मंगलवार, 12 फ़रवरी 2013

ज्यादा दिन नहीं चलेगा कोयले से बिजली उत्पादन प्रदेश को अपनाना होगा सोलर ऊर्जा

-मप्र बिजली कर्मचारी महासंघ का अधिवेशन संपन्न 
भोपाल। 
मप्र बिजली कर्मचारी महासंघ का १४वां वार्षिक अधिवेशन सोमवार को संपन्न हुआ। कार्यक्रम के अंतिम व दूसरे दिन संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व ऊर्जा प्रभारी के. लक्ष्मा रेड्डी ने कहा, पारंपरिक तरीके थर्मल (कोयला) से बिजली उत्पादन ज्यादा दिन नहीं चलेगा। गुजरात और आन्ध्र प्रदेश की तरह सोलर ऊर्जा मॉडल को अपनाना होगा। भविष्य सुरक्षित करना है तो इस तरफ सरकारों को ध्यान देना पड़ेगा। 
महासंघ के बारे में बोलते हुए श्री रेड्डी ने कहा, यह उन गिने चुने ओद्यौगिक महासंघों में से एक है, जिसकी पूरे देश में व्यापक, सशक्त व मजबूत आधार शिला है। बालासाहब ठाकरे के बताए मार्ग पर चल महासंघ निरंतर पूरे देश के ऊर्जा क्षेत्र में अपनी पेठ बनाए हुए है। 
इससे पहले सुबह के सत्र में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत सघंचालक सतीश पिंपलीकर ने युवाओं को विवेकानन्दजी के बताए रास्तों को अपनाने को कहा। वे बोले विवेकानन्द और एकनाथ रानाडे ने मिशाल कायम की है, जिसका अनुसरण युवाओं करना चाहिए। 
वहीं कार्यक्रम को संघ के सहसंगठन मंत्री वी. सुरेन्द्रन ने संगठन की रीति-नीति, युनियनों की कार्य पद्धति पर प्रकाश डाला। 

-हेमन्त बने राष्ट्रीय अध्यक्ष 
इस दौरान भोपाल में संघ से जुड़े हेमन्त तिवारी को महासंघ में राष्ट्रीय अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया। श्री तिवारी को यह पद दिए जाने के बाद उनके सहयोगी व मित्रों ने जहां बधाई दी। वहीं संघ से जुड़े राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों ने उन्हें पद मिलने पर शुभकानाएं दी हैं।

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