-इस्लामनगर के पूर्व दलित पंच के साथ भरी पंचायत में मारपीट का मामला
भोपाल।
आखिरकार इस्लामनगर मामले में अजाक पुलिस ने गांव वालों के बयान लेना शुरू कर दिए हैं। इस्लामनगर के पूर्व दलित पंच को वर्तमान सरपंच ने भरी सभा में मारा था। इसके बाद से दलित समुदाय आक्रोशित हो उठा था।
शनिवार को पूर्व पंच खुशीलाल धानक सहित चार लोगों के बयान दर्ज किए गए। २९ जनवरी को इस्लाम नगर ग्राम पंचायत की विशेष बैठक गांव में विकास कार्य न होने और भ्रष्टाचार का मुद्दा पूर्व पंच ने उठाया था। इस पर सरपंच नारायण दास बैरागी और उप सरपंच रमाकांत मालवीय ने उसके साथ मारपीट की थी। विरोध में गांव वालों ने पीएचक्यू तक रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद से ही एफआईआर दर्ज करने के बजाय पुलिस टालमटोल कर रही थी। इसके विरोध में गांव वालों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद ही पुलिस हरकत में आई और शनिवार को अजाक थाने में बयान दर्ज करने की शुरुआत हुई। दूसरी ओर, इसकी भनक लगते ही सरपंच बैरागी और उपसरपंच मालवीय ने अपने को बेकसूर बताते हुए पुलिस को आवेदन दिया है। हालांकि, गांववालों की ओर से बताए जा रहे आवेदन में सरपंच के परिवार के ही आधा दर्जन सदस्यों के हस्ताक्षर हैं।
गोंड किला घेरा
राजा गोंड के किले को उप सरपंच ने अपने कब्जे में ले रखा है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. पीएस यादव ने बताया, गांव में निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार किया गया है और सरकारी जमीन पर बेजा कब्जा किया जा रहा है। उपसरपंच मालवीय ने पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित गोंड राजा किले पर अतिक्रमण किया है। दूसरी ओर पुरातत्व विभाग ने भी कलेक्टर को तत्काल ये कब्जा हटाने को पत्र लिखा है। हालांकि राजस्व विभाग ने अब तक इसे हटाया नहीं है।
भोपाल।
आखिरकार इस्लामनगर मामले में अजाक पुलिस ने गांव वालों के बयान लेना शुरू कर दिए हैं। इस्लामनगर के पूर्व दलित पंच को वर्तमान सरपंच ने भरी सभा में मारा था। इसके बाद से दलित समुदाय आक्रोशित हो उठा था।
शनिवार को पूर्व पंच खुशीलाल धानक सहित चार लोगों के बयान दर्ज किए गए। २९ जनवरी को इस्लाम नगर ग्राम पंचायत की विशेष बैठक गांव में विकास कार्य न होने और भ्रष्टाचार का मुद्दा पूर्व पंच ने उठाया था। इस पर सरपंच नारायण दास बैरागी और उप सरपंच रमाकांत मालवीय ने उसके साथ मारपीट की थी। विरोध में गांव वालों ने पीएचक्यू तक रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद से ही एफआईआर दर्ज करने के बजाय पुलिस टालमटोल कर रही थी। इसके विरोध में गांव वालों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद ही पुलिस हरकत में आई और शनिवार को अजाक थाने में बयान दर्ज करने की शुरुआत हुई। दूसरी ओर, इसकी भनक लगते ही सरपंच बैरागी और उपसरपंच मालवीय ने अपने को बेकसूर बताते हुए पुलिस को आवेदन दिया है। हालांकि, गांववालों की ओर से बताए जा रहे आवेदन में सरपंच के परिवार के ही आधा दर्जन सदस्यों के हस्ताक्षर हैं।
गोंड किला घेरा
राजा गोंड के किले को उप सरपंच ने अपने कब्जे में ले रखा है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. पीएस यादव ने बताया, गांव में निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार किया गया है और सरकारी जमीन पर बेजा कब्जा किया जा रहा है। उपसरपंच मालवीय ने पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित गोंड राजा किले पर अतिक्रमण किया है। दूसरी ओर पुरातत्व विभाग ने भी कलेक्टर को तत्काल ये कब्जा हटाने को पत्र लिखा है। हालांकि राजस्व विभाग ने अब तक इसे हटाया नहीं है।
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