शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

55 हजार गांव में पहुंचेगा 'उम्मीद का प्याला'

-भोपाल से हुई शुरुआत, गुडरिक चाय की विकलांग बच्चों के लिए पहल 
भोपाल। 
विकलांगता से ग्रसित बच्चों की मदद के लिए गुडरिक चाय समूह ने 'उम्मीद का प्याला' कैंपेन शुरू किया है। चाय की वेन को शनिवार को विधायक ध्रुव नारायण सिंह ने हरी झंडी दिखा रवाना किया। ये वेन देश के 55 हजार से गांव में 'उम्मीद का प्याला' चाय एक रुपए में पिलाएगी। 
प्रथम चरण में कंपनी ने मप्र के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर को चुना है। मार्च और अप्रैल माह में इन जिलों के गांवों में वेन पहुंचेगी। 
समूह के महाप्रबंधक (विपणन व खुदरा चाय संभाग) विक्रम सिंह गुलिया ने बताया कंपनी मप्र में इस काम को भोपाल के एनजीओ दिगदर्शिका के साथ मिल कर रहा है। कंपनी चाय के जरिए एकत्र रुपयों में 50 लाख मिलाकर मंद व विकलांग बच्चों के जीवन बेहतर बनाने में मदद देगा। कंपनी वर्तमान में सिलिगुड़ी में एनजीओ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सेरेबिट पॉलिसी के माध्यम से बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रही है। यहां १२० बच्चों को ट्रेनिंग दी जा रही है। श्री गुलिया ने बताया कैंपेन से मशहूर फिल्म निर्देशक अनुराग बसु भी जुड़े हुए हैं। वैन में चलने वाली ४.३० मिनट की फिल्म बनाई है। इस दौरान दिगदर्शिका के संचालक सुमित राय ने बताया मप्र में मानसिक और विकलागंता से ग्रसित बच्चों का प्रतिशत २.०१ है। कंपनी की पहल से इनके छिपे हुए विचार समाज में आएंगे। 

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