सोमवार, 18 फ़रवरी 2013

रुकेगी 36 ग्रामसेवकों व पटवारियों की वेतनवृद्धि

-अंतिम नोटिस भेज कलेक्टर ने भेजा अंतिम नोटिस, जवाब के लिए दिए सात दिन का समय
-सोयाबीन फसल कटाई प्रयोग का मामला 
भोपाल। 
३६ ग्राम सेवकों और पटवारियों की दो-दो वेतन वृद्धि रुक सकती है। कलेक्टर निकुंज कुमार अंतिम नोटिस भेज सात दिनों में जवाब मांगा है। मामला सोयाबीन फसल कटाई प्रयोग २०१२-१३ की जानकारी पत्रकों में न देने का है। इससे पहले अपर कलेक्टर ने कुछ पटवारी व ग्रामसेवकों को एक वेतन वृद्धि रोके जाने संबंधी नोटिस दिया था। इसके बाद पत्रकों में जानकारी भर कर भेजी गई थी। 
अब कलेक्टर ने इस पर एक्शन लेते हुए सात दिनों में पत्रक व जवाब मांगा है। नोटिस में उन्होंने स्पष्ट किया कि ये ग्राम सेवक और पटवारी लापरवाही बरत रहे हैं, जबकि ये कार्य राष्ट्रीय महत्व का है। उल्लेखनीय है राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना के अंतर्गत सोयाबीन फसल कटाई प्रयोग वर्ष 2012-13 के पत्रकों में जानकारी भरकर देना था। 

नहीं आए पत्रक 
तहसील स्तर या पटवारी हल्का स्तर सोयाबीन फसल प्रयोग के पत्रक एक व दो के आधार पर जानकारी उपलब्ध कराने के लिए भू-अभिलेख एवं बंदोबस्त ग्वालियर ने एक पत्र अगस्त-12 में भोपाल सहित प्रदेश के सभी जिलों को भेजा था। इसमें 22/8/2012 को फंदा व बैरसिया विकासखंड के पटवारी व ग्राम सेवकों को निर्देशित किया गया था। वहीं 10, 22 सितंबर व 15 अक्टूबर को इन अधिकारियों को स्मरण पत्र भेजा था, जिसमें जानकारी भिजवाने को कहा गया। इसके बाद भी जानकारी नहीं पहुंचाई गई। इस पर कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी भरकर न भेजने वालों को 19 अक्टूबर को एक-एक वेतन वृद्धि रोके जाने संबंधी नोटिस दिए थे। नोटिस का असर दिखा। कुछ ने जानकारी भेजी भी, लेकिन इसमें कई त्रुटियां सामने आईं। 
इस पर पटवारी व ग्रामसेवकों को 29/11/2012 को फिर नोटिस दिया गया। इनमें 24 ग्रामों के वे पटवारी-ग्रामसेवक भी शामिल थे। बावजूद इसके किसी ने कोई जानकारी नहीं भेजी। ये गलतियां सुधार 4 दिसंबर तक पत्रकों भर भू-अभिलेख शाखा को देना था। अब कलेक्टर ने आधी-अधूरी जानकारी भेजने वाले ऐसे 36 ग्रामसेवकों व पटवारियों को अंतिम शोकाज नोटिस दिया है। 36 में से 14 पटवारी है तथा 22 ग्रामसेवक हैं। जानकारी के अनुसार 36 कर्मचारियों की दो-दो वेतनवृद्धि रुक सकती है। 

ये है त्रुटियां -
- पटवारी- ग्रामसेवकों ने समयसीमा के बाद पत्रक भरकर भेजे लेकिन वह भी त्रुटिपूर्ण ही भेजे। 
- पत्रकों के रिक्त कॉलम को ठीक ने नहीं भरा गया। 
- पत्रक -1 के कॉलम नंबर 2,6,8,11,12,13,14,15 की प्रविष्ठियां त्रुटिपूर्ण की गईं।
- जिस ग्राम में फसल कटाई प्रयोग होना था, उनका रेण्डम नंबर से ग्राम का सही चुनाव नहंी किया गया। 
- प्रयोग की संबंधित कृषक/निरीक्षणकर्ता अधिकारी/विभागीय कार्यालय/जनप्रतिनिधियों को सूचना न देना।
- प्लाट निर्धारित करने के लिए संबंधित सं याओं की सूची का उपयोग ठीक से न करना।
-पत्रक -2 के कॉलम नंबर 1,2,3,4,5,6 की प्रविष्ठि ठीक से नहीं की गई।
- फसल कटाई प्रयोग का अंतिम वजन शुद्धता के आधार पर न भरना।
- कृषक व निरीक्षणकर्ता अधिकारी के हस्ताक्षर पत्रक पर न कराना।

ये हो सकते हैं शिकार 
पटवारी -
तहसील हुजूर - संदीप शर्मा, संजय स्वामी, सुरेश उपाध्याय, मोहनसिंह लवाना, प्रमोद श्रीवास्तव, शिवप्रसाद लवाना।
तहसील बैरसिया - विमलेश गुप्ता, विनीत कुमार रूद्र, अरूण बंजारी, शरद गौर, पतिराम आर्य, मेघराज मिश्रा, कैलाश शर्मा, चरण सिंह लवाना।

ग्रामसेवक -
तहसील हुजूर - एमके द्विवेदी, अजय तिवारी, एके गुप्ता, जीपी शर्मा, इजराईल खान, प्रभात सक्सेना, बीडी यादव, एसके यादव, मीना हेडाऊ। 
तहसील बैरसिया - डीडी भार्गव, पीएस गोयल, अवधेश कुमार सक्सेना, राजेश भार्गव, गीतम गुप्ता,डीएस ठाकुर, सुनीता वर्मा, केएस चौहान, डीएस सिसौदिया, एमएल मालवीय, रामेश्वर सिंह, आरती राणावत।

वर्जन 
कलेक्टर ने आधी-अधूरी जानकारी देने वाले 36 पटवारी व ग्रामसेवकों को दो-दो वेतन वृद्धि रोकने के अंतिम आदेश दिए हैं। 7 दिन संतोषत्मक जवाब नहीं मिलता है तो वेतन वृद्धि रोकने की कार्यवाही की जाएगी।
आरएस बघेल, भू-अभिलेख अधीक्षक, भोपाल

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