता का ही खरीदे गेहूं - श्री श्रीवास्तव ने बताया कि समर्थन मूल्य पर एफएक्यू गुणवत्ता का गेहूँ क्रय किया जाए। पुराना और नि न गुणवत्ता का गेहूँ किसी भी दशा में न खरीदा जाए। पिछले वर्ष जिले में 1.16 लाख मेट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया था इस वर्ष यह लक्ष्य 1.4 लाख मेट्रिक टन निर्धारित किया गया है। जिले में अभी तक 25 हजार 300 किसानों का पंजीयन किया जा चुका है। अपंजीकृत किसानों का 1 मई से पंजीयन खरीदी केन्द्रों पर किया जायेगा।
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