शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

पुलिस को तकनीक के क्षेत्र में दक्ष होना जरूरी

-पुलिस मीट के समापन अवसर पर राज्यपाल रामनरेश यादव ने कहा
भोपाल। 
तकनीक के क्षेत्र में हो रहे क्रांतिकारी बदलाव से जनसाधारण के जीवन में ाी बदलावा है। पुलिस को भी आज तकनीक की दृष्टि से दक्ष बनने की दरकार है। जिसका उपयोग जनसाधारण की सेवा और कानून व्यवस्था को बनाने में किया जा सके। यह बात मध्यप्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव ने शुक्रवार को राजधानी के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित 56 वी अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट के समापन अवसर पर कही।
    उन्होंने पुलिस मीट में शामिल होने वाले विभिन्न राज्य और अद्र्वसैनिक बलों के प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से जवानों को अपना कौशल निखारने का अवसर मिलता है। जिसका उपयोग वे पुलिस में कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मीट में एक दूसरे के विचार को आदान प्रदान होता है और सहयोग का वातावरण बनता है। श्री यादव ने कहा कि पुलिस की नौकरी चुनौती पूर्ण है, इसके बाद ाी पुलिस समाज की सेवा करती है। मप्र के डीजीपी नंदन दुबे ने कहा कि मीट में शामिल सभी प्रतिभागियों ने उत्साह और अनुशासन की अच्छी मिसाल पेश की है। इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं एडीजी एसएएफ व्हीके सिंह ने कहा कि मीट के दौरान सभी प्रतिभागी अपराधों की रोकथाम एवं अनुसंधान की नई विधाओं से परिचित हुए हैं। आठ दिवसीय प्रतियोगिता में तमिलनाडु ने समग्रता प्रथम तथा मप्र ने आठ पदक जीतकर दूसरा स्थान हासिल किया। मीठ के दौरान 6 विभिन्न तकनीकी कौशल संबंधी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था।


5 को मिला जीवनरक्षा पदक
मीट के समापन समारोह में राज्यपाल ने लोगों के प्राणों की रक्षा की खातिर अपनी जान दांव पर लगाने वाले 5 जवानों को प्रधानमंत्री जीवनरक्षा पदक से समानित किया। समानित होने वाले में योगंबर सिंह एसआई आईटीबीपी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के तीन आरक्षक अजय सिंह मन्हास, अरविंद कुमार और जीत सिंह एवं  सीआईएसएफ  के आरक्षक अजय कुमार को पुरस्कृत किया गया। समापन अवसर पर रंगारंग आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया।

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