रविवार, 3 फ़रवरी 2013

'सीएम' के लिए अपनी छत और महंगी और भी महंगा हुआ अपना आशियाना

-गाइड लाइन में ५० से 100 प्रतिशत तक बढ़ी जमीन की कीमतें 
-मूल्यांकन समिति को भेजी सूची 
भोपाल। 'सीएम'(कॉमन मैन) के लिए अपने आशियाने की छत और महंगी हो गई है। जमीनों के भाव में इजाफे के संकेत साफ दिखाई देने लगे हैं। शनिवार को नवीन वित्तीय वर्ष २०१३-१४ की गाइड लाइन के लिए गठित उप जिला मूल्यांकन समिति ने ५० और १०० फीसदी तक दरों में बढ़ोतरी कर प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। साथ ही इसे अंतिम निर्णय के लिए जिला मूल्याकांन समिति को भेज दिया है। 
उप जिला मूल्याकंन समिति की बैठक में अन्य निर्णयों को भी शामिल किया गया। गाइड लाइन के लिए चली पूरी कसरत में तेजी से विकसित स्थानों पर १०० और धीमी गति से विकासित क्षेत्रों की जमीनों में 50 प्रतिशत तक कीमतों में इजाफा किया है। इस बार विज्ञापनों के आधार पर भी दाम बढ़ाएं हैं, यानी पूर्व में कलेक्टर गाइड लाइन में जो जिनके भाव कम थे और बिल्डर, कॉलोनाइजर विज्ञापन कर कीमतें ज्यादा ले रहे थे इन्हें भी जद में लिया है। वहीं खरीदी बिक्री की कीमतों व आरआई-पटवारियों द्वारा बनाई सर्वे रिपोर्ट के आधार पर इसे तैयार किया है। प्रस्तावित गाइड लाइन को अनंतिम रूप देने उप जिला मूल्यांकन समिति की शनिवार को अंतिम बैठक हुई। 

-यह भी हुआ 
उप मूल्यांकन समिति ने उन क्षेत्रों की जमीनों में १० से १५ प्रतिशत तक बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव दिया है, जहां बीते सालों की गाइड लाइन में कई गुना तक वृद्धि की जा चुकी है। दूसरी ओर प्राइम लोकेशन व अधिक विकसित क्षेत्रों में जमीनों की कीमतों में 10 से 100 प्रतिशत तब बढ़ोतरी की गई है। दरों के मसोदे को लेकर जब अधिकारियों से बात की तो, इतनी ही जानकारी मिली कि बाजार भाव के अनूरूप दरों को शामिल किया गया है। इसी आधार पर प्रस्तावित गाइडलाइन तैयार कर जिला मूल्यांकन समिति की भेज दी है। इसे अंतिम रूप जिला मूल्यांकन समिति के अध्यक्ष व सदस्यगण करेंगे। हालांकि समिति से जुड़े अधिकारियों की माने तो एक-दो स्थानों पर ही संशोधन होगा, बाकी प्रस्तावित गाइडलाइन बरकरार कर दिया जाएगा। 

- प्रस्तावित गाइडलाइन में क्या-क्या ?
- १०० फीसदी बढ़ोतरी बैरागढ़ मेन रोड से लगी जमीनों में। 
- ५० फीसदी तक चूनाभट्टी व आसपास के क्षेत्रों में। 
- १५ से २० फीसदी पुराने भोपाल के आवासीय व व्यवसायिक इलाकों में। 
- ४० से ५० प्रतिशत नए भोपाल के कामर्शिलय इलाकों में। 
- ऐसी कृषि भूमियों की दरों में इजाफा किया गया है, जिनकी सीमाएं शहरी क्षेत्र की सीमाओं से लगी है। 
- २५ से ३० प्रतिशत कोलार में बढ़ाई गई है। हालांकि यहां वार्ड और कालोनियों में इस बार अलग-अलग दरें रखीं गई हैं। 
- ३० से ३५ प्रतिशत भाव बावडिय़ा कलां में बढ़ाए गए हैं।
- होशंगाबाद से लगी सभी कालोनियों, बागमुगालिया, समरधा, रतनपुर सड़क, मिसरोद की जमीनों के भावों में भी वृद्धि की गई है। यहां अधिक विकसित और कम विकसित पर अलग-अलग दरें निर्धारित की गई हैं। 

-...और यहां केवल 10 प्रतिशत 
शासकीय भवन निर्माण एजेंसी हाउसिंग बोर्ड व भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) के जहां प्रोजेक्ट आ रहे हैं अथवा आने वाले हैं। उन इलाकों में केवल 10 प्रतिशत का ही इजाफा किया गया है। बताया जाता है कि यह रेट बीडीए व हाउसिंग बोर्ड के कहने पर ही किए गए हैं। मिसरोद फेस-1 व फेस-1 आदि बीडीए के प्रोजेक्टों में शामिल जमीनों के रेट में भी पिछले साल के मुकाबले केवल 10 ही वृद्धि की गई है। वहीं बीडीए को एक पत्र भी लिखा गया है, जिसमें उनके द्वारा तैयार किए जा रहे प्रोजेक्टों के लिए जारी किए गए विज्ञापनों में दिए गए मूल्य की मांग की गई है। ताकि तय किए गए मूल्य में किसी प्रकार विरोधाभाष न आए। 

-वर्जन 
उप जिला मूल्यांकन समिति ने प्रस्तावित गाइडलाइन तैयार कर जिला मूल्यांकन समिति को भेज दी है। गाइडलाइन को अंतिम रूप देने और दरों में किसी प्रकार का संशोधन वही करेगी। कलेक्टर की अध्यक्षता में यह बैठक होगी, जिसमें गाइड लाइन अंतिम की जाएगी। 
राजेश श्रीवास्तव, अध्यक्ष, उपजिला मूल्याकंन समिति

नई दरें...
इलाके                   पुराने दरें         नई दरें
बैरागढ़ मेन रोड       75 हजार         डेढ़ लाख
भौंरी                     6000             6500
चूनाभट्टी               40 हजार         60 हजार

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